Scenes from the Time of Destruction (04) – Destruction and the new world together.

विनाश के समय के दृश्य(04)-विनाश और नई दुनिया साथ-साथ।

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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विनाश और नई दुनिया साथ-साथ!

समाप्ति का नगाड़ा बजेगा और साथ ही नई दुनिया का नज़ारा!”

विनाश के समय दो दृश्य एक साथ!प्रिय दिव्य आत्माओं,जब विनाश का समय आएगा, तब एक ओर

📢 समाप्ति का नगाड़ा बजेगा!

और दूसरी ओर नई दुनिया का दिव्य नज़ारा भी प्रकट होगा!

चारों ओर विनाश की अति होगी!

धरती का एक हिस्सा शेष रहेगा और बाकी तीन भाग जलमय हो जाएंगे!

जो अनेक धर्मों के कारण अनेक देश बने हैं, वे समाप्त हो जाएंगे!

दुनिया के बड़े-बड़े भू-भाग जल के भीतर समा जाएंगे!

 🌊 तब यह पुरानी दुनिया समाप्त होकर, एक नई पवित्र और दिव्यदुनिया का जन्म होगा! नई दुनिया का स्वरूप!

🌍 विनाश के बाद, बचा हुआ धरती का हिस्सा एक सुंदर टापू की तरह होगा।

💦 चारों ओर जल होगा और बीच में स्वर्ग की तरह भारत भूमि होगी!

🏕️ अनेक देशों की जगह केवल भारत ही मुख्य केंद्र रहेगा!

 जहाँकभीदुःख, अशांति, अस्थिरता थी, वहाँ अब शांति, आनंद और प्रेम का साम्राज्य होगा!अब संकल्प करें नई दुनिया के निर्माण में भागीदार बनें!

📢 विनाश का नगाड़ा अब बजने वाला है!

💡 तो क्या हम सिर्फ इस नगाड़े को सुनने के लिए आए हैं? या फिर नई दुनिया की स्थापना के साक्षी बनेंगे?संकल्प करें

हम स्वयं को इतना शक्तिशाली बनाएंगे कि नई दुनिया का भाग्य धारण करने के अधिकारी बनें!

हम अपने संकल्पों से इस परिवर्तन में सहभागी बनें!

हम अब आत्माओं को जगाने का कार्य करेंगे, ताकि वे भी इस शुभ परिवर्तन में अपना स्थान बना सकें!

🚩 “अब समय आ गया हैविनाश के नगाड़े की ध्वनि में हम नई दुनिया की दिव्यता को देखें और उसमें प्रवेश करें!”

विनाश के समय एक तरफ तो समाप्ति का नगाड़ा होगा, दूसरी तरफ नई दुनिया का नज़ारा साथ-साथ दिखाई देगा। चारों ओर विनाश की अति के बीच एक हिस्सा धरती और बाकी तीन हिस्सा जलमई होगी। यह जो पीछे-पीछे अनेक धर्मों के कारण अनेक देश बने हैं, वह अनेक धर्म जब समाप्त होंगे तो अनेक देश भी सैरगाह के रूप में जल के बीच एक टापू के माफिक हो जायेंगे

विनाश और नई दुनिया साथ-साथ!

“समाप्ति का नगाड़ा बजेगा और साथ ही नई दुनिया का नज़ारा!”

प्रश्न और उत्तर:

1. विनाश के समय कौन-से दो दृश्य एक साथ प्रकट होंगे?
📢 एक ओर समाप्ति का नगाड़ा बजेगा, यानी पुरानी दुनिया का अंत होगा,
✨ और दूसरी ओर नई, दिव्य और पवित्र दुनिया का दृश्य प्रकट होगा। दोनों दृश्य एक साथ दिखाई देंगे।

2. विनाश के समय पृथ्वी का स्वरूप कैसा होगा?
🌍 पृथ्वी का एक हिस्सा ही शेष रहेगा, बाकी तीन भाग जलमय हो जाएंगे। अनेक धर्म और उनके अनुसार बने अनेक देश समाप्त हो जाएंगे। केवल भारत भूमि ही मुख्य भूमि के रूप में बचेगी, जो एक सुंदर टापू की तरह होगी।

3. नई दुनिया कैसी होगी?
🌟 नई दुनिया दिव्यता से भरी होगी—
✅ वहाँ शांति, प्रेम और स्थिरता का राज्य होगा।
✅ भारत भूमि स्वर्ग के समान होगी।
✅ चारों ओर जल होगा और मध्य में यह दिव्य भूमि रहेगी।

4. विनाश और सृजन साथ-साथ कैसे हो सकते हैं?
💡 जैसे रात के बाद दिन आता है, वैसे ही विनाश (अंधकार) के साथ ही नवसृजन (प्रकाश) प्रकट होगा।
जब पुरानी, तमोगुणी दुनिया समाप्त होगी, तब ही नई, सतोप्रधान दुनिया का उदय होगा।

5. हमें इस परिवर्तन काल में क्या करना चाहिए?
🚩 हमें केवल विनाश का नगाड़ा सुनने नहीं आना, बल्कि—
✅ स्वयं को शक्तिशाली बनाना है।
✅ नई दुनिया के भाग्य को धारण करने योग्य आत्मा बनना है।
✅ संगठित संकल्प से परिवर्तन में सहयोगी बनना है।
✅ अन्य आत्माओं को भी जाग्रत कर इस पुण्य कार्य में भागीदार बनाना है।

6. क्या हर आत्मा नई दुनिया का हिस्सा बन सकेगी?
❌ नहीं, केवल वे आत्माएँ जो संकल्पों से शक्तिशाली बनी हैं, जिन्होंने तपस्या, सेवा और आत्मिक स्थिति को सशक्त किया है— वही आत्माएँ नई दुनिया में प्रवेश कर सकेंगी।

7. आज का संकल्प क्या होना चाहिए?
🔥 “मैं दिव्य आत्मा हूँ। मैं नई दुनिया का निर्माता और उत्तराधिकारी हूँ। मैं परमात्मा के कार्य में सहभागी बनकर आत्माओं को जाग्रत करने का कार्य करूँगा!”

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