विश्व नाटक :-(03)बिग बैंग सिद्धांत।
“विश्व नाटक का तीसरा विषय है — बिग बैंग सिद्धांत। ब्रह्मांड की उत्पत्ति कैसे हुई? जानिए सच्चाई। बिग बैंग सिद्धांत के अनुसार लगभग 13.8 अरब वर्ष पहले ब्रह्मांड एक अत्यंत सघन और गरम बिंदु में संकुचित था। उस बिंदु में एक प्रचंड विस्फोट हुआ, जिसके बाद यह फैलना और विस्तृत होना शुरू हुआ। इसी महामहिम धमाके के कारण हम आज का ब्रह्मांड देख पाते हैं। इस विस्फोट के तुरंत बाद समय, स्थान और भौतिक नियम अस्तित्व में आए। कुछ ही सेकंडों में मूल कण — जैसे प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन — बने। फिर हाइड्रोजन और हीलियम जैसे मूल तत्व अस्तित्व में आए। धीरे-धीरे इन तत्वों से ग्रह, नक्षत्र और गैलेक्सियाँ बनीं। लेकिन यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है — क्या इस ब्रह्मांड का जन्म वास्तव में केवल एक विस्फोट से हुआ, या इसके पीछे कोई उच्चतर आध्यात्मिक और दिव्य कारण है? ब्रह्मा कुमारी मुरली इस विषय में बताती है कि ब्रह्मांड एक चक्रीय प्रक्रिया है, जहां सृष्टि और विनाश बार-बार होते रहते हैं — जो परमात्मा की योजना का हिस्सा है। इसलिए बिग बैंग सिद्धांत वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समझने का एक माध्यम है, परंतु आध्यात्मिक दृष्टि से यह ब्रह्मांड की केवल एक अवस्था है — जहां एक से दूसरी अवस्था में परिवर्तन होते रहते हैं। यह समझना आवश्यक है कि ब्रह्मांड का रहस्य वैज्ञानिक और आध्यात्मिक — दोनों नजरिए से देखा जा सकता है। उदाहरण: जैसे एक नदी पहाड़ से बहती है। उसकी शुरुआत बारिश से होती है, और बारिश होती है सूर्य की गर्मी की वजह से। वैसे ही बिग बैंग के पीछे भी कारणों का एक सिलसिला है। विज्ञान तो बिग बैंग को आरंभ मानता है, परंतु ब्रह्मा कुमारी ज्ञान हमें यह बताता है कि यह सब एक दिव्य खेल का ही हिस्सा है। एक विस्फोट हुआ — पर विस्फोट होने के लिए भी उसके अंदर कुछ हुआ होगा। कोई क्रिया हुई होगी। क्योंकि न्यूटन का नियम कहता है — किसी भी क्रिया के लिए पहले कोई प्रतिक्रिया अवश्य होती है। कोई वस्तु पड़ी हुई है तो पड़ी रहेगी, जब तक कोई उसे चलाए नहीं। और जो वस्तु चल रही है, वह चलती रहेगी जब तक कोई उसे रोके नहीं। इसलिए ऐसा नहीं था कि अचानक ही बिग बैंग हुआ और सब कुछ अपने आप हो गया। उससे पहले भी कुछ न कुछ अवश्य होता रहा होगा। यह नहीं हो सकता कि कोई वस्तु एकदम अपने आप विस्फोटित हो जाए। अपने आप कुछ नहीं होता। हर घटना के पीछे एक कारण होता है। इसके बाद हमारा चौथा विषय है: क्या बिग बैंग सिद्धांत से उत्पत्ति का प्रश्न हल होता है? इस सच्चाई को हम अगले चौथे विषय में जानेंगे।

