(09)Ambika and Kali: The mystery of the stories of Durga Saptashati – truth or fiction

(09)अंबिकाऔर काली:दुर्गा सप्तशती की कहानियों का रहस्य सत्य या कल्पना

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अंबिका और काली | दुर्गा सप्तशती का असली रहस्य और आध्यात्मिक संदेश


 अंबिका और काली – दुर्गा सप्तशती की गाथा

1. प्रस्तावना: देवी रूपों की गाथा

  • अक्सर सत्संगों में सुना जाता है कि दुर्गा, काली और अंबिका असुरों का नाश करती हैं।

  • सवाल उठता है: क्या ये कथाएं हिंसा और भय का प्रतीक हैं या शांति और प्रेम का अनुभव कराती हैं?

  • मुरली नोट: 22 सितंबर 1968 – असली देवी शक्तियां आत्मा की शक्ति का प्रतीक हैं।


2. कथा का संक्षिप्त विवरण: शुम और निशुम असुर

  • शुम और निशुम नामक असुरों ने देवताओं को पराजित कर तीनों लोकों पर अधिकार प्राप्त किया।

  • देवताओं ने हिमालय पर जाकर विष्णु माया की स्तुति की।

  • पार्वती के शरीर के केश से अंबिका देवी प्रकट हुई और क्रोध में उनका मुख काला होकर काली देवी का विकराल रूप उत्पन्न हुआ।

  • उदाहरण: काली देवी ने जीभ लपलपाते हुए असुरों, हाथियों और महावतों को नियंत्रित किया।


3. तर्क संगत दृष्टि: क्या यह संभव है?

  • प्रश्न: क्या शरीर के केशों से देवी प्रकट हो सकती है? क्या कोई इतनी विशाल आकार में हाथियों और घोड़ों को पकड़ सकती है?

  • दृष्टांत: यदि कोई बच्चा यह कथा सुने, तो क्या वे देवी को दयालु माता के रूप में मानेंगे या राक्षसी रूप में?

  • सीख: यह कथा प्रतीकात्मक है, वास्तविक भय और हिंसा नहीं।


4. गुप्त आध्यात्मिक अर्थ

  • अंबिका: सभी आत्माओं को साकार ज्ञान देने वाली शक्ति।

  • काली: अज्ञान और विकारों को समाप्त करने वाली शक्ति।

  • असुर वास्तविकता में काम, क्रोध, लोभ, अहंकार जैसे विकार हैं, न कि भौतिक राक्षस।

  • मुरली नोट: 18 मार्च 1970 – असली शक्ति ज्ञान और योग से आती है।


5. निष्कर्ष

  • असली देवी वे शक्ति हैं जो अज्ञान, बुराई और विकारों को समाप्त करती हैं

  • कथाओं का उद्देश्य आध्यात्मिक ज्ञान और आत्म-सिद्धि देना है, न कि हिंसा का प्रदर्शन।

  • उदाहरण: तलवारों या दांतों से नहीं, बल्कि ज्ञान और योग शक्ति से आत्माओं का नाश और सुधार होता है।


अंबिका और काली – दुर्गा सप्तशती का गुप्त आध्यात्मिक संदेश

Q1: अंबिका, काली और दुर्गा असल में कौन हैं?
A1: ये देवी रूप वास्तविक नहीं बल्कि आत्मा की शक्तियों का प्रतीक हैं। अंबिका ज्ञान की शक्ति, काली अज्ञान को समाप्त करने वाली शक्ति और दुर्गा विकारों को नष्ट करने वाली शक्ति हैं।

Q2: क्या ये कथाएं हिंसा और भय का संदेश देती हैं?
A2: नहीं। कथाओं में दिखाया गया भय और हिंसा प्रतीकात्मक है। इसका उद्देश्य हमें आध्यात्मिक शक्ति, ज्ञान और विकारों से मुक्ति समझाना है।

Q3: अंबिका देवी का अर्थ क्या है?
A3: अंबिका का अर्थ है सभी आत्माओं को साकार ज्ञान प्रदान करने वाली शक्ति।

Q4: काली देवी का अर्थ क्या है?
A4: काली का अर्थ है अज्ञान और विकारों को समाप्त करने वाली शक्ति

Q5: असुर कौन हैं?
A5: असुर शाब्दिक रूप में राक्षस नहीं हैं। वे हमारी काम, क्रोध, लोभ, अहंकार जैसी बुराईयों और विकारों का प्रतीक हैं।

Q6: असली शक्ति और ज्ञान कहाँ से प्राप्त होते हैं?
A6: असली शक्ति और ज्ञान परमात्मा शिव से प्राप्त होते हैं। देवी रूपों ने यही शक्ति और ज्ञान आत्माओं तक पहुँचाया।

Q7: कथाओं का मुख्य संदेश क्या है?
A7: कथाओं का मुख्य संदेश है कि आत्मा स्वयं देवी-देवता समान शक्तिशाली बन सकती है, यदि वह परमात्मा से ज्ञान और योग शक्ति प्राप्त करे।


Disclaimer / डिस्क्लेमर

यह वीडियो ब्रह्माकुमारी मुरली और आध्यात्मिक शिक्षाओं पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत की गई है। किसी भी आधिकारिक धर्म या विश्वास प्रणाली के विरोध में नहीं है।


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