10-08-2025/आज की मुरली बड़े-बड़े अक्षरों में पढ़े सुनें और मंथन करे
“सदा स्नेही, सदा सफल – बापदादा का विशेष संदेश”
आज प्रेम के सागर का स्नेही संदेश
1. स्नेह – ब्राह्मण जीवन का फाउंडेशन
-
आज परमात्म प्रेम के पात्र बच्चों से मिलने बापदादा पधारे हैं।
-
स्नेह ही खींचकर यहाँ लाता है, यह साधारण नहीं – आत्मिक, सच्चा और निःस्वार्थ स्नेह है।
-
स्नेह सहज योगी बना देता है, मेहनत से छुड़ा देता है।
2. सदा स्नेही बनने का संकल्प
-
स्नेह है, लेकिन परसेंटेज़ में अंतर आता है।
-
समाधान – सदा महादानी, अखण्ड दानी बनना।
-
मन्सा, वाचा, कर्मणा और स्नेह-सम्पर्क द्वारा सेवा।
3. अखण्ड खजानों का वितरण
-
जितना देंगे उतना बढ़ेगा।
-
समय की पुकार – अभी देना है, अन्तिम समय में नहीं।
-
सेवा से डबल लाभ – आत्माओं का कल्याण और स्वयं विघ्न-मुक्त, समस्या-मुक्त बनना।
4. डबल विदेशियों के लिए विशेष संदेश
-
90 देशों से आकर एक ब्राह्मण वृक्ष में एकजुट होना।
-
ब्राह्मण कल्चर और एक मत – श्रीमत पर चलना।
5. सेवा में नवीनता
-
संदेश के साथ अनुभव कराना – अनुभव कभी भुलाया नहीं जाता।
-
स्वयं अनुभवी मूर्त बनना – हर शक्ति, हर गुण का अनुभव स्थायी रूप से करना।
6. पास विद ऑनर का लक्ष्य
-
समटाइम नहीं, सदा योगयुक्त, राज़युक्त रहना।
-
अभी भी नंबर आउट नहीं हुआ – तीव्र पुरुषार्थ से आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर।
7. सेकण्ड में स्थिति बदलने की प्रैक्टिस
-
सेकण्ड में श्रेष्ठ ब्राह्मण, फरिश्ता, विश्व-कल्याणकारी बनना।
-
अचानक की स्थिति के लिए तैयार रहना – एवररेडी बनना।
8. समापन – दिल का प्यार और दुआएं
-
चारों ओर के सभी बच्चों को नाम सहित याद-प्यार और दुआएं।
-
सदा उमंग-उत्साह में उड़ते रहने, स्नेह में लवलीन, योगयुक्त, सर्वशक्तिवान बने रहने का आशीर्वाद।
“सदा स्नेही, सदा सफल – बापदादा का विशेष संदेश”
1. प्रश्न: बापदादा के अनुसार ब्राह्मण जीवन का फाउंडेशन क्या है?
उत्तर: स्नेह ही ब्राह्मण जीवन का फाउंडेशन है। यह आत्मिक, सच्चा और निःस्वार्थ प्रेम है, जो आत्मा को सहज योगी बना देता है और मेहनत से छुड़ा देता है।
2. प्रश्न: सदा स्नेही बने रहने के लिए क्या संकल्प लेना चाहिए?
उत्तर: सदा महादानी और अखण्ड दानी बनने का संकल्प लें। मन्सा, वाचा, कर्मणा और स्नेह-सम्पर्क द्वारा सेवा करें।
3. प्रश्न: अखण्ड खजाने देने का नियम क्या है?
उत्तर: जितना देंगे उतना बढ़ेगा। खजाने अभी बांटने हैं, अन्तिम समय में नहीं, ताकि आत्माओं का कल्याण और स्वयं का विघ्न-मुक्त, समस्या-मुक्त जीवन हो सके।
4. प्रश्न: डबल विदेशियों को आज क्या विशेष संदेश मिला?
उत्तर: 90 देशों से आकर सब एक ब्राह्मण वृक्ष में एकजुट हुए। ब्राह्मण कल्चर और एक मत – श्रीमत पर चलना ही सबसे बड़ा एकत्व का प्रतीक है।
5. प्रश्न: सेवा में नवीनता कैसे लाई जा सकती है?
उत्तर: संदेश के साथ अनुभव कराना आवश्यक है। अनुभव आत्मा को खींचता है और स्थायी परिवर्तन लाता है। स्वयं अनुभवी मूर्त बनकर हर शक्ति और हर गुण का अनुभव कराएं।
6. प्रश्न: पास विद ऑनर बनने का राज़ क्या है?
उत्तर: समटाइम नहीं, सदा योगयुक्त और राज़युक्त रहना। अभी नंबर आउट नहीं हुआ है, इसलिए तीव्र पुरुषार्थ से आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर है।
7. प्रश्न: सेकण्ड में स्थिति बदलने की प्रैक्टिस क्यों ज़रूरी है?
उत्तर: अचानक की स्थिति में एवररेडी रहने के लिए यह अभ्यास ज़रूरी है। सेकण्ड में श्रेष्ठ ब्राह्मण, फरिश्ता, या विश्व-कल्याणकारी स्थिति में स्थित होना आना चाहिए।
8. प्रश्न: बापदादा का समापन संदेश क्या है?
उत्तर: चारों ओर के सभी बच्चों को नाम सहित याद-प्यार और दुआएं। सदा उमंग-उत्साह में उड़ते रहें, स्नेह में लवलीन, योगयुक्त और सर्वशक्तिवान बने रहें।
डिस्क्लेमर
डिस्क्लेमर: इस वीडियो में प्रस्तुत सभी विचार, शिक्षाएं और संदेश, ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय के आध्यात्मिक ज्ञान एवं बापदादा के मुरली संदेशों पर आधारित हैं। यह सामग्री केवल आध्यात्मिक प्रेरणा एवं व्यक्तिगत आत्म-उन्नति के लिए है। वीडियो का उद्देश्य किसी भी धर्म, संप्रदाय या व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं है।
Always loving and always successful, BapDada’s special message, Brahma Kumari Murli, Avyakt BapDada, foundation of Brahmin life, power of love, to become an eternal donor, newness in service, power of experience, pass with honour, remain yogyukt, change stage in a second, ever-ready stage, Brahma Baba’s message, double foreign Brahmin, Brahma Kumari Rajyoga, Murli Class Hindi, spiritual message, spiritual love,
सदा स्नेही सदा सफल, बापदादा का विशेष संदेश, ब्रह्माकुमारी मुरली, अव्यक्त बापदादा, ब्राह्मण जीवन का फाउंडेशन, स्नेह की शक्ति, अखण्ड दानीपन, सेवा में नवीनता, अनुभव की शक्ति, पास विद ऑन, युक्त योग ज्ञान, सेकंड में स्थिति अनुयायी, एवररेडी स्थिति, ब्रह्मा बाबा संदेश, डबल विदेशी ब्राह्मण, ब्रह्माकुमारी राजयोग, मुरली क्लास हिंदी, आध्यात्मिक संदेश, आत्मिक स्नेह,