(10)श्रीकृष्ण के जन्म के समय का प्रमाण
( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)
झाल ओम शांति
आज का प्रश्न है —
“श्रीकृष्ण के जन्म का प्रमाण क्या है?”
क्या यह सच है कि श्रीकृष्ण का जन्म 5,000 वर्ष पहले हुआ था?
👉🏼 भक्तिमार्ग में भी यही माना जाता है —
परंतु आज हम जानेंगे साक्षात परमात्मा द्वारा दिए गए उस ज्ञान को
जो हर आत्मा के जन्म-मरण के रहस्य को खोल देता है।
🕉️ परमात्मा कौन है?
शास्त्रों में जिनको “अजन्मा, अयोनी, सर्वशक्तिमान” कहा गया है —
वही परमपिता परमात्मा शिव,
आकर हमें सिखाते हैं — “नर से नारायण”, “नारी से लक्ष्मी” बनना।
🎥 1 – श्रीकृष्ण का अद्भुत जन्म]
कहानी तो सबने सुनी है —
श्रीकृष्ण पीपल के पत्ते पर अंगूठा चूसते हुए प्रकट हुए।
परंतु फिर वे कहाँ गए?
क्यों उनके बुढ़ापे के चित्र नहीं मिलते?
✍🏼 यह सब प्रतीकात्मक है।
परमात्मा कहते हैं —
“श्रीकृष्ण कोई साधारण आत्मा नहीं, बल्कि सम्पूर्ण पुण्य आत्मा है।”
उन्होंने 84 जन्म पूरे किए हैं,
और उनका पहला जन्म सतयुग के आरंभ में होता है —
राधे और कृष्ण के रूप में।
🎥 2 – कृष्ण कैसे बने देवता?]
परमात्मा ने 3 मार्च 2020 को एक विशेष ज्ञान दिया:
“तुम्हारा लक्ष्य लक्ष्मी-नारायण नहीं, बल्कि राधे-कृष्ण बनना है।”
क्यों?
क्योंकि राधे और कृष्ण 5,000 वर्षों के पूरे चक्र के मालिक हैं।
जब राधा और कृष्ण बड़े होते हैं —
उनका नाम बदलकर रखा जाता है — लक्ष्मी और नारायण।
इसलिए विवाह में नाम बदलने की परंपरा भी शुरू हुई।
🎥 3 – ब्रह्मा और कृष्ण का गहरा संबंध]
अब सबसे अद्भुत रहस्य:
परमात्मा ब्रह्मा से कहते हैं —
“हे कृष्ण की पुरानी तमोप्रधान आत्मा, तुम अपने जन्मों को नहीं जानते।”
यानी श्रीकृष्ण की वही आत्मा,
84 जन्मों के बाद अब अंतिम जन्म में ब्रह्मा के रूप में आई है।
और उन्हीं ब्रह्मा के मुख से परमात्मा शिव ने सच्चा ज्ञान सुनाया है।
इसलिए ब्रह्मा को बूढ़ा दिखाया जाता है —
क्योंकि यह है आत्मा का अंतिम जन्म।
🎥 4 – कृष्ण का अदृश्य जन्म और नई सृष्टि]
जब सारी पुरानी दुनिया समाप्त होगी,
तभी सत्य की राजधानी की स्थापना होगी।
कृष्ण का जन्म भी तभी होगा —
जब नई दुनिया की शुरुआत होगी।
परंतु वह जन्म होगा संगम युग में —
जहाँ एक ओर कलियुग समाप्त हो रहा होगा,
और दूसरी ओर सतयुग का सूर्य उदय हो रहा होगा।
तो साथियों,
कृष्ण का जन्म एक रहस्य नहीं, एक दिव्य योजना है।
जिसे साक्षात परमात्मा ही आकर स्पष्ट करते हैं।
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🌸 झाल ओम शांति 🌸
आज का प्रश्न है —
“श्रीकृष्ण के जन्म का प्रमाण क्या है?”
क्या यह सच है कि श्रीकृष्ण का जन्म 5,000 वर्ष पहले हुआ था?
👇🏼 चलिए जानते हैं उत्तर — साक्षात परमात्मा के ज्ञान के आधार पर:
❓ प्रश्न 1:क्या श्रीकृष्ण का जन्म वास्तव में 5,000 वर्ष पहले हुआ था?
✅ उत्तर:हाँ, ब्रह्मा कुमारी ज्ञान अनुसार, श्रीकृष्ण का जन्म 5,000 वर्ष के कल्पचक्र के पहले सतयुग में हुआ था।
यह कोई काल्पनिक कथा नहीं, बल्कि सतयुग की शुरुआत का प्रतीक है।
❓ प्रश्न 2:क्यों श्रीकृष्ण के बुढ़ापे के चित्र नहीं मिलते?
✅ उत्तर:क्योंकि श्रीकृष्ण का जीवन केवल सतयुग के प्रारंभ में ही था — जहाँ मृत्यु और बुढ़ापा नहीं होता।
वह जन्म पूर्ण पुण्य आत्मा का था — एकदम दिव्य स्वरूप।
❓ प्रश्न 3:श्रीकृष्ण कैसे बने देवता लक्ष्मी-नारायण?
✅ उत्तर:राधा और कृष्ण जब यौवन में आते हैं,
तो उनका नाम लक्ष्मी और नारायण रखा जाता है।
विवाह में नाम बदलने की यही परंपरा आज तक चली आ रही है।
❓ प्रश्न 4:क्या श्रीकृष्ण की आत्मा ने और भी जन्म लिए हैं?
✅ उत्तर:जी हाँ। परमात्मा शिव के अनुसार,
श्रीकृष्ण की आत्मा ने 84 जन्म लिए हैं।
उनका अंतिम जन्म ही है ब्रह्मा का रूप —
जिसके माध्यम से परमात्मा ज्ञान देते हैं।
❓ प्रश्न 5:परमात्मा शिव ने ब्रह्मा को क्या कहा?
✅ उत्तर:“हे कृष्ण की पुरानी तमोप्रधान आत्मा,
तुम अपने जन्मों को नहीं जानते।”
यह साक्षात संकेत है कि ब्रह्मा ही कृष्ण की आत्मा है — जो अब अंतिम जन्म में है।
❓ प्रश्न 6:श्रीकृष्ण का नया जन्म कब होगा?
✅ उत्तर:जब पुरानी दुनिया समाप्त होगी, और सत्य की नई राजधानी की स्थापना होगी।
उस परिवर्तन काल को ही कहा जाता है — संगम युग।
श्रीकृष्ण का जन्म वहीं होगा —
जहाँ कलियुग समाप्त और सतयुग का प्रारंभ होगा।
✨ निष्कर्ष श्रीकृष्ण का जन्म कोई रहस्य नहीं,
बल्कि परमात्मा की दिव्य योजना का हिस्सा है —
जो हर 5,000 वर्ष में सटीक रूप से दोहराई जाती है।
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