BK बेसिक कोर्स मुस्लिम भाई बहनों के लिए-2-4/क्या अल्लाह केवल न्याय करता है या हमें रास्ता भी दिखाता है?
अध्याय: क्या अल्लाह केवल न्याय करता है या हमें रास्ता भी दिखाता है?
भूमिका
मुस्लिम भाइयों के लिए आज हम बेसिक कोर्स के दूसरे पाठ का चौथा हिस्सा पढ़ रहे हैं।
आज का विषय है –
क्या अल्लाह केवल न्याय करता है?
या फिर वह हमें जीवन जीने का सही रास्ता भी दिखाता है?
बहुत से लोग मानते हैं कि अल्लाह का काम केवल क़यामत के दिन न्याय करना है।
लेकिन असली प्रश्न है – क्या अल्लाह सिर्फ न्यायाधीश हैं, या सबसे बड़े मार्गदर्शक भी?
कुरान का दृष्टिकोण
कुरान अल्लाह को हादी (मार्गदर्शक) कहता है।
सूरा यूनुस 10:25
“निसंदेह अल्लाह सही रास्ते की ओर मार्गदर्शन करता है।”
अर्थ – अल्लाह का काम केवल न्याय करना नहीं, बल्कि इंसानों को सही राह दिखाना भी है।
ब्रह्मा कुमारी ज्ञान का दृष्टिकोण
बी.के. ज्ञान कहता है –
परमात्मा अल्लाह केवल न्यायाधीश नहीं, बल्कि बाप और शिक्षक भी हैं।
-
न्याय तो अंत में होगा (क़यामत या ड्रामा का लास्ट सीन)।
-
लेकिन उससे पहले अल्लाह हमें ज्ञान और मार्गदर्शन देते हैं।
साकार मुरली – 30 सितम्बर 2025
“बच्चे, मैं न्याय करने वाला नहीं हूं।
पहले–पहले तो मैं शिक्षक हूं।
मैं ज्ञान देता हूं ताकि बच्चे पास हो जाएं।”
उदाहरण से स्पष्टता
1. अध्यापक और परीक्षा
-
अध्यापक पहले बच्चों को पढ़ाता है, मार्गदर्शन करता है।
-
फिर एग्ज़ाम लेता है।
-
एग्ज़ाम के बाद ही रिज़ल्ट यानी न्याय होता है।
उसी तरह अल्लाह पहले शिक्षा देते हैं, फिर न्याय करते हैं।
2. डॉक्टर और इलाज
-
डॉक्टर पहले मरीज को इलाज बताता है, दवा देता है।
-
अगर मरीज दवा नहीं ले तो परिणाम भुगतना पड़ता है।
उसी तरह अल्लाह पहले सही रास्ता दिखाते हैं, फिर कर्मों के आधार पर न्याय होता है।
मुरली का समर्थन
साकार मुरली – 19 सितम्बर 2025
“मैं बाप, शिक्षक और सतगुरु हूं।
बाप बनकर प्यार देता हूं।
शिक्षक बनकर मार्गदर्शन देता हूं।
सतगुरु बनकर घर ले जाता हूं।”
साकार मुरली – 27 सितम्बर 2025
“न्याय करने का काम तो ड्रामा के अनुसार होगा।
पर मैं पहले शिक्षा देने आता हूं ताकि बच्चे सुधर जाएं।”
निष्कर्ष
अल्लाह परमात्मा का असली कार्य है –
-
इंसानों का मार्गदर्शन करना,
-
सही रास्ता दिखाना,
-
पवित्रता और शांति की शिक्षा देना,
-
और अंत में न्याय करना।
इसलिए अल्लाह सिर्फ न्यायाधीश नहीं बल्कि सबसे बड़ा मार्गदर्शक और शिक्षक भी है।
भूमिका
मुस्लिम भाइयों के लिए आज हम बेसिक कोर्स के दूसरे पाठ का चौथा हिस्सा पढ़ रहे हैं।
आज का मुख्य सवाल है:
क्या अल्लाह केवल न्याय करता है, या वह हमें जीवन जीने का सही रास्ता भी दिखाते हैं?
कई लोग सोचते हैं कि अल्लाह केवल क़यामत के दिन न्याय करेंगे।
लेकिन क्या अल्लाह सिर्फ न्यायाधीश हैं, या सबसे बड़े मार्गदर्शक भी हैं?
कुरान का दृष्टिकोण
कुरान अल्लाह को “हादी” (मार्गदर्शक) कहता है।
सूरा यूनुस 10:25
“निसंदेह अल्लाह सही रास्ते की ओर मार्गदर्शन करता है।”
अर्थ:
अल्लाह का काम केवल न्याय करना नहीं है, बल्कि इंसानों को सही राह दिखाना भी है।
ब्रह्मा कुमारी ज्ञान का दृष्टिकोण
बी.के. ज्ञान कहता है कि परमात्मा अल्लाह:
-
केवल न्यायाधीश नहीं,
-
बल्कि बाप और शिक्षक भी हैं।
न्याय: अंत में होता है (क़यामत या ड्रामा का लास्ट सीन)।
शिक्षा और मार्गदर्शन: पहले आता है।
साकार मुरली – 30 सितम्बर 2025:
“बच्चे, मैं न्याय करने वाला नहीं हूं।
पहले–पहले तो मैं शिक्षक हूं।
मैं ज्ञान देता हूं ताकि बच्चे पास हो जाएं।”
उदाहरण से स्पष्टता
1. अध्यापक और परीक्षा
-
अध्यापक पहले बच्चों को पढ़ाता है, मार्गदर्शन करता है।
-
फिर परीक्षा लेता है।
-
परीक्षा के बाद ही परिणाम (न्याय) होता है।
सीख: उसी तरह अल्लाह पहले शिक्षा और मार्गदर्शन देते हैं, फिर कर्मों के आधार पर न्याय।
2. डॉक्टर और इलाज
-
डॉक्टर पहले मरीज को इलाज और दवा देते हैं।
-
अगर मरीज दवा नहीं लेते, तो परिणाम भुगतना पड़ता है।
सीख: अल्लाह पहले सही रास्ता दिखाते हैं, फिर कर्मों के अनुसार न्याय होता है।
मुरली का समर्थन
साकार मुरली – 19 सितम्बर 2025:
“मैं बाप, शिक्षक और सतगुरु हूं।
बाप बनकर प्यार देता हूं।
शिक्षक बनकर मार्गदर्शन देता हूं।
सतगुरु बनकर घर ले जाता हूं।”
साकार मुरली – 27 सितम्बर 2025:
“न्याय करने का काम तो ड्रामा के अनुसार होगा।
पर मैं पहले शिक्षा देने आता हूं ताकि बच्चे सुधर जाएं।”
निष्कर्ष
अल्लाह परमात्मा का असली कार्य है:
-
इंसानों का मार्गदर्शन करना
-
सही रास्ता दिखाना
-
पवित्रता और शांति की शिक्षा देना
-
अंत में न्याय करना
इसलिए अल्लाह सिर्फ न्यायाधीश नहीं हैं, बल्कि सबसे बड़े मार्गदर्शक और शिक्षक भी हैं।
भूमिका
मुस्लिम भाइयों के लिए आज हम बेसिक कोर्स के दूसरे पाठ का चौथा हिस्सा पढ़ रहे हैं।
आज का मुख्य सवाल है:
क्या अल्लाह केवल न्याय करता है, या वह हमें जीवन जीने का सही रास्ता भी दिखाते हैं?
कई लोग सोचते हैं कि अल्लाह केवल क़यामत के दिन न्याय करेंगे।
लेकिन क्या अल्लाह सिर्फ न्यायाधीश हैं, या सबसे बड़े मार्गदर्शक भी हैं?
कुरान का दृष्टिकोण
कुरान अल्लाह को “हादी” (मार्गदर्शक) कहता है।
सूरा यूनुस 10:25
“निसंदेह अल्लाह सही रास्ते की ओर मार्गदर्शन करता है।”
अर्थ:
अल्लाह का काम केवल न्याय करना नहीं है, बल्कि इंसानों को सही राह दिखाना भी है।
ब्रह्मा कुमारी ज्ञान का दृष्टिकोण
बी.के. ज्ञान कहता है कि परमात्मा अल्लाह:
-
केवल न्यायाधीश नहीं,
-
बल्कि बाप और शिक्षक भी हैं।
न्याय: अंत में होता है (क़यामत या ड्रामा का लास्ट सीन)।
शिक्षा और मार्गदर्शन: पहले आता है।
साकार मुरली – 30 सितम्बर 2025:
“बच्चे, मैं न्याय करने वाला नहीं हूं।
पहले–पहले तो मैं शिक्षक हूं।
मैं ज्ञान देता हूं ताकि बच्चे पास हो जाएं।”
उदाहरण से स्पष्टता
1. अध्यापक और परीक्षा
-
अध्यापक पहले बच्चों को पढ़ाता है, मार्गदर्शन करता है।
-
फिर परीक्षा लेता है।
-
परीक्षा के बाद ही परिणाम (न्याय) होता है।
सीख: उसी तरह अल्लाह पहले शिक्षा और मार्गदर्शन देते हैं, फिर कर्मों के आधार पर न्याय।
2. डॉक्टर और इलाज
-
डॉक्टर पहले मरीज को इलाज और दवा देते हैं।
-
अगर मरीज दवा नहीं लेते, तो परिणाम भुगतना पड़ता है।
सीख: अल्लाह पहले सही रास्ता दिखाते हैं, फिर कर्मों के अनुसार न्याय होता है।
मुरली का समर्थन
साकार मुरली – 19 सितम्बर 2025:
“मैं बाप, शिक्षक और सतगुरु हूं।
बाप बनकर प्यार देता हूं।
शिक्षक बनकर मार्गदर्शन देता हूं।
सतगुरु बनकर घर ले जाता हूं।”
साकार मुरली – 27 सितम्बर 2025:
“न्याय करने का काम तो ड्रामा के अनुसार होगा।
पर मैं पहले शिक्षा देने आता हूं ताकि बच्चे सुधर जाएं।”
निष्कर्ष
अल्लाह परमात्मा का असली कार्य है:
-
इंसानों का मार्गदर्शन करना
-
सही रास्ता दिखाना
-
पवित्रता और शांति की शिक्षा देना
-
अंत में न्याय करना
इसलिए अल्लाह सिर्फ न्यायाधीश नहीं हैं, बल्कि सबसे बड़े मार्गदर्शक और शिक्षक भी हैं।
क्या अल्लाह सिर्फ न्याय करता है? जानिए परमात्मा का असली रूप और मार्गदर्शन
प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1: आज हम किस मुख्य प्रश्न का अध्ययन कर रहे हैं?
उत्तर:
हम आज यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या अल्लाह केवल न्याय करते हैं, या वह हमें जीवन जीने का सही रास्ता भी दिखाते हैं।
प्रश्न 2: बहुत से लोग अल्लाह को किस रूप में समझते हैं?
उत्तर:
कई लोग मानते हैं कि अल्लाह केवल क़यामत के दिन न्याय करेंगे।
प्रश्न 3: कुरान अल्लाह को कैसे वर्णित करता है?
उत्तर:
कुरान अल्लाह को “हादी” (मार्गदर्शक) कहता है।
सूरा यूनुस 10:25:
“निसंदेह अल्लाह सही रास्ते की ओर मार्गदर्शन करता है।”
अर्थ: अल्लाह का काम केवल न्याय करना नहीं है, बल्कि इंसानों को सही राह दिखाना भी है।
प्रश्न 4: ब्रह्मा कुमारी ज्ञान अल्लाह को कैसे समझता है?
उत्तर:
बी.के. ज्ञान के अनुसार अल्लाह:
-
केवल न्यायाधीश नहीं हैं,
-
बल्कि बाप और शिक्षक भी हैं।
न्याय अंत में होता है (क़यामत या ड्रामा का लास्ट सीन),
लेकिन शिक्षा और मार्गदर्शन पहले आता है।
साकार मुरली – 30 सितम्बर 2025:
“बच्चे, मैं न्याय करने वाला नहीं हूं।
पहले–पहले तो मैं शिक्षक हूं।
मैं ज्ञान देता हूं ताकि बच्चे पास हो जाएं।”
प्रश्न 5: अल्लाह के मार्गदर्शन को किस उदाहरण से समझा जा सकता है?
उत्तर:
-
अध्यापक और परीक्षा:
-
अध्यापक पहले बच्चों को पढ़ाते हैं और मार्गदर्शन करते हैं।
-
परीक्षा के बाद ही परिणाम (न्याय) होता है।
सीख: अल्लाह पहले शिक्षा और मार्गदर्शन देते हैं, फिर कर्मों के आधार पर न्याय।
-
-
डॉक्टर और इलाज:
-
डॉक्टर पहले मरीज को इलाज और दवा देते हैं।
-
अगर मरीज दवा नहीं लेते, तो परिणाम भुगतना पड़ता है।
सीख: अल्लाह पहले सही रास्ता दिखाते हैं, फिर कर्मों के अनुसार न्याय होता है।
-
प्रश्न 6: मुरली में अल्लाह का मार्गदर्शन कैसे बताया गया है?
उत्तर:
-
साकार मुरली – 19 सितम्बर 2025:
“मैं बाप, शिक्षक और सतगुरु हूं।
बाप बनकर प्यार देता हूं।
शिक्षक बनकर मार्गदर्शन देता हूं।
सतगुरु बनकर घर ले जाता हूं।” -
साकार मुरली – 27 सितम्बर 2025:
“न्याय करने का काम तो ड्रामा के अनुसार होगा।
पर मैं पहले शिक्षा देने आता हूं ताकि बच्चे सुधर जाएं।”
प्रश्न 7: निष्कर्ष क्या है?
उत्तर:
अल्लाह परमात्मा का असली कार्य है:
-
इंसानों का मार्गदर्शन करना
-
सही रास्ता दिखाना
-
पवित्रता और शांति की शिक्षा देना
-
अंत में न्याय करना
इसलिए अल्लाह सिर्फ न्यायाधीश नहीं हैं, बल्कि सबसे बड़े मार्गदर्शक और शिक्षक भी हैं।
डिस्क्लेमर:
यह वीडियो केवल आध्यात्मिक ज्ञान और शिक्षा के लिए बनाया गया है। इसमें किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं है। कृपया इसे सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें और अपने विश्वास के अनुसार विचार करें।
अल्लाह, अल्लाह मार्गदर्शक, अल्लाह न्यायाधीश, कुरान, सूरा यूनुस, परमात्मा, ब्रह्माकुमारी ज्ञान, साकार मुरली, न्याय और शिक्षा, धर्म शिक्षा, आत्मा का मार्गदर्शन, सही रास्ता, पवित्रता, आध्यात्मिक ज्ञान, बाप और शिक्षक, मार्गदर्शन और न्याय, मुस्लिम आध्यात्मिकता, जीवन का सही रास्ता, अध्यापक और परीक्षा, डॉक्टर और इलाज, आध्यात्मिक शिक्षा, जीवन दर्शन, अल्लाह का असली रूप,
Allah, Allah guides, Allah judge, Quran, Sura Yunus, God, Brahma Kumari knowledge, Sakar Murli, justice and education, religious education, guidance of the soul, right path, purity, spiritual knowledge, father and teacher, guidance and justice, Muslim spirituality, right path of life, teacher and examination, doctor and treatment, spiritual education, philosophy of life, real form of Allah,