(31)सतयुगी प्रथम रचना 1 वर्ष योगनिद्रा में रहेंगे उठते ही 1.1.1शुरू होगा तो उनके मकान कौन बनाएंगे?
( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)
शांत संगीत के साथ]
(कोमल, शांति से बोलें):
“ओम शांति। आज का प्रश्न है — क्या सतयुग की प्रथम रचना एक साल तक योग निद्रा में रहेगी? और फिर वे आत्माएं कहां से प्रकट होंगी? उनके लिए महल कौन बनाएगा?”
: दिव्य प्रकाश, नीला आकाश, योग में स्थित आत्माएं]बिलकुल सही प्रश्न है।
बाबा ने इन सब बातों को मुरली में इनडायरेक्ट बताया है —
पर हम इसे अब स्पष्ट रूप से समझ सकते हैं।
सतयुग की स्थापना का कार्य — ये है एडवांस पार्टी की ड्यूटी।
वे ही सतयुग के लिए पहले से संरचना बनाएंगे, योजना करेंगे, और दिव्यता की नींव रखेंगे।
ये कार्य अभी, इस बेहद वंडरफुल तरीके से चल रहा है।
: युद्ध, मिसाइल्स, बम्स रुके हुए]
अब प्रश्न ये है —
इतने सारे बम्स, मिसाइल्स और तबाही के संसाधन तैयार हैं…
फिर भी युद्ध क्यों रुका हुआ है?
क्योंकि जो इन्हें चलाएंगे, वे भी डरते हैं।
“क्या हम भी मर जाएंगे?”
संसार तो जाएगा ही, पर हम तो बचना चाहते हैं।
इसीलिए वे बना रहे हैं फुल-प्रूफ सुरक्षित स्थान —
धरती के अंदर, समुद्र में, कहीं भी।
: गुप्त संदेश मिलना, दिव्य आत्माएं स्थान की ओर जातीं]
फिर बाबा ने मुरली में कहा है —
जब समय आएगा, उन्हें संदेश मिलेगा —
“उधर चले जाओ, जहाँ तुम सुरक्षित रहोगे।”
जिनकी बुद्धि की लाइन क्लियर होगी,
वे उस संदेश को समझेंगे और उधर चले जाएंगे।
: होलिका दहन, अहंकार का प्रतीक]जैसे होलिका को भरोसा था —
“मेरे पास ऐसी चादर है, जिससे मैं नहीं जलूंगी।”
परंतु प्रह्लाद बच गया, और होलिका जल गई।
आज के शक्तिशाली लोग भी यही सोचते हैं —
“हम सुरक्षित रहेंगे, दुनिया भले जल जाए।”
परंतु बाबा कहते हैं —
विकारी शरीर उस कयामत की आग में जल जाएंगे।
सिर्फ निर्विकारी शरीर ही बचेंगे।
: धरती के अंदर के गुप्त महल, जो बाहर प्रकट होते हैं]जो भी महल और स्थान बन रहे हैं —
वे धरती की उथल-पुथल में सुरक्षित रहेंगे।
फिर वे महलों के रूप में बाहर आएंगे।
उदाहरण के लिए —
अमेरिका का वाइट हाउस कितना भी सुरक्षित क्यों न हो,
विनाश की आग से नहीं बचेगा।
बम, मिसाइल्स, विषाणु —
कोई भी तकनीक उस सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकती।
केवल ड्रामा के अनुसार दिव्य आत्माएं ही सुरक्षित रहेंगी।
: आत्माएं परमधाम जाती हुईं]अब एक और रहस्य —
एक साल में आत्माओं का पार्ट नहीं चलना।
बल्कि नेचर का पार्ट चलेगा।
बाबा कहते हैं —
“रानी मक्खी जब उड़ती है, तो सारी मक्खियाँ उसके पीछे जाती हैं।”
“सजनी, साजन के साथ ही जाएगी।”
कृष्ण की आत्मा भी शिव बाबा के साथ जाएगी।
इसलिए सभी आत्माओं को एक साथ परमधाम जाना है
और वहाँ कम से कम एक साल रहना है।
: नेचर पुनर्निर्माण, हरियाली, स्वर्णिम प्रकाश]उस एक वर्ष में —
नेचर 100% प्योर हो जाएगी।
हर चीज़ फिर से सेट होगी।
और फिर —
सिंगल सेकंड का भी अंतर नहीं होगा।
वन-वन-वन…
दिव्य आत्माएं, दिव्य महलों में प्रकट होंगी।
❓ प्रश्न 1:क्या सतयुग की पहली रचना एक वर्ष तक योग-निद्रा में रहेगी?
🌸 उत्तर:हाँ, बाबा ने मुरली में बताया है कि सतयुग की प्रथम रचना — जो सबसे पवित्र आत्माएं होंगी — वे एक वर्ष तक योग निद्रा में रहेंगी।
उस समय आत्माएं परमधाम में विश्राम करेंगी, और धरती पर नेचर का पार्ट चलेगा।
❓ प्रश्न 2:उस एक वर्ष में कौन कार्य करेगा?
🌿 उत्तर:उस एक वर्ष में आत्माएं कुछ नहीं करेंगी —
प्रकृति (Nature) का कार्य चलेगा।
धरती शुद्ध होगी, हवा, जल और वातावरण दिव्य बनेंगे।
नेचर खुद 100% प्योर हो जाएगी।
❓ प्रश्न 3:फिर सतयुगी आत्माएं कहाँ से प्रकट होंगी?
🏰 उत्तर:वे दिव्य आत्माएं, एक-एक करके, योग-निद्रा से बाहर आएंगी।
उन्हें दिव्य शरीर प्राप्त होगा, और वे दिव्य महलों में प्रकट होंगी —
जो पहले से ही धरती के अंदर एडवांस पार्टी द्वारा तैयार किए गए होंगे।
❓ प्रश्न 4:उनके लिए ये महल कौन बनाएगा?
🛕 उत्तर:एडवांस पार्टी — जो अभी इस विश्व में है —
वे ही सतयुग की संरचना और दिव्य नगरी की स्थापना कर रहे हैं।
यह कार्य बाबा की युक्ति से वंडरफुल और गुप्त रूप में चल रहा है।
❓ प्रश्न 5:इतने सारे बम्स और मिसाइल्स तैयार हैं — फिर भी युद्ध क्यों रुका है?
💣 उत्तर:क्योंकि जो शक्तिशाली आत्माएं इन हथियारों को चलाने वाली हैं,
उन्हें भी डर है — “क्या हम भी मर जाएंगे?”
इसलिए वे फुल-प्रूफ सुरक्षित स्थान बना रहे हैं —
धरती के अंदर, समुद्र में, बंकरों में…
❓ प्रश्न 6:क्या वे सुरक्षित रहेंगे?
🔥 उत्तर:बिलकुल नहीं।
जैसे होलिका को विश्वास था कि “मैं नहीं जलूंगी”,
पर अंत में प्रह्लाद बचा और होलिका जल गई।
वैसे ही, आज की शक्तिशाली हस्तियों को लगता है कि दुनिया जल जाएगी, पर हम नहीं।
पर बाबा ने कहा है —
विकारी शरीर उस कयामत की आग में जल जाएंगे।
केवल निर्विकारी आत्माएं ही बचेंगी।
❓ प्रश्न 7:क्या इन सुरक्षित स्थानों से बाद में महल बाहर आएंगे?
🏗️ उत्तर:हाँ, बाबा कहते हैं —
जो भी निर्माण धरती के अंदर या समुद्र में हुआ है,
वे विनाश की उथल-पुथल में सुरक्षित रहेंगे।
और फिर समय आने पर महलों के रूप में प्रकट होंगे।
❓ प्रश्न 8:सभी आत्माएं परमधाम कैसे और क्यों जाएंगी?
✨ उत्तर:बाबा ने मुरली में कहा —
“जब रानी मक्खी जाती है, तो सारी मक्खियाँ उसके पीछे जाती हैं।”
शिव बाबा के साथ सारी आत्माएं एक साथ परमधाम जाएंगी।
कृष्ण की आत्मा भी तभी जाएगी, और कम से कम एक साल वहाँ ठहरेगी।
❓ प्रश्न 9:क्या ये सब पूर्व निर्धारित (pre-planned) है?
⏳ उत्तर:जी हाँ।यह ड्रामा का एक एक्यूरेट पार्ट है।
बाबा कहते हैं —
“एक सेकंड भी आगे-पीछे नहीं होगा।”
सब कुछ सटीक समय पर, वन-वन-वन आत्माएं प्रकट होंगी।
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