(33) 1.बाप सभी आत्माओं को साथ ले जाएंगे बाकी शरीर सब खत्म हो जाएंगे
( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)
🕊️ “लुट-लुट ओम शांति ओम…”“आज की बेहद शक्तिशाली साकार मुरली में, परमपिता शिव बाबा ने खोल दिया है श्रीकृष्ण के दिव्य जन्म का रहस्य…
और वो रास्ता, जो आत्माओं को परमधाम तक ले जाएगा। चलिए चलते हैं उस मंथन में… 14 लुटों के अमूल्य खजाने के साथ!”
🌟 1 – बाबा सब आत्माओं को साथ ले जाएंगे]
🎙️ “बाबा ने आज कहा — ‘मैं सब आत्माओं को साथ लेकर चलूंगा।’तो हमें क्या करना है?
लुट करना है… यानी इस अमूल्य समय का पूरा-पूरा लाभ उठाना है।
यह संगमयुग ही श्रीकृष्ण के जन्म की धरती है — और इसी संगमयुग पर बाबा सबको लेकर जाएंगे।”
🖼️ :आत्माएं प्रकाश की रेखा में उड़ती जा रही हैं — पीछे पुरानी दुनिया, आगे स्वर्णिम द्वारका
🔥 2 – शरीर बचेंगे, जो पवित्र बने होंगे]
🎙️ “बाबा ने कहा — ‘कुछ शरीर बचेंगे।’वो कौन से शरीर?
जिन्होंने खुद को पवित्र बनाया, और प्रकृति को भी पावन करने में मदद की।
जैसे होलिका में प्रह्लाद बचा…
जैसे आग में मटके के अंदर बिल्ली के बच्चे बच गए…
उसी तरह, जो आत्माएं श्रीमत पर पवित्र बनी, उनका शरीर प्रकृति सुरक्षित रखेगी।”
🌊 3 – श्रीकृष्ण का जन्म होगा, पहले होगा, बाद में समझ में आएगा]
🎙️ “बाबा ने कहा — ‘पहले श्रीकृष्ण का जन्म होगा, पर दुनिया को बाद में समझ आएगा।’
तीन हिस्सों में जलमय भारत से, पहला पत्ता उभरेगा —
और चारों ओर जयकारे होंगे —
‘श्रीकृष्ण का जन्म हो गया!’
पर यह एक अदृश्य, दिव्य जन्म होगा — जो धीरे-धीरे प्रत्यक्ष होगा।”
🎨 : भारत का जलमय चित्र, उसमें से एक कमल निकलता है, श्रीकृष्ण की आकृति उभरती है
🌀 4 – श्रीकृष्ण का जन्म योगबल से होगा]
🎙️ “श्रीकृष्ण के जन्म से पहले जो भी आत्माएं आएंगी, उनका जन्म सामान्य होगा। पर श्रीकृष्ण का जन्म — योगबल से होगा!
क्योंकि वह पहली पवित्र आत्मा है, जो स्वर्ग की शुरुआत करेगी।”
🏹 5 – महाविनाश और जयजयकार साथ होंगे]
🎙️ “बाबा ने संकेत दिया —एक ओर पुरानी दुनिया का विनाश…और दूसरी ओर —
नवयुग के राजकुमार का जन्म!
एक ही समय पर होंगे दो दृश्य —नगाड़ा भी बजेगा, और जयकारा भी गूंजेगा!”
🎥: एक तरफ पुरानी दुनिया जलती हुई, दूसरी तरफ कृष्ण के जन्म का प्रकाश
🏰 6 – सोने की द्वारका जल में से निकलेगी]
🎙️ “भक्त कहते हैं — ‘सोने की द्वारका जल में से निकली।’असल में, जब भारत जलमय होगा,तब दिव्य द्वारका — एक नए पत्ते के रूप में प्रकट होगी।यही है श्रीकृष्ण के जन्म का रहस्य!”
🌸 7 – ब्रह्मा बाबा ही श्रीकृष्ण बनते हैं]
🎙️ “बाबा ने स्पष्ट किया —
‘ब्रह्मा बाबा ही श्रीकृष्ण बनते हैं।’कमल पुष्प समान पवित्र बनते हैं,और फिर सतयुग का पहला राजकुमार बनते हैं —
लक्ष्मी नारायण।”
🎥: ब्रह्मा बाबा ध्यान में बैठे, धीरे-धीरे श्रीकृष्ण का रूप बनता है
🕊️ 8 – श्रीकृष्ण एक साल परमधाम में रहेंगे]
🎙️ “श्रीकृष्ण का जन्म संगमयुग पर होता है,
फिर वे एक साल तक परमधाम में रहते हैं।जब पुरानी दुनिया पूरी तरह समाप्त हो जाती है,तब वे प्रकट होते हैं —
लक्ष्मी नारायण के रूप में।”
💫 9 – ब्रह्मा-विष्णु-शंकर का संयुक्त पाठ]
🎙️ “बाबा ने बताया —ब्रह्मा, विष्णु और शंकर —तीनों का पाठ संगम पर होता है।
श्रीकृष्ण, ब्रह्मा और विष्णु का ज्ञान एक ही समय पर आता है।”
🔥 10 – शरीर खत्म होंगे, पर श्रीकृष्ण का बचेगा]
🎙️ “श्रीकृष्ण के माता-पिता का शरीर नष्ट हो जाएगा,
क्योंकि उनका जन्म योगबल से नहीं था।
पर श्रीकृष्ण का शरीर —
प्रकृति स्वयं सुरक्षित रखेगी।”
🌍 11 – वैकुंठ तब बनता है, जब श्रीकृष्ण जन्म लेते हैं]
🎙️ “जब श्रीकृष्ण जन्म लेते हैं,तभी वैकुंठ कहलाता है।क्योंकि वह जन्म ही,नवयुग की शुरुआत है!”
📖 12 – आत्म-अभिमानी बनने में मेहनत है] “बाबा कहते हैं —आत्मा बनो, शरीर नहीं।’यह सबसे बड़ा पुरुषार्थ है —
जो आत्मा आत्म-अभिमानी बनती है,वही श्रीकृष्ण बनने के योग्य बनती है।”
🔮 13 – संगम पर सब हिसाब चुकता हो रहा है]“इस समय,हर आत्मा अपने कर्मों का हिसाब चुकता कर रही है।
जब पाप का खाता समाप्त होगा, तभी सतयुग का द्वार खुलेगा।”
🌞 14 – जो मांगता है, वह देवता नहीं बनता] “बाबा कहते हैं —‘देवता कभी मांगते नहीं।’
देवता वही बनते हैं जो सेवा करते हैं,जो बिना मांगे परमपिता से सब कुछ पा लेते हैं।”
🛕 “तो प्यारे भाई-बहनों,यह 14 लुटें आज की मुरली से हमें क्या सिखाती हैं?
कि हम श्रीकृष्ण के उस दिव्य जन्म के पात्र बनें,जो इस संगमयुग पर होने जा रहा है…बाबा ने स्पष्ट कर दिया है —
“तुम ही श्रीकृष्ण थे… और अब फिर वही बनना है।”
🔔 “अगर यह ज्ञान आपके दिल को छू गया, तो वीडियो को Like करें, चैनल को Subscribe करें, और कमेंट में लिखें – ‘मैं श्रीकृष्ण बनने जा रहा हूँ!’”
“श्रीकृष्ण का जन्म हो गया! | आज की मुरली के 14 रहस्य |
श्रीकृष्ण, जल से निकलती द्वारका, ब्रह्मा बाबा ध्यान में, कमल और प्रकाश की रेखा
🕊️ “लुट-लुट ओम शांति ओम…”
“आज की बेहद शक्तिशाली साकार मुरली में, परमपिता शिव बाबा ने खोल दिया है श्रीकृष्ण के दिव्य जन्म का रहस्य… और वो रास्ता, जो आत्माओं को परमधाम तक ले जाएगा।”
💎 14 लुटों के अमूल्य खजानों के साथ — सवाल-जवाब की सुंदर श्रंखला!
❓1. बाबा सब आत्माओं को साथ लेकर कैसे जाएंगे?
🔊 उत्तर:बाबा ने कहा — “मैं सब आत्माओं को साथ लेकर चलूंगा।”
इसलिए हमें संगमयुग के इस अमूल्य समय का पूरा लाभ लेना है।
यही संगमयुग है श्रीकृष्ण के दिव्य जन्म की धरती!
❓2. किसके शरीर बचेंगे?
🔊 उत्तर:जो आत्माएं पवित्र बनी रहीं, उनका शरीर प्रकृति स्वयं सुरक्षित रखेगी।
जैसे होलिका में प्रह्लाद बचा… वही संकेत है।
❓3. श्रीकृष्ण का जन्म पहले होगा, लेकिन समझ में बाद में क्यों आएगा?
🔊 उत्तर:क्योंकि यह दिव्य, अदृश्य जन्म होगा — पहले आत्मा जन्म लेगी, फिर धीरे-धीरे संसार को उसका सत्य समझ आएगा।
❓4. श्रीकृष्ण का जन्म सामान्य नहीं, योगबल से कैसे होगा?
🔊 उत्तर:वह आत्मा पहली पवित्र आत्मा होगी — जो योगबल द्वारा जन्म लेकर स्वर्ग की शुरुआत करेगी।
❓5. क्या विनाश और विजय साथ-साथ होंगे?
🔊 उत्तर:हां! जब पुरानी दुनिया का विनाश होगा, ठीक उसी समय श्रीकृष्ण का जन्म होगा — नगाड़ा और जयकारा दोनों साथ-साथ!
❓6. सोने की द्वारका जल में से कैसे निकलेगी?
🔊 उत्तर:जलमय भारत से एक नया पत्ता — दिव्य द्वारका के रूप में प्रकट होगा।
इसी को कहते हैं “जल से निकली सोने की द्वारका।”
❓7. ब्रह्मा बाबा ही श्रीकृष्ण कैसे बनते हैं?
🔊 उत्तर:ब्रह्मा बाबा ने खुद को कमल समान पवित्र बनाया —
वही आत्मा सतयुग में श्रीकृष्ण बनती है।
❓8. श्रीकृष्ण का एक साल परमधाम में रहना क्या दर्शाता है?
🔊 उत्तर:वह दिव्य आत्मा पहले परमधाम में विश्राम करती है —
फिर जब पुरानी दुनिया खत्म हो जाती है, तब प्रकट होती है लक्ष्मी-नारायण के रूप में।
❓9. ब्रह्मा, विष्णु, शंकर — तीनों का पाठ एक साथ कैसे होता है?
🔊 उत्तर:संगमयुग पर तीनों देवताओं की भूमिका एक ही आत्मा निभाती है —
ज्ञान, स्थापना और विनाश के माध्यम से।
❓10. श्रीकृष्ण का शरीर क्यों बचेगा, बाकियों का नहीं?
🔊 उत्तर:क्योंकि श्रीकृष्ण का जन्म योगबल से हुआ होगा।
प्रकृति स्वयं ऐसे शरीर की रक्षा करेगी।
❓11. वैकुंठ का आरंभ कब होता है?
🔊 उत्तर:जब श्रीकृष्ण का दिव्य जन्म होता है —
वहीं से वैकुंठ की शुरुआत होती है।
❓12. आत्म-अभिमानी बनने का क्या महत्व है?
🔊 उत्तर:आत्म-अभिमान ही श्रीकृष्ण बनने की पहली सीढ़ी है।
बाबा कहते हैं — “जो आत्मा आत्म-अभिमानी बनी, वही देवता बनती है।”
❓13. संगमयुग पर कौनसा खाता चुकता हो रहा है?
🔊 उत्तर:हर आत्मा अपने कर्मों का हिसाब-किताब समाप्त कर रही है।
जब यह खत्म होगा, तब स्वर्ग का द्वार खुलेगा।
❓14. मांगने वाला देवता नहीं बन सकता — क्यों?
🔊 उत्तर:क्योंकि देवता सेवाधारी होते हैं, याचक नहीं।
जो बिना मांगे बाबा से सब कुछ पा लेता है, वही देवता बनता है।
🕊️ समापन संदेश
“प्यारे आत्माओं! बाबा ने आज स्पष्ट किया —
‘तुम ही श्रीकृष्ण थे… और अब वही फिर बनना है।’
इस संगमयुग पर, श्रीकृष्ण का जन्म हो चुका है —
अब हमें उस जन्म के पात्र बनना है!”
श्रीकृष्ण का दिव्य जन्म, ब्रह्मा बाबा श्रीकृष्ण, संगमयुग का रहस्य, ब्रह्मा कुमारिस मुरली, आज की साकार मुरली, श्रीकृष्ण जन्म संगम पर, योगबल से जन्म, परमधाम का रास्ता, सोने की द्वारका, वैकुंठ की स्थापना, महाविनाश और जन्म, आत्मा का कल्याण, शिव बाबा का संदेश, आत्म अभिमानी पुरुषार्थ, ब्रह्मा विष्णु शंकर संगम, ब्रह्मा बाबा का रहस्य, संगमयुग की गुप्त बातें, श्रीकृष्ण जल में से, सतयुग की शुरुआत, 14 लुटें मुरली, ओम शांति ओम, श्रीकृष्ण का प्रकाश, कमल पुष्प श्रीकृष्ण, ब्रह्मा बाबा ध्यान, ब्रह्मा कुमारिस ज्ञान, अव्यक्त मुरली संकेत, श्रीकृष्ण और द्वारका, आत्मा परमात्मा मिलन, शिव बाबा के खजाने,
Divine birth of Shri Krishna, Brahma Baba Shri Krishna, Secret of Confluence Age, Brahma Kumaris Murli, Today’s Saakar Murli, Shri Krishna’s birth at Sangam, Birth by Yogbal, Path to Paramdham, Golden Dwarka, Establishment of Vaikunth, Mahavinash and Birth, Welfare of the soul, Shiv Baba’s message, Self-respectful effort, Brahma Vishnu Shankar Sangam, Secret of Brahma Baba, Secret things of Confluence Age, Shri Krishna from water, Beginning of Satyug, 14 looted Murli, Om Shanti Om, Light of Shri Krishna, Lotus flower Shri Krishna, Brahma Baba meditation, Brahma Kumaris knowledge, Avyakt Murli hint, Shri Krishna and Dwarka, Soul Supreme Soul meeting, Treasures of Shiv Baba,