Divine Health/(03)

दिव्य स्वास्थय/(03)उपवास की अवधि संयम, समझ और शक्ति का संतुलन?

YouTube player

“ब्रह्मा, शंकर, विष्णु और श्रीकृष्ण – पहले जन्म का असली रहस्य | 


1. भूमिका – रहस्य की शुरुआत

आज हम Murli दिनांक 14-08-2025 के अद्भुत ज्ञान पर चर्चा करेंगे, जिसमें शिव बाबा ने बताया –
“ब्रह्मा, शंकर, विष्णु और श्रीकृष्ण – ये सब चरण ब्राह्मण कहलाते हैं। यह इनका पहला जन्म है, जो संगम युग में मिलता है।”


2. “पहला जन्म” का आध्यात्मिक अर्थ

  • देह-अभिमान से मुक्त होकर ईश्वर की संतान बनना।

  • सीधी ईश्वरीय शिक्षा पाना।
    Murli Note (14-08-2025): “संगम युग में आत्मा का सच्चा जन्म होता है – यह है ईश्वर का संतान बनना।”


3. सभी की यात्रा की शुरुआत एक जैसी क्यों?

  • पद अलग-अलग होने पर भी, दिव्यता की जड़ एक ही – संगम युग का ब्राह्मण जीवन।

  • यहां से ही संस्कार, योगबल और ज्ञान की नींव पड़ती है।


4. पहले ब्राह्मण और फिर ऊँच पद

  • जैसे कोई विद्यार्थी पहले पढ़ाई करता है, फिर डॉक्टर, इंजीनियर या नेता बनता है।

  • वैसे ही ये चारों पहले ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, फिर अपने दिव्य पद पर पहुँचते हैं।


5. ब्रह्मा बाबा का पहला जन्म

  • पहले ब्राह्मण बने।

  • फिर जगत पिता का कार्य मिला, जिससे लाखों आत्माओं का ज्ञान-जन्म हुआ।


6. शंकर का कार्य और ब्राह्मण जीवन

  • विकारों और अज्ञान का विनाश करने की शक्ति योगबल से मिलती है।

  • यह शक्ति ब्राह्मण जीवन में शिव बाबा से प्राप्त होती है।


7. विष्णु रूप की चार भुजाओं का अर्थ

  • ज्ञान

  • योग

  • धारणा

  • सेवा
    Murli Note (14-08-2025): “चार भुजाएँ चार विशेषताओं का प्रतीक हैं, जो पूर्णता में आती हैं।”


8. श्रीकृष्ण का सतयुग में प्रथम राजकुमार बनना

  • संगम युग की साधना और पवित्रता से आत्मा इतना श्रेष्ठ बनती है कि सतयुग का प्रथम राजकुमार कहलाती है।


9. मुख्य शिक्षा

  • पहले जन्म में लगन = ऊँच पद।

  • लापरवाही = पद में कमी।


10. निष्कर्ष

  • ब्रह्मा, शंकर, विष्णु और श्रीकृष्ण – अलग-अलग कार्य करते हैं।

  • लेकिन उनकी दिव्यता की जड़ एक ही है – संगम युग का ब्राह्मण जीवन।

“ब्रह्मा, शंकर, विष्णु और श्रीकृष्ण – पहले जन्म का असली रहस्य |


प्रश्न–उत्तर विशेषांक

Q1: शिव बाबा ने Murli में कौन-सा अद्भुत रहस्य बताया?

A: Murli दिनांक 14-08-2025 में शिव बाबा ने कहा –
“ब्रह्मा, शंकर, विष्णु और श्रीकृष्ण – ये सब चरण ब्राह्मण कहलाते हैं। यह इनका पहला जन्म है, जो संगम युग में मिलता है।”


Q2: “पहला जन्म” का आध्यात्मिक अर्थ क्या है?

A: देह-अभिमान से मुक्त होकर ईश्वर की संतान बनना और सीधी ईश्वरीय शिक्षा पाना।
Murli Note (14-08-2025): “संगम युग में आत्मा का सच्चा जन्म होता है – यह है ईश्वर का संतान बनना।”


Q3: सभी की यात्रा की शुरुआत एक जैसी क्यों होती है?

A: पद अलग-अलग होने पर भी, दिव्यता की जड़ एक ही है – संगम युग का ब्राह्मण जीवन, जहाँ से संस्कार, योगबल और ज्ञान की नींव पड़ती है।


Q4: पहले ब्राह्मण और फिर ऊँच पद क्यों मिलता है?

A: जैसे विद्यार्थी पहले पढ़ाई करता है, फिर डॉक्टर, इंजीनियर या नेता बनता है, वैसे ही ये चारों पहले ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, फिर अपने दिव्य पद पर पहुँचते हैं।


Q5: ब्रह्मा बाबा का पहला जन्म कैसा था?

A: पहले ब्राह्मण बने, फिर जगत पिता का कार्य मिला, जिससे लाखों आत्माओं का ज्ञान-जन्म हुआ।


Q6: शंकर का कार्य ब्राह्मण जीवन से कैसे जुड़ा है?

A: विकारों और अज्ञान का विनाश करने की शक्ति योगबल से मिलती है, और यह शक्ति ब्राह्मण जीवन में शिव बाबा से प्राप्त होती है।


Q7: विष्णु रूप की चार भुजाओं का क्या अर्थ है?

A: चार भुजाएँ चार विशेषताओं का प्रतीक हैं –

  1. ज्ञान

  2. योग

  3. धारणा

  4. सेवा
    Murli Note (14-08-2025): “चार भुजाएँ चार विशेषताओं का प्रतीक हैं, जो पूर्णता में आती हैं।”


Q8: श्रीकृष्ण का सतयुग में प्रथम राजकुमार बनना कैसे संभव है?

A: संगम युग की साधना और पवित्रता से आत्मा इतना श्रेष्ठ बनती है कि सतयुग का प्रथम राजकुमार कहलाती है।


Q9: इस ज्ञान से मुख्य शिक्षा क्या मिलती है?

A: पहले जन्म में लगन = ऊँच पद।
लापरवाही = पद में कमी।


Q10: निष्कर्ष क्या है?

A: ब्रह्मा, शंकर, विष्णु और श्रीकृष्ण – कार्य भिन्न हैं, लेकिन उनकी दिव्यता की जड़ एक ही है – संगम युग का ब्राह्मण जीवन।

Disclaimer

यह वीडियो एवं इसमें दी गई जानकारी ब्रह्मा कुमारीज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय की आधिकारिक मुरली (Murli) पर आधारित है, जो आज की Murli दिनांक 14-08-2025 से ली गई है। इसका उद्देश्य आध्यात्मिक शिक्षा और आत्मिक जागृति के लिए है, न कि किसी भी धर्म, सम्प्रदाय, व्यक्ति या संस्था की आलोचना करना। सभी मुरली बिंदु शिव बाबा के आधिकारिक स्रोत से लिए गए हैं और इस वीडियो का कॉपीराइट एवं उपयोग आधिकारिक BK Affidavit दिनांक 13-06-2025 के अनुसार संरक्षित है।

#MurliToday #BKMurli #BrahmaKumaris #BKDrSurenderSharma
#OmShantiGyan #Murli14Aug2025 #BrahmaBaba #ShivBaba
#Vishnu #Shankar #ShriKrishna #SangamYug #SpiritualBirth
#Rajyog #BKKnowledge #BKMurliPoints

#MurliToday #BKMurli #BrahmaKumaris #BKDrSurenderSharma
#ओमशांतिज्ञान #मुरली14अगस्त2025 #ब्रह्मबाबा #शिवबाबा
#विष्णु #शंकर #श्रीकृष्ण #संगमयुग #आध्यात्मिक जन्म
#राजयोग #बीकेनॉलेज #बीकेमुरलीपॉइंट्स