दिव्य स्वास्थ्य
डिवाइन हेल्थ आज हम 19वां विषय कर रहे हैं।
आज का विषय है – मुहासों से छुटकारा।
प्राकृतिक उपाय और आध्यात्मिक समाधान
कैसे हम मुहासों से छुटकारा पा सकते हैं?
मुहासों की असली वजह
अक्सर लोग सोचते हैं कि मुहासे सिर्फ धूल, गंदगी या तैलीय त्वचा के कारण होते हैं।
ज्यादा तेल होता है तो ऐसे फोड़े-फुंसी हो जाते हैं।
लेकिन असली कारण है – शरीर में विषाक्त पदार्थों का जमाव।
गलत खानपान और मन का तनाव (टेंशन)।
जब मन अशांत और शरीर असंतुलित होता है तो त्वचा सबसे पहले संकेत देती है।
हमारा मन अशांत, चिंता, भय या तनाव में है तो हमारे जहरीले हार्मोंस बॉडी में जमा होने लगते हैं।
साथ ही, यदि हमने ऐसे पदार्थ खाने में ले लिए हैं जो शरीर के लिए विष का काम करते हैं,
तो ब्लड उन्हें बाहर निकालने का प्रयास करता है –
कभी पसीने से, कभी बाथरूम के द्वारा।
जब यह विष पसीने से निकलता है, तो त्वचा पर मुहासों और खुजली के रूप में दिखाई देता है।
उपाय
प्राकृतिक आहार और सफाई
अगर हम नेचुरल आहार लें तो शरीर अपने आप साफ हो जाता है।
डॉक्टर भी दवाइयां देते हैं सफाई के लिए, पर असली उपाय है शरीर को डिटॉक्स करना।
तनाव और हार्मोंस
टेंशन के कारण जहरीले हार्मोंस बनते हैं।
योग और मेडिटेशन से मन शांत होता है, और शरीर के अंदर से जहर बाहर निकल जाता है।
शुद्ध और ऑर्गेनिक आहार
सफेद पैठा, लौकी, टमाटर, गाजर, आलू, पालक।
ये सब्जियां शरीर को ठंडक देती हैं और विषैले तत्व बाहर निकालती हैं।
अंगूर, नाशपाती, बेर जैसे फल भी डिटॉक्स में मदद करते हैं।
विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल त्वचा को नया जीवन देते हैं।
त्रिफला और जड़ी-बूटियां
त्रिफला, सनाई की पत्तियां, अमरस के बीज – ये पेट साफ करते हैं और रक्त को शुद्ध करते हैं।
रात को खाना खाने के 1–2 घंटे बाद त्रिफला लेना सर्वोत्तम है।
बीज और फाइबर
चिया बीज, मेथी, अलसी – ये पाचन तंत्र को मजबूत और पेट साफ रखने में मदद करते हैं।
फाइबर त्वचा में प्राकृतिक चमक लाता है।
जीवनशैली और मन की शांति
तनाव कम करना, सकारात्मक सोच रखना, क्रोध व ईर्ष्या से बचना।
क्योंकि थॉट्स से ही हार्मोंस रिलीज होते हैं – नकारात्मक थॉट्स जहरीले हार्मोंस बनाते हैं।
आध्यात्मिक समाधान
बाबा कहते हैं:
18 जुलाई 2024: “बच्चे, तन-मन-धन को पवित्र बनाओ तो हर प्रकार के रोग स्वतः दूर हो जाएंगे।”
5 मार्च 2023: “शुद्ध आहार और योग बल से रक्त शुद्ध हो जाता है।”
योग बल से आत्मा को शक्ति मिलती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है।
चेहरा देव जैसा उज्ज्वल हो जाता है।
उदाहरण
एक युवक रोज़ फेसवाश और क्रीम बदलता रहा लेकिन मुहासे खत्म नहीं हुए।
दूसरे ने आहार और मेडिटेशन पर ध्यान दिया।
तीन महीने में उसका चेहरा इतना साफ हो गया कि सबने पूछा – “राज़ क्या है?”
उसने कहा – “प्रकृति और परमात्मा का योग।”
निष्कर्ष
मुहासों से छुटकारा पाने के लिए केवल बाहर की क्रीम नहीं,
बल्कि अंदर की सफाई, मन की शांति और शुद्ध आहार सबसे ज़रूरी है।
जब तन और मन दोनों स्वस्थ होते हैं, तब चेहरा प्राकृतिक रूप से दमक उठता है।