Short Questions & Answers Are given below (लघु प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं) (संदेश 08)
आज जब वतन में गई तो कोई भी नजर नहीं आ रहा था। दूर से कोई जैसे आवाज आ रही थी – ऐसे लग रहा था जैसे कोई खास कार्य हो रहा हो। मैं पहले तो कुछ रूकी लेकिन फिर आगे चलकर क्या देखा – शिवबाबा ब्रह्मा बाबा, मम्मा और विश्वकिशोर चारों ही आपस में बातचीत कर रहे थे और बहुत प्लैन उनके आगे रखे थे। जिसमें कुछ निशान आदि दिखाई दे रहे थे। लेकिन समझ में नहीं आया। मम्मा सभी बच्चों का हालचाल पूछ रही थी। मैंने कहा मम्मा आपने बाबा को भी बुला लिया। मम्मा बोली – मम्मा भी नहीं चाहती कि बच्चों से मात-पिता का साकारी साथ छूटे लेकिन ड्रामा। फिर मैंने बाबा से पूछा – बाबा यह प्लैन्स आदि क्या हैं? बाबा बोले – बच्ची, जैसे मार्शल के पास सारे नक्शे रहते हैं कि कहाँ-कहाँ क्या-क्या हो रहा है। आगे क्या होना है – वैसे यह भी स्थापना के कार्य की ही बातचीत चल रही थी। जो फिर सुनायेंगे। इसके बाद एक दृश्य दिखाया – जिसमें तीन संगठन थे। एक तो देखा लाल-लाल चीटियाँ जो आपस में गेंद के माफिक इक्ट्ठी हो जा रही थी। दृश्य ऐसा था जो ब्रह्मा बाबा ने शुरू-शुरू में देखा था -दूसरा संगठन था मूलवतन में आत्मायें शमा रूप में थी तीसरा संगठन – हम ब्राह्मणों का था। जो सभी सर्किल रूप में बैठे थे और बीच में बापदादा थे। वह ऐसे लग रहा था जैसे फूल के बीच में बूर होता है और चारों ओर पत्ते होते हैं। इसका रहस्य बाबा ने बताया – कि बच्ची जब प्रत्यक्षता शुरू हुई तो भी संगठन में देखा। अन्त में भी आत्माओं को संगठन रूप में ही रहना है और अब मध्य में भी संगठन है। संगठन की शक्ति है तो कोई भी हिला नहीं सकता। देखो, बापदादा ने कहाँ-कहाँ से चुन-चुनकर संगठन बनाया है। तो बच्चे भी जब संगठन में चलेंगे तो माया का वार नहीं होगा। जैसे गुलाब का फूल वा कोई भी फूल होता है तो उनको योग्य स्थान पर रखेंगे और अकेला पत्ता होगा तो हाथ से जल्दी मसल देंगे। तो बच्चों का भी संगठन रूपी गुलदस्ता होगा तो विजय प्राप्त करते रहेंगे। कोई वार नहीं कर सकेगा। ऐसे कहते बाबा ने कहा कि सभी बच्चों को कहना कि संगठन ही सेफ्टी का साधन है।
Title: “वतन में संगठन और बापदादा का दृष्टिकोण”
Questions and Answers:
- प्रश्न: वतन में पहुँचते समय वहाँ क्या महसूस हुआ?
- उत्तर: वतन में पहुँचते समय कोई नजर नहीं आ रहा था, और दूर से आवाजें आ रही थीं जैसे कोई खास कार्य चल रहा हो।
- प्रश्न: वतन में किसके साथ बातचीत हो रही थी?
- उत्तर: शिवबाबा, ब्रह्मा बाबा, मम्मा, और विश्वकिशोर आपस में बातचीत कर रहे थे और उनके सामने कुछ प्लान थे।
- प्रश्न: मम्मा ने बच्चों के बारे में क्या कहा?
- उत्तर: मम्मा ने कहा कि वह नहीं चाहतीं कि बच्चों से मात-पिता का साकार साथ छूटे, लेकिन यह सब ड्रामा के हिसाब से हो रहा है।
- प्रश्न: बाबा से प्लान्स के बारे में क्या पूछा और बाबा ने क्या बताया?
- उत्तर: मैंने बाबा से पूछा कि ये प्लान्स क्या हैं, तो बाबा ने बताया कि जैसे मार्शल के पास सारे नक्शे होते हैं, वैसे ये स्थापना के कार्य की बातचीत चल रही थी।
- प्रश्न: वतन में तीन संगठन क्या थे?
- उत्तर: पहला संगठन लाल-लाल चीटियाँ थीं, जो गेंद की तरह इकठ्ठी हो रही थीं; दूसरा संगठन आत्माएँ थीं जो शमा रूप में थीं; तीसरा संगठन ब्राह्मणों का था, जो सर्किल रूप में बैठे थे और बीच में बापदादा थे।
- प्रश्न: बाबा ने संगठन के बारे में क्या रहस्य बताया?
- उत्तर: बाबा ने बताया कि संगठन की शक्ति से माया का वार नहीं हो सकता। जैसे गुलाब के फूल को एक जगह रखा जाता है, वैसे ही संगठन रूपी गुलदस्ता बच्चों को सुरक्षा और विजय देगा।
- प्रश्न: बाबा ने बच्चों को क्या संदेश दिया?
- उत्तर: बाबा ने बच्चों से कहा कि संगठन ही सेफ्टी का साधन है और बच्चों को संगठन में चलने की सलाह दी।
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