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A-P(11)Do all souls who leave their bodies in an accident wander around?

January 21, 2025June 3, 2025omshantibk07@gmail.com

आत्मा-पदम (11)क्या किसी दुर्घटना में शरीर छोड़ने वाली सभी आत्मायें भटकती हैं

A-P 11″Do all souls who leave their bodies in an accident wander around?

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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दुर्घटना में शरीर छोड़ने वाली आत्माओं का रहस्य और कार्मिक अकाउंट का प्रभाव

क्या सभी आत्माएं भटकती हैं?

  • हर आत्मा का भटकना आवश्यक नहीं है।
  • जिन आत्माओं का कार्मिक अकाउंट पूरा हो चुका होता है, वे तुरंत नया शरीर धारण कर लेती हैं।
  • अधूरे अकाउंट वाली आत्माएं अस्थायी रूप से भटक सकती हैं।

दुर्घटनाओं में मृत्यु का गूढ़ रहस्य

  • दुर्घटनाओं में मृत्यु केवल बाहरी कारण है, जबकि आत्मा का शरीर छोड़ना पूर्वनिर्धारित होता है।
  • आत्मा तभी शरीर छोड़ती है जब नया गर्भ तैयार हो चुका होता है।

मृत्यु का समय और विधि

  • मृत्यु कभी अकाल नहीं होती; यह आत्मा के समय और कर्मों के अनुसार होती है।
  • यमदूत जैसी धारणाएं केवल प्रतीकात्मक हैं और मृत्यु को समझाने का एक माध्यम हैं।

कार्मिक अकाउंट और आत्मा का संतुलन

  • आत्मा को अपने कर्मों का हिसाब-किताब पूरा करना पड़ता है।
  • सुख और दुख के अनुभव आत्मा के पूर्व जन्म के कर्मों के परिणाम होते हैं।

ज्ञानी और अज्ञानी आत्माओं की स्थिति

  • ज्ञानी आत्मा अपने कर्मों को समझदारी से स्वीकारती है और शांतिपूर्ण रहती है।
  • अज्ञानी आत्मा केवल सहन करती है, लेकिन कर्मों के पीछे का कारण नहीं समझती।

मृत्यु के बाद का कर्मिक निपटान

  • आत्मा अपने अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए पुनः जन्म लेती है।
  • अपने सुख-दुख का हिसाब बराबर किए बिना आत्मा आगे नहीं बढ़ सकती।

अंतिम समय में आत्माओं की भूमिका

  • कई आत्माएं अंत समय में एक-दूसरे के लिए सहायक बनती हैं।
  • मनसा सेवा के माध्यम से आत्माएं ज्ञान और सहायता का आदान-प्रदान करती हैं।

निष्कर्ष: ड्रामा की सटीकता और आत्मा की यात्रा

  • हर आत्मा अपने निर्धारित हिस्से को सटीकता से निभाती है।
  • मृत्यु का समय और विधि पूर्वनियोजित है, और आत्मा की यात्रा उसके कर्मों पर आधारित है।
  • आत्मा को सत्य ज्ञान और ड्रामा की सटीकता को समझकर शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहिए।
  • दुर्घटना में शरीर छोड़ने वाली आत्माओं का रहस्य और कार्मिक अकाउंट का प्रभाव

    प्रश्न 1: क्या सभी आत्माएं भटकती हैं?
    उत्तर: नहीं, सभी आत्माएं भटकती नहीं हैं। जिन आत्माओं का कार्मिक अकाउंट पूरा हो चुका होता है, वे तुरंत नया शरीर धारण कर लेती हैं। वहीं, अधूरे अकाउंट वाली आत्माएं अस्थायी रूप से भटक सकती हैं।

    प्रश्न 2: दुर्घटनाओं में मृत्यु का गूढ़ रहस्य क्या है?
    उत्तर: दुर्घटनाओं में मृत्यु केवल बाहरी कारण है, जबकि आत्मा का शरीर छोड़ना पूर्वनिर्धारित होता है। आत्मा तभी शरीर छोड़ती है जब नया गर्भ तैयार हो चुका होता है।

    प्रश्न 3: मृत्यु का समय और विधि क्या होती है?
    उत्तर: मृत्यु कभी अकाल नहीं होती; यह आत्मा के समय और कर्मों के अनुसार होती है। यमदूत जैसी धारणाएं केवल प्रतीकात्मक हैं और मृत्यु को समझाने का एक माध्यम हैं।

    प्रश्न 4: कार्मिक अकाउंट और आत्मा का संतुलन कैसे कार्य करता है?
    उत्तर: आत्मा को अपने कर्मों का हिसाब-किताब पूरा करना पड़ता है। सुख और दुख के अनुभव आत्मा के पूर्व जन्म के कर्मों के परिणाम होते हैं।

    प्रश्न 5: ज्ञानी और अज्ञानी आत्माओं की स्थिति क्या होती है?
    उत्तर: ज्ञानी आत्मा अपने कर्मों को समझदारी से स्वीकारती है और शांतिपूर्ण रहती है, जबकि अज्ञानी आत्मा केवल सहन करती है, लेकिन कर्मों के पीछे का कारण नहीं समझती।

    प्रश्न 6: मृत्यु के बाद का कर्मिक निपटान कैसे होता है?
    उत्तर: आत्मा अपने अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए पुनः जन्म लेती है। अपने सुख-दुख का हिसाब बराबर किए बिना आत्मा आगे नहीं बढ़ सकती।

    प्रश्न 7: अंतिम समय में आत्माओं की भूमिका क्या होती है?
    उत्तर: कई आत्माएं अंत समय में एक-दूसरे के लिए सहायक बनती हैं। मनसा सेवा के माध्यम से आत्माएं ज्ञान और सहायता का आदान-प्रदान करती हैं।

    प्रश्न 8: ड्रामा की सटीकता और आत्मा की यात्रा का निष्कर्ष क्या है?
    उत्तर: हर आत्मा अपने निर्धारित हिस्से को सटीकता से निभाती है। मृत्यु का समय और विधि पूर्वनियोजित है, और आत्मा की यात्रा उसके कर्मों पर आधारित है। आत्मा को सत्य ज्ञान और ड्रामा की सटीकता को समझकर शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहिए।

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P.(10)There is no untimely death in Satyuga. What is the meaning of this?
Avyakta Murli”23-01-1969

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