एडवान्स स्टेज सेरीमनी मनाओ। {25}
( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)
ओम शांति और विषय की भूमिका
ओम शांति।
बापदादा के अमूल्य वचन हैं, जो हर आत्मा के जीवन को दिशा देते हैं।
आज हम 25वां विषय अध्ययन कर रहे हैं —
“एडवांस स्टेज सेरेमनी मनाओ”
यह गूढ़ ज्ञान 2 फरवरी 2004 की मुरली से लिया गया है, जिसमें बापदादा ने एडवांस पार्टी और हमारी आत्मिक अवस्था के बीच संबंध को उजागर किया है।
1. एडवांस पार्टी की पुकार
बापदादा कहते हैं —
“एडवांस पार्टी बार-बार हमारे पास आती है।”
वे कहती हैं:
हमें तो एडवांस पार्टी का पार्ट मिला, हम बजा रहे हैं,
लेकिन हमारे साथी अभी तक एडवांस स्टेज क्यों नहीं बना रहे हैं?
अब बताओ — इसका उत्तर क्या दूं?
2. कब बनेगी एडवांस स्टेज की आत्मा?
एडवांस स्टेज और एडवांस पार्टी का पाठ जब तक नहीं मिलेगा,
ड्रामा की समाप्ति संभव नहीं है।
तो प्रश्न उठता है:
कितने वर्षों में हम एडवांस स्टेज की आत्मा बनेंगे?
क्या हम तैयार हैं उस ब्राह्मण श्रेष्ठता के योग्य बनने के लिए?
3. हमारी चिंता या उनकी?
बाबा ने एक मीठी झिझक दी —
“वो आत्माएं सोचती हैं: हम कब मां-बाप बनेंगे?
उन्हें अपनी चिंता है,
लेकिन क्या हमें उनकी चिंता है?”
हमारा कार्य है — उन्हें जन्म देने योग्य स्टेज बनाना।
4. सब कुछ मना लिया, अब क्या बाकी है?
हमने सब कुछ मना लिया —
सिल्वर जुबली, गोल्डन जुबली, डायमंड जुबली…
पर क्या हमने एडवांस स्टेज की सेरेमनी मनाई?
बाबा कहते हैं —
“अब वह दिन फिक्स करो जब आत्माएं एडवांस स्टेज में प्रवेश करेंगी।”
“क्या वह दिन अचानक आएगा या निर्धारित होगा?”
पांडवों से बाबा ने सीधा पूछा — “बोलो कुछ तो…”
5. क्या हम तैयार हैं उस दिन के लिए?
बाबा पूछते हैं:
“रमेश को कहो, बताओ — आखिर यह तो होना ही है।
तो उसकी डेट बताओ।”
लेकिन अगर कोई तारीख नहीं बता पा रहा,
तो इसका अर्थ है — तैयारी अभी अधूरी है।
6. निष्कर्ष: क्या हमें एक साल और चाहिए?
बाबा ने अंत में कहा —
“तैयारी नहीं है तो एडवांस पार्टी को एक वर्ष और रुकना पड़ेगा।”
क्या हम उस दिन को और टालेंगे?
या आज से ही अपनी आत्मा को उस एडवांस स्टेज की ओर ले जाएंगे?
अंतिम आह्वान
अब समय है —
एडवांस स्टेज की तैयारी का संकल्प लेने का।
आप खुद से पूछिए —
“क्या मैं आज से ही वह आत्मा बनने की तिथि निश्चित कर सकता हूँ?”
ओम शांति और विषय की भूमिका
प्रश्न 1:आज हम कौन-सा विषय अध्ययन कर रहे हैं और यह किस मुरली से लिया गया है?
उत्तर:हम 25वां विषय “एडवांस स्टेज सेरेमनी मनाओ” का अध्ययन कर रहे हैं। यह विषय 2 फरवरी 2004 की अव्यक्त मुरली से लिया गया है, जिसमें बापदादा ने एडवांस पार्टी और हमारी आत्मिक अवस्था के संबंध को स्पष्ट किया है।
1. एडवांस पार्टी की पुकार
प्रश्न 2:बापदादा ने एडवांस पार्टी के बारे में क्या कहा है?
उत्तर:बापदादा ने कहा कि एडवांस पार्टी बार-बार उनके पास आती है और कहती है: “हमें एडवांस पार्टी का पार्ट तो मिल गया, लेकिन हमारे साथी अभी तक एडवांस स्टेज क्यों नहीं बना रहे हैं?”
प्रश्न 3:इस स्थिति में बापदादा किससे उत्तर मांगते हैं?
उत्तर:बापदादा हमसे पूछते हैं — “बताओ, क्या उत्तर दूं?” अर्थात् वे हमारी तैयारी पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं।
2. कब बनेगी एडवांस स्टेज की आत्मा?
प्रश्न 4:एडवांस स्टेज और एडवांस पार्टी का क्या संबंध है?
उत्तर:जब तक एडवांस स्टेज और एडवांस पार्टी का पाठ नहीं मिलता, तब तक ड्रामा की समाप्ति संभव नहीं है। दोनों का मिलन ही विश्व परिवर्तन की पूर्णता है।
प्रश्न 5:बाबा कौन-सा मौलिक प्रश्न पूछते हैं?
उत्तर:बाबा पूछते हैं — “कितने वर्षों में हम एडवांस स्टेज की आत्मा बनेंगे?”
यह प्रश्न आत्मनिरीक्षण के लिए प्रेरित करता है।
3. हमारी चिंता या उनकी?
प्रश्न 6:एडवांस पार्टी की आत्माएं किस बात की चिंता करती हैं और हमें क्या करना है?
उत्तर:एडवांस आत्माएं सोचती हैं — “हम कब मां-बाप बनेंगे?”
परंतु हमें उनकी चिंता करते हुए उन्हें जन्म देने योग्य एडवांस स्टेज बनानी है।
4. सब कुछ मना लिया, अब क्या बाकी है?
प्रश्न 7:बाबा ने क्या कहा जब सब जयंती उत्सव मना चुके हैं?
उत्तर:बाबा ने कहा — “सिल्वर, गोल्डन, डायमंड जुबली सब मना लिया। अब एडवांस स्टेज की सेरेमनी मनाओ।”
प्रश्न 8:क्या एडवांस स्टेज की तिथि तय करनी चाहिए या वह अचानक होगी?
उत्तर:बाबा ने पांडवों से स्पष्ट पूछा — “डेट फिक्स होगी या अचानक होगा?”
यह संकेत है कि हमें तारीख तय करके संकल्पपूर्वक तैयारी करनी चाहिए।
5. क्या हम तैयार हैं उस दिन के लिए?
प्रश्न 9:बाबा ने रमेश से क्या पूछा और उसका क्या भाव था?
उत्तर:बाबा ने कहा — “रमेश को कहो, बताओ — आखिर यह तो होना ही है। डेट बताओ।”
इसका अर्थ था कि अब बहाने नहीं, निश्चित तैयारी की आवश्यकता है।
6. निष्कर्ष: क्या हमें एक साल और चाहिए?
प्रश्न 10:अगर हम तैयार नहीं हैं तो क्या होगा?
उत्तर:बाबा ने कहा — “तैयारी नहीं है तो एडवांस पार्टी को एक वर्ष और रुकना पड़ेगा।”
इसलिए हमारी निष्क्रियता दूसरों की यात्रा को भी रोक रही है।
अंतिम आह्वान
प्रश्न 11:अब हमें क्या संकल्प लेना चाहिए?
उत्तर:हमें आज ही यह संकल्प लेना है —
“मैं वह आत्मा बनूंगा जो एडवांस स्टेज के लायक है।”
और उसकी तिथि मन में निश्चित करनी है।
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