Pratyakshata-padam(145) The final scene of the kalpa is when the stars will be visible

प्रत्यक्षता-पदम(145)कल्प का अंतिम दृश्य सितारे प्रत्यक्ष होंगे

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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कल्प का अंतिम दृश्य सितारे प्रत्यक्ष होंगे

जैसे किसी भी नाटक (ड्रामा) का अंतिम दृश्य तब पूर्ण होता है जब सभी अभिनेता स्टेज पर आकर पर्दा गिरने से पहले अंतिम प्रणाम करते हैं, वैसे ही यह कल्प का महान ड्रामा अपने समापन की ओर बढ़ रहा है।

 अंतिम प्रत्यक्षता सबको होगा साक्षात्कार

  1. इस अंतिम समय में, सभी आत्माओं को किसी न किसी रूप में स्वप्न, झलक या चारों ओर उठने वाली आवाज़ के माध्यम से यह अनुभव होगा कि इस युग के महान नायक (होरो पार्टधारी) स्टेज पर आ चुके हैं।
  2. “धरती के सितारे धरती पर प्रत्यक्ष हो गए हैं” यह उद्घोष चारों ओर गूंजेगा।

इष्टदेव की प्राप्ति से होगा संतोष

  1. जब यह साक्षात्कार होगा, तब हर आत्मा अपने इष्ट देव को पहचानकर संतुष्ट हो

 जाएगी।

  1. लोग कहेंगे कि जिन्हें हम खोज रहे थे,वेहमारे सामने आ चुके हैं।
  2. भक्तों को सहारा मिलेगा,वेअपनी मंज़िल पा लेंगेऔर अत्यधिक आनंदित होंगे।

अब समय है अंतिम तैयारी का

अब वह समय आ रहा है जब हमारी ऊँची स्थिति और दिव्यता ही इस दुनिया के लिए प्रकाशस्तंभ बनेगी। इसलिए आत्मिक स्वरूप में स्थित होकर, इस दिव्य नाटक के अंतिम साक्षात्कार दृश्य के लिए स्वयं को तैयार करें।

कल्प का अंतिम दृश्य – सितारे प्रत्यक्ष होंगे

जैसे किसी भी नाटक (ड्रामा) का अंतिम दृश्य तब पूर्ण होता है जब सभी अभिनेता स्टेज पर आकर पर्दा गिरने से पहले अंतिम प्रणाम करते हैं, वैसे ही यह कल्प का महान ड्रामा अपने समापन की ओर बढ़ रहा है।


प्रश्न और उत्तर

1.प्रश्न.अंतिम प्रत्यक्षता से आत्माओं को क्या अनुभव होगा?

उत्तर:

  • इस अंतिम समय में, हर आत्मा को किसी न किसी रूप में साक्षात्कार अवश्य होगा।

  • कोई स्वप्न में, कोई एक झलक में, तो कोई चारों ओर गूँजती आवाज़ के माध्यम से यह अनुभव करेगा कि अब महान नायक (हीरो पार्टधारी) स्टेज पर आ चुके हैं।

  • चारों ओर उद्घोष होगा –
    “धरती के सितारे धरती पर प्रत्यक्ष हो गए हैं!”

2.प्रश्न इष्ट देव की प्राप्ति से आत्माओं को क्या अनुभव होगा?

उत्तर:

  • जब यह साक्षात्कार होगा, तब हर आत्मा अपने इष्ट देव को पहचानकर संतुष्ट हो जाएगी।

  • लोग कहेंगे –
    “जिन्हें हम खोज रहे थे, वे हमारे सामने आ चुके हैं!”

  • भक्तों को सहारा मिलेगा, वे अपनी मंज़िल पा लेंगे और अत्यधिक आनंदित होंगे।

3.प्रश्न इस समय हमें क्या अंतिम तैयारी करनी चाहिए?

उत्तर:

  • अब वह समय आ रहा है जब हमारी ऊँची स्थिति और दिव्यता ही इस दुनिया के लिए प्रकाशस्तंभ बनेगी।

  • इसलिए हमें आत्मिक स्वरूप में स्थित होकर, इस दिव्य नाटक के अंतिम साक्षात्कार दृश्य के लिए स्वयं को तैयार करना है।

  • हमारा हर संकल्प, हर कर्म और हर वायब्रेशन दिव्यता से भरपूर होना चाहिए।

💫 अब संकल्प करें – “हम ही वे धरती के सितारे हैं, जो अंतिम दृश्य में प्रत्यक्ष होंगे!” 💫

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