Pratyakshata-Padma (138) Now all business will be run by resolutions

प्रत्यक्षता-पदम(138)अब संकल्पों से ही सारा कारोबार चलेगा

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

YouTube player

अब संकल्पों से ही सारा कारोबार चलेगा

आज हम वाणी के माध्यम से निर्देशन देकर कार्य कराते हैं, लेकिन अंत समय में सारा कारोबार संकल्पों से चलेगा। अभी जो कार्य बोलकर होता है,

वही संकल्पों की शक्ति से स्वतः संचालित होगा। संकल्पों की शक्ति से संचालन

  1. जैसे अभी हम शब्दों द्वारा स्पष्टता लाते हैं, वैसे ही भविष्य में संकल्पों से ही स्पष्ट कार्य संपन्न होगा।
  1. अंत समय में व्यर्थ संकल्प औरव्यर्थ समय समाप्त हो जाएगा।
  2. संकल्पों में इतनी शुद्धता और शक्ति होगी कि वे स्वतः ही कार्य में परिणत हो जाएँगे।

एकता की शक्ति  समीप आने से संकल्प भी मिलेंगे

  1. जब आत्माएँ एक-दूसरे के समीप आएँगी, तो उनके संकल्प भी आपस में जुड़ जाएंगे।
  2. संकल्पों का आदान-प्रदान वाणी से भी तीव्र गति से होगा।
  3. यही स्थिति हमें लाइट रूप में रहने का अनुभव कराएगी।

साकार वतन ही सूक्ष्मवतन बन जाएगा

जब संकल्प इतने शुद्ध और तीव्र होंगे, तब सारा संसार सूक्ष्मवतन के समान अनुभव होगा।

इशारों से कार्य होंगे, शब्दों की आवश्यकता भी नहीं रहेगी।

यह दिव्य स्थिति ही संपूर्णता की निशानी होगी।

अभी से संकल्पों को शुद्ध और शक्तिशाली बनाओ

अब समय आ गया है कि हम संकल्पों को इतना शुद्ध करें कि वे स्वयं ही प्रभावशाली बन जाएँ।

लाइट रूप में रहने का अभ्यास करो, ताकि संकल्प ही संचार माध्यम बन जाएँ।

जब संकल्पों की स्पष्टता और शक्ति बढ़ जाएगी, तब सारा कारोबार स्वतः ही इशारों से चलने लगेगा।

 समाप्ति संदेश

अब शब्दों की सीमा समाप्त होगी और संकल्प ही सशक्त माध्यम बन जाएगा। इसलिए अभी से संकल्पों की शुद्धि और सिद्धि का अभ्यास करो।

 “अब वाणी नहीं, संकल्पों से सारा कार्य संपन्न होगा!”

अब संकल्पों से ही सारा कारोबार चलेगा – प्रश्नोत्तर

1.प्रश्न भविष्य में संकल्पों की क्या भूमिका होगी?

उत्तर: भविष्य में संकल्पों की शक्ति से ही सारा कार्य संचालित होगा। अभी जो कार्य वाणी से होता है, वह संकल्पों के माध्यम से स्वतः संपन्न होगा।

2.प्रश्न  संकल्पों की शक्ति से संचालन कैसे संभव होगा?

उत्तर:

  • संकल्पों में इतनी शुद्धता और तीव्रता होगी कि वे स्वतः कार्य में परिणत हो जाएँगे।

  • व्यर्थ संकल्प और व्यर्थ समय समाप्त हो जाएगा।

  • शब्दों द्वारा स्पष्टता लाने की आवश्यकता नहीं होगी, संकल्पों से ही कार्य संपन्न होगा।

3. आत्माओं के संकल्प आपस में कैसे जुड़ेंगे?

उत्तर:

  • जब आत्माएँ एक-दूसरे के समीप आएँगी, तो उनके संकल्प आपस में जुड़ जाएंगे।

  • संकल्पों का आदान-प्रदान वाणी से भी तीव्र गति से होगा।

  • यह स्थिति आत्माओं को लाइट रूप में रहने का अनुभव कराएगी।

4.प्रश्न  जब संकल्पों की शक्ति तीव्र होगी तो संसार कैसा अनुभव होगा?

उत्तर: जब संकल्प पूरी तरह शुद्ध और तीव्र होंगे, तब सारा संसार सूक्ष्मवतन के समान अनुभव होगा। कार्य केवल इशारों से होंगे और शब्दों की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।

5.प्रश्न  संकल्पों को प्रभावशाली बनाने के लिए क्या अभ्यास करना चाहिए?

उत्तर:

  • संकल्पों को पूरी तरह शुद्ध और शक्तिशाली बनाना होगा।

  • लाइट रूप में रहने का अभ्यास करना होगा।

  • संकल्पों की स्पष्टता और शक्ति बढ़ाने पर ध्यान देना होगा।

6.प्रश्न  संकल्पों की शक्ति से चलने वाला कारोबार किस स्थिति की निशानी होगी?

उत्तर: जब संकल्पों से ही कार्य होने लगेगा, तब यह संपूर्णता की निशानी होगी। यह स्थिति आत्माओं को सूक्ष्मवतन समान अनुभव कराएगी।

7.प्रश्न अभी से हमें संकल्पों की शक्ति को कैसे बढ़ाना चाहिए?

उत्तर:

  • संकल्पों की शुद्धि और सिद्धि का अभ्यास करना चाहिए।

  • लाइट रूप में रहने और संकल्पों को माध्यम बनाने की आदत डालनी चाहिए।

  • संकल्पों से कार्य करने की क्षमता को जाग्रत करना होगा।

समाप्ति संदेश

अब शब्दों की सीमा समाप्त होगी और संकल्प ही सशक्त माध्यम बन जाएगा। इसलिए अभी से संकल्पों की शुद्धि और सिद्धि का अभ्यास करो।

संकल्प शक्ति, संकल्पों से संचालन, संकल्पों की शुद्धता, दिव्य संकल्प, आत्मिक शक्ति, सूक्ष्मवतन अनुभव, लाइट रूप, संकल्प आधारित जीवन, संकल्प परिवर्तन, आत्मिक जागृति, योग बल, संकल्प साधना, संकल्प ऊर्जा, निर्वाण अवस्था, आत्म सशक्तिकरण, आध्यात्मिक चेतना, परमात्म अनुभव, दिव्य संकेत, संकल्पों से कार्य, ईश्वरीय संकल्प, अंत समय की स्थिति, मन की शक्ति, आत्मिक उन्नति, ब्रह्मा कुमारिज ज्ञान, परमात्म स्मृति, ध्यान साधना, निर्विकारी स्थिति, आत्म जागृति, संकल्पों का प्रभाव, सत्य की शक्ति, आत्मस्वरूप, संकल्पों का विज्ञान, सूक्ष्म संचार, आत्मिक एकता, परम सत्ता, निर्वाण शांति, संकल्प माध्यम, संकल्पों की विजय, विश्व परिवर्तन, स्वर्णिम संसार, आत्मिक सामर्थ्य, परमात्म निर्देश, इशारों से कार्य, संकल्पों का संचार, दिव्य स्थिति, संकल्प साधना मार्ग, परम तत्व, परम ज्ञान, दिव्य अनुभूति, संकल्प शक्ति का प्रभाव, शुद्ध संकल्प, संकल्पों से सृजन, संकल्पों की महिमा, संकल्पों की सिद्धि, संकल्प जाग्रति यात्रा, संकल्पों से संसार, दिव्य यथार्थ, संकल्पों की तीव्रता, संकल्पों से सृष्टि, संकल्पों से परिवर्तन, अंतकाल तैयारी, परमात्म मिलन, आत्मिक चेतना, निर्वाण अनुभव, संकल्पों का आदान-प्रदान, संकल्पों से जागरण, परम शक्ति, संकल्पों की साक्षी, दिव्यता का अनुभव, आत्मिक स्थिति, संकल्पों से स्पंदन, संकल्पों की शक्ति सिद्धि, संकल्पों से संपर्क, आत्मिक मार्गदर्शन, संकल्पों से समर्पण, संकल्पों से सफलता, संकल्पों का सशक्तिकरण, संकल्पों की स्थिरता, ब्रह्मास्त्र संकल्प, अंत समय के संकेत, दिव्यता की पहचान, दिव्य सत्ता, संकल्पों की निर्मलता, परम स्मृति, परमात्म ज्ञान, संकल्पों से सिद्धि,

Sankalp Shakti, Operation by Sankalp, Purity of Sankalp, Divine Sankalp, Spiritual Power, Subtle World Experience, Light Form, Sankalp Based Life, Sankalp Transformation, Spiritual Awakening, Yoga Power, Sankalp Sadhana, Sankalp Energy, Nirvana State, Self Empowerment, Spiritual Consciousness, Divine Experience, Divine Signs, Work by Sankalp, Divine Sankalp, End Time State, Mind Power, Spiritual Advancement, Brahma Kumaris Knowledge, Divine Remembrance, Meditation Sadhana, Virtuous State, Self Awakening, Effect of Sankalp, Power of Truth, Soul Form, Science of Sankalp, Subtle Communication, Spiritual Unity, Supreme Power, Nirvana Peace, Sankalp Medium, Victory of Sankalp, World Transformation, Golden World, Spiritual Power, Divine Instructions, Work by Signals, Communication of Sankalp, Divine State, Sankalp Sadhana Path, Supreme Element, Supreme Knowledge, Divine Experience, Effect of Sankalp Power, Pure Sankalp, Creation by Sankalp, Glory of Sankalp, Success of Sankalp, Sankalp Awakening Journey, World by Sankalp, Divine Reality, Intensity of resolutions, Creation from resolutions, Change from resolutions, Preparation for the end times, Union with God, Spiritual consciousness, Nirvana experience, Exchange of resolutions, Awakening from resolutions, Supreme power, Witness of resolutions, Experience of divinity, Spiritual state, Vibrations from resolutions, Power of resolutions to achieve success, Contact with resolutions, Spiritual guidance, Surrender from resolutions, Success from resolutions, Empowerment of resolutions, Stability of resolutions, Brahmastra resolution, Signs of the end times, Recognition of divinity, Divine power, Purity of resolutions, Supreme memory, Divine knowledge, Success from resolutions,