Pratyakshata-Padma(154) The call of the time- Resolution for world transformation

प्रत्यक्षता-पदम(154)समय की पुकार-विश्व परिवर्तन का संकल्प

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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समय की पुकार विश्व परिवर्तन का संकल्प!

“अब ऐसा समय आएगा जब सरकार भी स्वीकार करेगी कि आबू की शोभा ब्राह्मण आत्माएँ ही हैं!”

सरकार भी करेगी

स्वीकार!

वह दिन दूर नहीं जब सरकार भी मानेगी कि इस भूमि की असली शोभा ब्राह्मण आत्माएँहैं

जहाँ-जहाँ ब्राह्मण आत्माओं के चरण पड़ेंगे, वहाँ सेवास्थान बनते चले जाएँगे।

लोग खुद आकर ऑफर करेंगे – ‘आप संभालिए, यह स्थान आपका है!

🌟 अब सेवाओं का स्वरूप विशाल होता चला जाएगा।

 

 सेवाओं की अपार वृद्धि अनिवार्य है!

🛑 जब आपका टाइटल विश्व कल्याणकारीहै, तो सेवा की वृद्धि होनी ही है!

🛑 अभी यह शुरुआत मात्र है आने वाला समय तो अकल्पनीय होगा।

🛑 जो सेवाएँ आज छोटी लगती हैं, वे शीघ्र ही विश्वव्यापी बन जाएँगी।

🌟 अब सेवा के हर नए आयाम के लिए स्वयं को तैयार करो!

 

तपस्या से वृत्ति को पावरफुल बनाओ!

🔆 जब तपस्या की शक्ति बढ़ेगी, तो वृत्ति स्वयं में शक्ति का केंद्र बन जाएगी।

🔆 फिर अनेक आत्माएँ सिर्फ आपकी वृत्ति के प्रभाव से ही परिवर्तित हो जाएँगी।

🔆 वे स्वतः आकर्षित होकर आपके पास आएँगी और मार्गदर्शन माँगेंगी।

🌍 अब संकल्पों की शक्ति को जागृत करो, क्योंकि विश्व परिवर्तन कासमय समीप आ गया है!

अब परिवर्तन की तैयारी

करो!

🌟 अब वह समय आ रहा है जब लोग खुद आपके पास सेवा के लिए आएँगे।

🌟 अब संकल्पों औरवृत्ति की शक्ति को इतनाप्रबल बनाओ कि परिवर्तन स्वतः होता जाए।

🌟 तब विश्व-परिवर्तन के संकल्प को साकार करने का समय आ जाएगा!

🔔 अब जागो, तपस्या को तीव्र करो और सेवा के लिए तैयार हो जाओ!

समय की पुकार – विश्व परिवर्तन का संकल्प!

प्रश्न और उत्तर:

🔹 प्रश्न 1: सरकार कब स्वीकार करेगी कि ब्राह्मण आत्माएँ ही इस भूमि की असली शोभा हैं?
उत्तर: जब ब्राह्मण आत्माओं की सेवा और दिव्यता का प्रभाव चारों ओर फैल जाएगा, तब सरकार भी यह मानने को बाध्य होगी कि आबू की वास्तविक शोभा ब्राह्मण आत्माएँ हैं।

🔹 प्रश्न 2: भविष्य में ब्राह्मण आत्माओं की सेवा का विस्तार कैसे होगा?
उत्तर: जहाँ-जहाँ ब्राह्मण आत्माओं के चरण पड़ेंगे, वहाँ स्वतः सेवास्थान बनते चले जाएँगे। लोग स्वयं आकर सेवा के लिए स्थान और साधन उपलब्ध कराएँगे।

🔹 प्रश्न 3: सेवा की अपार वृद्धि क्यों अनिवार्य है?
उत्तर: ब्राह्मण आत्माओं का टाइटल ही “विश्व कल्याणकारी” है, इसलिए सेवा की वृद्धि अवश्यंभावी है। वर्तमान में यह शुरुआत मात्र है, आने वाले समय में ये सेवाएँ विश्वव्यापी रूप ले लेंगी।

🔹 प्रश्न 4: तपस्या से वृत्ति को कैसे पावरफुल बनाया जा सकता है?
उत्तर: जब आत्मा की तपस्या गहन होगी, तो वृत्ति स्वयं एक शक्ति-केंद्र बन जाएगी। इसके प्रभाव से अनेक आत्माएँ बिना कहे ही आकर्षित होंगी और मार्गदर्शन माँगेंगी।

🔹 प्रश्न 5: विश्व परिवर्तन के लिए संकल्पों की शक्ति को क्यों जागृत करना आवश्यक है?
उत्तर: संकल्पों में अपार शक्ति होती है। जब संकल्पों की शक्ति जागृत होगी, तो आत्माएँ स्वतः परिवर्तन के लिए प्रेरित होंगी और विश्व-परिवर्तन की प्रक्रिया तेज़ हो जाएगी।

🔹 प्रश्न 6: ब्राह्मण आत्माओं को अभी कौन-सी तैयारी करनी चाहिए?
उत्तर: अब वह समय आ रहा है जब लोग खुद सेवा के लिए ब्राह्मण आत्माओं के पास आएँगे। इसलिए संकल्पों और वृत्ति की शक्ति को इतना प्रबल बनाना है कि परिवर्तन स्वतः होता चला जाए।

🔹 प्रश्न 7: विश्व परिवर्तन के संकल्प को साकार करने के लिए क्या करना आवश्यक है?
उत्तर: अब जागो, तपस्या को तीव्र करो और स्वयं को सेवा के हर नए आयाम के लिए तैयार करो, ताकि परिवर्तन की प्रक्रिया को तीव्र किया जा सके।

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