प्रत्यक्षता-पदम(156)प्रत्यक्षता का पर्दा कब खुलेगा?
( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

प्रत्यक्षता का पर्दा कब खुलेगा?
प्रश्न 1: प्रत्यक्षता का पर्दा कब खुलेगा?
उत्तर: जब हर आत्मा अपने संकल्पों और शक्तियों में सम्पन्न हो जाएगी, तब प्रत्यक्षता का पर्दा खुलेगा। यह कोई साधारण नाटक नहीं, बल्कि कल्प का अंतिम दृश्य है, जहां हर आत्मा को अपने श्रेष्ठतम स्वरूप में आना होगा।
प्रश्न 2: सत्य प्रत्यक्ष क्यों नहीं हो रहा?
उत्तर: सत्य तभी प्रत्यक्ष होगा जब हम पूर्णता को प्राप्त करेंगे। जब तक आत्माएँ संकल्पों में शुद्ध, शक्तिशाली और सम्पूर्ण नहीं बनतीं, तब तक पर्दा नहीं उठेगा।
प्रश्न 3: हमें अभी क्या करने की आवश्यकता है?
उत्तर: हमें अपनी सम्पूर्णता की यात्रा को तीव्र करना होगा। रहम, करुणा और परिवर्तन की शुभ भावना से स्वयं को और संसार को बदलना होगा।
प्रश्न 4: रहम और करुणा का इस प्रक्रिया में क्या महत्व है?
उत्तर: रहम और करुणा हमें अपनी कमजोरियों से मुक्त करने में सहायता करते हैं। जब हम स्वयं को स्वीकार कर प्रेम और शुभ भावना से सशक्त बनाएँगे, तभी दूसरों के प्रति भी सच्ची करुणा प्रकट होगी।
प्रश्न 5: परिवर्तन की गति को तेज करने के लिए क्या करें?
उत्तर: हमें अपने अंदर दिव्यता को तीव्रता से विकसित करना होगा। जब हर आत्मा सम्पूर्ण बन जाएगी, तब ही सत्य का प्रकाश सम्पूर्ण जगत में प्रकट होगा।
प्रश्न 6: स्टेज पर हीरो एक्टर्स बनने का क्या तात्पर्य है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि हर आत्मा को अपनी भूमिका के अनुसार सम्पूर्णता प्राप्त करनी होगी। कोई भी आधा-अधूरा रहकर स्टेज पर नहीं आ सकता, इसलिए हमें अपने आत्मिक स्वरूप को निखारना होगा।
प्रश्न 7: सत्य की प्रत्यक्षता के लिए सबसे महत्वपूर्ण कुंजी क्या है?
उत्तर: सम्पूर्णता ही प्रत्यक्षता की कुंजी है। जब हर आत्मा दिव्यता में पूर्ण होगी, तब संसार का पर्दा उठेगा और सत्य का जयघोष होगा।
प्रश्न 8: इस प्रक्रिया में हमारा अंतिम लक्ष्य क्या होना चाहिए?
उत्तर: हमें अपने अंदर सम्पूर्णता लानी होगी, ताकि जब पर्दा खुले, तो हम स्टेज पर हीरो की तरह चमकें और सत्य की महिमा को साकार करें।
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