Scenes from the Time of Destruction (02)-The Coming Natural Disasters and the Role of Cosmic Spirits

विनाश के समय के दृश्य(02)-आने वाली प्राकृतिक आपदाएँ और ब्रह्माण्ड आत्माओं की भूमिका

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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आने वाली प्राकृतिक आपदाएँ और ब्राह्मण आत्माओं की भूमिका

“प्राकृतिक आपदाओं में धन बेकार होगा, सिर्फ एक ही शक्ति बचाएगी!”

भविष्य की भयावह आपदाएँ प्रिय दिव्य आत्माओं,आगे चलकर प्रकृति अपना प्रकोप दिखाएगी। एक के बाद एक आपदाएँ आएँगी

 🌊 भूकंप, बाढ़, सुनामी

🔥 अग्निकांड, ज्वालामुखी विस्फोट

💨 तूफान, चक्रवात और आकाशीय हलचल

🌞 अत्यधिक गर्मी और जल संकट

 ऐसे समय में भौतिक धन और साधन किसी काम नहीं आएँगे।

धन रहेगा, पर काम नहीं आएगा!

आपके पास सोना-चाँदी होगा, लेकिन वह किसी के काम नहीं आएगा।

पानी की एक बूँद भी दुर्लभ हो जाएगी, लोग सोने की अंगूठी भी देंगे, पर पानी

 नहीं मिलेगा।

अनाज के भंडार होंगे, लेकिन वे आपदाओं के कारण खानेयोग्य नहीं होंगे। संपत्ति और वैभव होने पर भी कोई साधन उपलब्ध नहीं होगा। यह वह समय होगा जब मानवता हाहाकार करेगी।

 आत्माएँ मदद की पुकार करेंगी!

जब सभी भौतिक साधन विफल हो जाएंगे,तब हर आत्मा की पुकार होगी—

कोई शक्ति हमें शांति दे! कोई हमें मुक्ति दिलाए!

 💠 तब ब्राह्मण आत्माओं की भूमिका शुरू होगी!

💠 आपके पास लोग मानसिक, आत्मिक और दैवी सहायता के लिए आएंगे!

💠 ऐसे-ऐसे लंगर आपके पास लगने वाले हैं जहाँ लोग आपकी शक्ति की

 भीख माँगेंगे!ब्राह्मण आत्माओं की परीक्षा और सुरक्षा

🚩 यह समय बड़े धैर्य और सहनशक्ति का होगा।

🚩 लोग भूख-प्यास से व्याकुल होंगे, लेकिन ब्राह्मण आत्माएँ सुरक्षित रहेंगी।

🚩 क्या उस समय आपका योग याद आएगा या प्यास लगेगी?

🚩 जब कुएँ भी सूख जाएँगे, तो क्या करेंगे?

 📌 आपका संकल्प ही आपकी शक्ति बनेगा!

📌 जो आत्माएँ परमात्मा के संकल्प में स्थित रहेंगी, वे सदा सुरक्षित रहेंगी!अभी से तैयार रहें!

❌ भौतिक धन और सुख-साधनों पर निर्भर न रहें।

✅ आत्मिक बल बढ़ाएँ, योगबल से अपनी शक्ति को सशक्त करें!

✅ प्रकृति के प्रकोप से बचने के लिए अपनी आंतरिक स्थिति को स्थिर करें याद रखें

🔥 संसार में अंधकार होगा, लेकिन ब्राह्मण आत्माएँ लाइटहाउस और माइटहाउस बनेंगी!

🔥 आपकी शक्ति ही आत्माओं की अंतिम आशा होगी!

 🚩 तो संकल्प करें कि हम अभी से अपनी आत्मिक स्थिति को इतना मजबूत बनाएँ कि जब समय आए, तो हम आत्माओं को मार्गदर्शक बन सकें!

 “अब संकल्प करो शक्तिबनो,सहारा बनो, और विश्व परिवर्तन में निमित्त बनो!” आगे चलकर प्रकृति के अनेक प्रकोप होंगे, आपदायें आयेंगी। प्राकृतिक आपदाओं के कारण धन होते हुए भी धन काम में नहीं आयेगा, साधन होते हुए भी साधनों द्वारा प्राप्ति नहीं हो सकेगी। उस समय पानी की एक बूंद भी कहीं दिखाई नहीं देगी। सोने की अंगूठी देंगे तो भी पीने का पानी नहीं मिल सकेगा। अनाज भी प्राकृतिक आपदाओं के कारण खानेयोग्य नहीं होगा। जब सभी स्थूल साधनों से व स्थूल धन से प्राप्ति की कोई आशा नहीं रहेगी तब उस समय सबका संकल्प होगा कि कोई शक्ति दे, शान्ति दे जो कि इन आपदाओं से हम पार हो सके। ऐसे-ऐसे लंगर आपके पास बहुत लगने वाले हैं। तो उस समय सबकी मनोकामनायें पूर्ण करनी होगी। ऐसी परीक्षायें आपके सामने भी आयेगी। उन परीक्षाओं को सहन करने की हिम्मत चाहिए। क्या उससमय योग लगेगा कि प्यास लगेगी? अगर कुएं भी सूख जायेंगे फिर क्या करेंगे? ऐसे समय आप हम परमात्म बच्चे सदा सेफ रहेंगे।

🌍 आने वाली प्राकृतिक आपदाएँ और ब्राह्मण आत्माओं की भूमिका

Q1: भविष्य में कैसी प्राकृतिक आपदाएँ आने वाली हैं?

A1:
भविष्य में प्रकृति अपने प्रकोप का तांडव दिखाएगी। एक के बाद एक विनाशकारी आपदाएँ आएँगी, जैसे—

  • 🌊 भूकंप, बाढ़, सुनामी

  • 🔥 अग्निकांड, ज्वालामुखी विस्फोट

  • 💨 चक्रवात, तूफान, आकाशीय हलचल

  • 🌞 अत्यधिक गर्मी और जल संकट


Q2: क्या भौतिक धन इन आपदाओं में हमारी रक्षा कर सकेगा?

A2:
नहीं। इन आपदाओं के समय भौतिक धन और संसाधन बेकार सिद्ध होंगे।
✔ सोना-चाँदी होगा, पर पानी नहीं मिलेगा।
✔ अनाज होगा, लेकिन वह खाने योग्य नहीं रहेगा।
✔ साधन होंगे, पर वे काम नहीं आएँगे।
❗ उस समय मानवता धन के होते हुए भी असहाय हो जाएगी।


Q3: ऐसी स्थिति में लोग क्या अनुभव करेंगे और किसकी ओर देखेंगे?

A3:
जब सब भौतिक उपाय विफल हो जाएँगे, तब आत्माएँ पुकारेंगी—
❝ कोई शक्ति हमें बचाए! कोई हमें शांति दे! ❞
लोग आत्मिक सहारा खोजेंगे और उनके लिए ब्राह्मण आत्माएँ ही आशा की किरण बनेंगी।


Q4: ऐसे कठिन समय में ब्राह्मण आत्माओं की क्या भूमिका होगी?

A4:
💠 ब्राह्मण आत्माएँ लाइटहाउस और माइटहाउस बनेंगी।
💠 लोग मानसिक, आत्मिक और दैवी सहायता के लिए आपके पास आएँगे।
💠 आपदाओं के समय आपके योगबल से आत्माएँ शांति और समाधान पाएँगी।
💠 अनेक आत्माएँ आपके द्वार पर ‘लंगर’ के रूप में सहायता मांगने आएँगी—शांति, शक्ति और मार्गदर्शन के लिए।


Q5: ब्राह्मण आत्माओं को इन परिस्थितियों में कैसे सुरक्षित रहना है?

A5:
🚩 सबसे बड़ा सहारा होगा—योगबल और आत्मिक शक्ति
📌 जो आत्माएँ परमात्मा की याद में स्थित रहेंगी, वे सदा सुरक्षित रहेंगी।
📌 कठिन परिस्थितियों में योग की स्थिति ही रक्षा करेगी, न कि साधन।
📌 आपका संकल्प ही आपकी शक्ति बन जाएगा।


Q6: अभी ब्राह्मण आत्माओं को क्या तैयारी करनी चाहिए?

A6:
✅ आत्मिक बल को बढ़ाइए।
✅ नियमित योग और स्वधारणा से आंतरिक स्थिति को स्थिर कीजिए।
✅ प्रकृति के प्रकोप से पहले अपने चित्त को निर्विकार, निडर और दिव्य बनाइए।
🔥 क्योंकि जब संसार में अंधकार होगा, तब आप ही प्रकाश बनेंगे।


Q7: भविष्य में ब्राह्मण आत्माएँ कैसे विश्व परिवर्तन में निमित्त बनेंगी?

A7:
🚩 जब सारी दुनिया हाहाकार करेगी, तब ब्राह्मण आत्माएँ—

  • मार्गदर्शक बनेंगी

  • शक्ति का स्रोत बनेंगी

  • और परमात्मा के कार्य में सहयोगी बनेंगी
    🌟 तब आपकी आत्मिक स्थिति ही दूसरों की अंतिम आशा बनेगी।


📌 निष्कर्ष: अभी क्या संकल्प लें?

❝ अब संकल्प करें—शक्तिशाली बनो, सहारा बनो, और विश्व परिवर्तन में निमित्त बनो! ❞
➡️ क्योंकि आने वाला समय आपकी तपस्या, सेवा और आत्मिक स्थिति की परीक्षा लेगा।

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