(38)26-08-1984 “To achieve goal-oriented success, work for service rather than selfishness.”
अव्यक्त मुरली-(38)126-08-1984 “लक्ष्य प्रमाण सफलता प्राप्त करने के लिए स्वार्थ के बजाए सेवा अर्थ कार्य करो” (प्रश्न और उत्तर नीचे…
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अव्यक्त मुरली-(32)“विस्तार को बिन्दी में समाओ” ( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं) “बापदादा का बुलावा: क्या हम उड़न…