The secret of ‘Krishna’ and ‘Shri Krishna’

‘कृष्ण’ और ‘श्रीकृष्ण’ का राज़

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

YouTube player

1. भ्रम और विवेक के बीच की रेखा

आज हम एक अत्यंत गूढ़ प्रश्न पर मनन करेंगे –
“श्रीकृष्ण किसका नाम था?”

 यह प्रश्न केवल एक ऐतिहासिक चरित्र की पहचान नहीं, बल्कि
यह प्रश्न हमें ले जाता है भगवान और भक्त, ज्ञान और भक्ति,
तथा सत्य और कल्पना के बीच अंतर को समझने की ओर।

 आज संसार में अधिकांश लोग समझते हैं कि श्रीकृष्ण वही हैं जो द्वापर में जन्मे, मुरली बजाई, रास रचाया और महाभारत में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया।

परंतु क्या यही सम्पूर्ण सत्य है?


2. ‘कृष्ण’ नाम – आत्मा का जन्मनाम, जो सतयुग में मिलता है

 ‘कृष्ण’ नाम एक आत्मा का सतयुग के पहले जन्म में प्राप्त दैवी नाम है।
 यह आत्मा ब्रह्मा की वंशावली से निकलकर पूरी पवित्रता, पुण्य और पुण्यशाली संस्कारों से जन्म लेती है।

Murli Quote:
“श्रीकृष्ण का जन्म सतयुग में होता है – वही पहले-पहले नंबर की आत्मा बनती है।”
Murli: 25 अगस्त 2024

दृष्टांत:
जैसे कोई टॉपर छात्र, अपने कर्मों से पहले नंबर पर आता है – वैसे ही श्रीकृष्ण आत्मा सभी आत्माओं में सबसे पवित्र और सुंदर बनती है।


3. ‘श्रीकृष्ण’ – वह आत्मा जो वर्तमान संगमयुग में ब्रह्मा रूप में ईश्वरीय ज्ञान सुनती है

 ‘श्री’ उपसर्ग पवित्रता, श्रेष्ठता और दिव्यता को दर्शाता है।
 ‘कृष्ण’ नाम तो सतयुग का है – पर वह आत्मा अभी इस संगमयुग में ब्रह्मा के रूप में तपस्या कर रही है।

Murli Reference:
“यह ब्रह्मा ही संगमयुग में ज्ञान सुनता है और फिर वही आत्मा सतयुग में श्रीकृष्ण बनती है।”
Murli: 14 जून 2025

उदाहरण:
जैसे एक बीज अभी मिट्टी में दबा हुआ है, लेकिन वही भविष्य का वृक्ष बनेगा –
वैसे ही ब्रह्मा बाबा की आत्मा संगमयुग में श्रीकृष्ण बनने की तैयारी में है।


4. श्रीकृष्ण गीता का उपदेशक नहीं – गीता का ज्ञानदाता है परमात्मा शिव

 सबसे बड़ा भ्रांति यह है कि गीता का उपदेशक श्रीकृष्ण को मान लिया गया।

परंतु गीता में स्वयं कहा गया है:
“परम पुरुष, परमात्मा, सृष्टिकर्ता, मुझे शरण में आओ।”

 कोई देहधारी बालक यह कैसे कह सकता है?
 यह ज्ञान देने वाला निराकार शिव परमात्मा है, जो ब्रह्मा तन में प्रवेश कर गीता का सच्चा ज्ञान देते हैं।

Murli Note:
“श्रीकृष्ण गीता का ज्ञान नहीं दे सकता, क्योंकि वह तो सतयुग का बालक है। गीता का ज्ञान शिवबाबा ब्रह्मा द्वारा देते हैं।”
Murli: 5 जुलाई 2024


5. ज्ञान और भक्ति का अंतर – और ‘कृष्ण’ के चित्रों में कल्पनाओं का समावेश

 श्रीकृष्ण के मुरली बजाते, रास रचाते, गोपियों संग चित्र – यह सब भक्ति मार्ग की भावनात्मक कल्पनाएं हैं।

 पर सत्य यह है कि:

  • श्रीकृष्ण का जीवन संपूर्ण पवित्र, राजयोगी और दिव्य है

  • वह कभी रासलीला या चमत्कार नहीं करते, बल्कि उनका व्यक्तित्व पारंपरिक राजधर्म व मर्यादाओं का प्रतीक है।

Murli Line:
“भक्ति मार्ग में कृष्ण को लेकर बहुत कल्पनाएं बना दी गई हैं। असली श्रीकृष्ण बेहद सुंदर, संयमी और पवित्र आत्मा थी।”
Murli: 9 अप्रैल 2025


6. श्रीकृष्ण की आत्मा आज कहाँ है?

उत्तर है – संगमयुग में।

 वही आत्मा आज ब्रह्मा बाबा के रूप में राजयोग सीख रही है।
 वही आत्मा पूरे 84 जन्मों का चक्र पूरा कर रही है, और अब अंतिम जन्म में संगम पर परमात्मा से मिलकर फिर से श्रीकृष्ण बनने जा रही है।

Murli:
“ब्रह्मा ही श्रीकृष्ण बनते हैं – यह गुप्त बात तुम बच्चों को ही समझाई जाती है।”
Murli: 22 जून 2025


निष्कर्ष: ‘कृष्ण’ और ‘श्रीकृष्ण’ – नाम का रहस्य

शब्द अर्थ व रहस्य
कृष्ण आत्मा का दिव्य नाम सतयुग के पहले जन्म में
श्रीकृष्ण वही आत्मा, जब संपूर्ण 84 जन्मों के बाद संगम पर परमात्मा से मिलती है और फिर से पवित्रता प्राप्त कर स्वर्ग की स्थापना करती है

सत्य यह है:
“श्रीकृष्ण” कोई सर्वशक्तिमान नहीं, बल्कि वह आत्मा है जिसने स्वयं परमात्मा शिव से राजयोग सीखा और देवता पद प्राप्त किया।

प्रश्न-उत्तर श्रंखला: “श्रीकृष्ण किसका नाम था?”


प्रश्न 1: ‘कृष्ण’ नाम किसका था?

उत्तर:‘कृष्ण’ नाम सतयुग के पहले जन्म में प्राप्त दिव्य आत्मा का नाम है। वह आत्मा ब्रह्मा के मुख वंशावली से जन्म लेकर पुण्य, पवित्रता और दिव्यता की मिसाल बनती है।

 Murli Quote:
“श्रीकृष्ण का जन्म सतयुग में होता है – वही पहले नंबर की आत्मा है।”
Murli: 25 अगस्त 2024


प्रश्न 2: ‘श्री’ शब्द का क्या महत्व है?

उत्तर:‘श्री’ शब्द आत्मा की पवित्रता और संपूर्णता का सूचक है। जब वह आत्मा संगमयुग पर ब्रह्मा रूप में तपस्या कर लेती है, तब सतयुग में ‘श्रीकृष्ण’ कहलाती है।

Murli Reference:
“यह ब्रह्मा ही संगमयुग में ज्ञान सुनता है और वही आत्मा श्रीकृष्ण बनती है।”
Murli: 14 जून 2025


प्रश्न 3: गीता का ज्ञान श्रीकृष्ण ने दिया या किसी और ने?

उत्तर:गीता का ज्ञान श्रीकृष्ण ने नहीं, बल्कि परमात्मा शिव ने ब्रह्मा के तन में प्रवेश कर दिया। गीता के वचनों में “परम पुरुष”, “सृष्टिकर्ता”, आदि शब्द हैं – जो एक देहधारी बालक (कृष्ण) पर लागू नहीं हो सकते।

 Murli Note:
“श्रीकृष्ण गीता का ज्ञान नहीं दे सकता, वह तो सतयुग का बालक है। गीता का ज्ञान शिवबाबा ब्रह्मा द्वारा देते हैं।”
Murli: 5 जुलाई 2024


प्रश्न 4: श्रीकृष्ण के चित्रों में रासलीला व मुरली की क्या सच्चाई है?

उत्तर:श्रीकृष्ण के रासलीला, गोपियों संग लीला, चमत्कार आदि चित्र भक्ति मार्ग की कल्पनाएं हैं। वास्तविक श्रीकृष्ण आत्मा संयमी, पवित्र, मर्यादित देवता था।

 Murli Line:
“भक्ति मार्ग में कृष्ण को लेकर बहुत कल्पनाएं बना दी गई हैं। असली श्रीकृष्ण बेहद सुंदर, संयमी और पवित्र आत्मा थी।”
Murli: 9 अप्रैल 2025


प्रश्न 5: श्रीकृष्ण की आत्मा आज कहाँ है?

उत्तर:आज संगमयुग में वही आत्मा ब्रह्मा बाबा के रूप में है। वही आत्मा परमात्मा से राजयोग सीख रही है और फिर से श्रीकृष्ण बनने की तैयारी में है।

 Murli:
“ब्रह्मा ही श्रीकृष्ण बनते हैं – यह गुप्त बात तुम बच्चों को ही समझाई जाती है।”
Murli: 22 जून 2025

Disclaimer (डिस्क्लेमर):

इस वीडियो में प्रस्तुत प्रश्न-उत्तर, ब्रह्माकुमारीज़ संस्था में प्रतिदिन पढ़ाई जाने वाली मुरली (Shrimat) पर आधारित हैं।
यह प्रस्तुति शास्त्रों व धर्मग्रंथों की आध्यात्मिक व्याख्या, परमात्मा शिव द्वारा ब्रह्मा के तन में दिए गए ज्ञान, और ब्रह्माकुमार/कुमारियों की व्यक्तिगत आत्म-अनुभव पर आधारित है।
इस चैनल का उद्देश्य केवल आध्यात्मिक जागृति, शांति और ईश्वरीय ज्ञान का प्रचार-प्रसार है – किसी धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाना नहीं।

#श्रीकृष्ण #कृष्णकासच्चरूप #श्रीकृष्ण_नाम_का_राज़ #ब्रह्माकुमारी #शिवबाबा #मुरलीज्ञान #आध्यात्मिक सत्य #श्रीकृष्णVsकृष्ण #कृष्णइतिहास #भक्तिऔरज्ञान #गीताकाभगवान #मुरलीपॉइंट्स #बीकेमुरलीहिंदी #84जन्म #कलयुगटूसतयुग #श्रीकृष्णजन्माष्टमी #आत्मज्ञान #परमात्माशिव #बीकेहिन्दीज्ञान

#ShriKrishna #KrishnaKaSachcharup #ShriKrishna_Naam_Ka_Raaz #BrahmaKumaris #ShivBaba #MurliGyan #SpiritualTruth #ShriKrishnaVsKrishna #KrishnaHistory #BhaktiAurGyaan #GeetaKaBhagwan #MurliPoints #BKMurliHindi #84Janm #KalyugToSatyug #ShriKrishnaJanmashtami #AtmaGyan #ParamatmaShiv #BKHindiGyan