When and how will the flames of destruction occur (05)- Take a pledge to return home now

विनाश ज्वाला कब और कैसे होगी (05)-अब घर वापसी का संकल्प उठाओ

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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05- अब घर वापसी का संकल्प उठाओ

कलियुगी दुनिया का अंत अब घर वापसी का समय!

अब घर वापसी का संकल्प उठाओ पुरानी दुनिया समाप्त, नई दुनिया प्रकट!”

आपका पुरुषार्थ  निराकारी घर की यात्रा

🕉️ इस कलियुगी दुनिया का विनाश निश्चित है, लेकिन इसे प्रेरित करने वाले आधारमूर्त आत्माएँ आप स्वयं हैं!

🌟 अब आपका एक ही पुरुषार्थ होना चाहिए – वापिस अपने निराकारी घर लौटना और सब आत्माओं को साथ लेकर जाना।      

💫 जब यह स्मृति दृढ़ हो जाएगी, तो सभी आकर्षणों से सहज ही

 उपराम हो जाओगे।साक्षी बनो

सर्व प्रकृति और सम्बन्धों से मुक्त   हो जाओ

⚡ अब समय है सर्व प्रकृति और सम्बन्धों के आकर्षण से ऊपर उठने का।

🔥 जब हर आत्मा संगठित रूप से निराकारी स्टेज को प्राप्त कर लेगी, तब…

✨ पुरानी दुनिया के विनाश के दृश्य और साथ ही नई दुनिया के दिव्य दृश्य स्पष्ट

 दिखाई देंगे।पुरानी दुनिया समाप्त – नई दुनिया प्रकट!

🌀 जब आत्माएँ संपूर्ण रूप से साक्षी और निर्लिप्त हो जाएँगी, तब विनाश की प्रक्रिया अपने चरम पर पहुँचेगी।

🌞 संगठित निराकारी स्वरूप ही सत्ययुग के नए सूर्योदय का आधार बनेगा।

🚩 अब समय है कि “घर वापसी का संकल्प साकार करो और नई दुनिया को स्वागत के लिए तैयार करो!” 🚩

🙏 “अब संकल्प की शक्तिसे स्वयं को मुक्त करो और सबको साथ लेकरपरमधाम लौटो!”

अब घर वापसी का संकल्प उठाओ! 🏡

“कलियुगी दुनिया का अंत – अब घर वापसी का समय!”


❓ प्रश्न और उत्तर ❓

1️⃣ अब घर वापसी का क्या अर्थ है?
➡️ घर वापसी का अर्थ है आत्माओं का अपने मूल स्थान, परमधाम में लौटना। जब इस पुरानी दुनिया की भूमिका समाप्त हो जाती है, तब सभी आत्माएँ अपने घर, परमधाम की ओर यात्रा करती हैं।

2️⃣ क्या हर आत्मा को घर वापसी करनी होगी?
➡️ हाँ, जब संगमयुग का कार्य पूरा होगा, तब सभी आत्माएँ अपनी कर्मातीत स्थिति को प्राप्त कर परमधाम लौटेंगी। यह आत्माओं की स्वाभाविक यात्रा है।

3️⃣ घर वापसी के लिए सबसे ज़रूरी पुरुषार्थ क्या है?
➡️ सबसे ज़रूरी पुरुषार्थ है निराकारी स्थिति को धारण करना और संपूर्ण साक्षी बन जाना। जब आत्मा सभी आकर्षणों से मुक्त हो जाती है, तब वह सहज रूप से घर वापसी के लिए तैयार हो जाती है।

4️⃣ घर वापसी से पहले आत्मा को कौन-सी स्थिति प्राप्त करनी होगी?
➡️ आत्मा को पूर्ण निर्विकारी, साक्षी और अति शांत स्थिति प्राप्त करनी होगी। जब यह स्थिति बन जाएगी, तब ही आत्मा घर वापसी के योग्य होगी।

5️⃣ किस प्रकार की योग्यता आत्माओं को घर वापसी में मदद करेगी?
➡️ तीव्र निराकारी स्थिति, अटूट योगबल, और संपूर्ण वैराग्य आत्माओं को घर वापसी में मदद करेंगे।

6️⃣ जब सभी आत्माएँ निराकारी बन जाएँगी, तब क्या होगा?
➡️ जब सभी आत्माएँ अपनी संपूर्ण शुद्धता को प्राप्त कर लेंगी, तब पुरानी दुनिया का विनाश होगा और नई दुनिया की स्थापना होगी

7️⃣ घर वापसी के संकेत क्या हैं?
➡️ जब आत्माएँ संपूर्ण रूप से साक्षी और निर्लिप्त हो जाएँगी, तब विनाश की प्रक्रिया अपने चरम पर पहुँचेगी। यह संकेत होगा कि अब पुरानी दुनिया समाप्त और नई दुनिया प्रकट हो रही है।

8️⃣ क्या आत्माओं का यह चक्र बार-बार चलता है?
➡️ हाँ, यह आत्माओं का नित्य चक्र है। जब एक चक्र पूर्ण होता है, तब आत्माएँ अपने घर, परमधाम में लौटती हैं और पुनः नए युग में अवतरित होती हैं।

9️⃣ क्या घर वापसी केवल आत्माओं की स्थिति का परिवर्तन है?
➡️ हाँ, यह एक आत्मिक यात्रा है। शरीर को छोड़कर आत्मा अपने मूल स्वरूप में स्थित होती है और अपने परम घर लौटती है।

🔟 घर वापसी के संकल्प को साकार कैसे करें?
➡️ अपने संकल्पों को शक्तिशाली बनाकर, संपूर्ण साक्षी बनकर, निर्विकारी स्थिति धारण करके और परमात्म स्मृति में स्थित होकर।


🚩 अब संकल्प उठाओ – स्वयं को मुक्त करो और सबको साथ लेकर परमधाम लौटो! 🚩

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