When and how will the flames of destruction occur (04)- Become an embodiment of the will power of world transformation?

विनाश ज्वाला कब और कैसे होगी (04)-विश्वपरिवर्तन का संकल्प शक्ति स्वरूप बनो?

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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04-विश्वपरिवर्तन का संकल्प शक्ति स्वरूप बनो!

अब संकल्प उठाओ विश्व परिवर्तन का समय आ गया है!”

विनाश नहीं, विश्व कल्याण का संकल्प उठाओ

🔹 जैसे दुःखी आत्माएँ अब विनाश की पुकार कर रही हैं, वैसे ही कल्याणकारी आत्माओं को अब संकल्प उठाना है कि “अब जल्दी ही सर्व आत्माओं का कल्याण हो!”              

🔹 जब तक आप शक्ति स्वरूप, ज्वाला रूप नहीं बनते, तब तक परिवर्तन की प्रक्रिया तीव्र नहीं हो सकती।

🔹 पालना का कर्तव्य निभा चुके, अब अंतिम कर्तव्य है सबको मुक्त कराना!

विनाशकारियों को चाहिए आपके संकल्प का इशारा

विनाशकारी शक्तियों को दिशा देने के लिए कल्याणकारी आत्माओं के संकल्प चाहिए।                       

वे आपकी स्थिरता और तपस्या के इशारे से ही गति लेंगे।

जब तक आप “ज्वाला रूप” नहीं बनते, तब तक विनाश की गति पूर्ण नहीं हो सकती।                       

अब आपके शक्तिशाली संकल्पों से ही महाकाल का

 कर्तव्य आरंभ होगा!

अंतिम शक्ति स्वरूप लाइट और माइट हाउस बनो

🔥 अब स्वयं को शक्ति स्वरूप के रूप में साकार करो।               

🌍 इस कलियुगी दुनिया को समाप्त करने और स्वर्णिम युग की स्थापना के लिए संगठन रूप में मजबूत घेराव डालो। 

माया को विदाई देने के लिए संगठित रूप से विश्व-परिवर्तन की तैयारी करो।        

🕉 अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर शक्ति-संगठन द्वारा विश्व को नई दिशा दें।

 “जागो! अब संकल्प की शक्ति से विश्व परिवर्तन का कार्य तीव्र करो!”

🌍 विश्व परिवर्तन का संकल्प – शक्ति स्वरूप बनो! 🔥

❓ प्रश्न: इस समय हमें विनाश का संकल्प लेना चाहिए या विश्व कल्याण का?
✅ उत्तर: हमें विनाश का नहीं, बल्कि विश्व कल्याण का संकल्प लेना चाहिए। दुःखी आत्माएँ विनाश की पुकार कर रही हैं, लेकिन हमें शक्ति स्वरूप बनकर सर्व आत्माओं के कल्याण का संकल्प उठाना है।

❓ प्रश्न: परिवर्तन की प्रक्रिया को तीव्र करने के लिए हमें क्या करना होगा?
✅ उत्तर:

  • शक्ति स्वरूप और ज्वाला रूप बनना होगा।

  • अपने संकल्पों को शक्तिशाली बनाना होगा।

  • संगठित रूप से विश्व परिवर्तन की तैयारी करनी होगी।

  • केवल पालना नहीं, बल्कि आत्माओं को मुक्त कराने का अंतिम कर्तव्य निभाना होगा।

❓ प्रश्न: विनाशकारी शक्तियों को गति कौन देगा?
✅ उत्तर: विनाशकारी शक्तियों को दिशा देने के लिए कल्याणकारी आत्माओं के संकल्प चाहिए। जब हम स्थिरता और तपस्या की शक्ति से संकल्प भेजेंगे, तभी वे अपने कार्य को गति देंगे।

❓ प्रश्न: “ज्वाला रूप” बनने का क्या अर्थ है?
✅ उत्तर: “ज्वाला रूप” बनने का अर्थ है अपने संकल्पों और तपस्या से ऐसी स्थिति बनाना कि तमोगुण का अंत हो और सतोप्रधानता की स्थापना हो। जब तक हम ज्वाला रूप नहीं बनते, विनाश की प्रक्रिया तीव्र नहीं हो सकती।

❓ प्रश्न: अंतिम शक्ति स्वरूप की स्थिति कैसी होगी?
✅ उत्तर: अंतिम शक्ति स्वरूप एक “लाइट और माइट हाउस” की तरह होगा – जो मार्गदर्शक भी होगा और शक्ति देने वाला भी। इस स्थिति में:

  • माया का विदाई संस्कार होगा।

  • संगठित योग-तपस्या द्वारा विश्व परिवर्तन होगा।

  • स्वर्णिम युग की स्थापना का अंतिम चरण शुरू होगा।

❓ प्रश्न: हमें इस समय कौन-से संकल्प लेने चाहिए?
✅ उत्तर:

  • शक्ति स्वरूप बनकर विश्व परिवर्तन का कार्य तीव्र करने का संकल्प।

  • योग और तपस्या की शक्ति से नई दुनिया की स्थापना का संकल्प।

  • संगठित रूप में शक्ति-घेराव डालकर माया को विदाई देने का संकल्प।

🔔 “जागो! अब संकल्प की शक्ति से विश्व परिवर्तन का कार्य तीव्र करो!” 🚀

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