(06) Brahma Baba became complete and took birth as Shri Krishna. Did he go to Paramdham first or after birth? How?

(06) ब्रह्माबाबा ने संपूर्ण बन श्री कृष्ण के रूप में जन्म लिया 1 साल परमधाम पहले गए या जन्म के बाद? कैसे?

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

“आपका प्रश्न था — क्या ब्रह्मा बाबा ही वही आत्मा हैं जो श्रीकृष्ण के रूप में जन्म लेंगी?
क्या वह आत्मा पहले परमधाम जाएगी और फिर श्रीकृष्ण के रूप में जन्म लेगी?
क्या वह अकेले जाएगी, या सब आत्माएं एक साथ?”

आइए इस दिव्य रहस्य को सहज और गहराई से समझें…

ब्रह्मा बाबा की आत्मा — वो महान, परम पावन आत्मा — जिसको भगवान शिव ने चुना,
वही आत्मा भविष्य में श्रीकृष्ण रूप में जन्म लेती है।

लेकिन प्रश्न यह है — क्या वह आत्मा पहले अकेले परमधाम जाएगी?उत्तर है — नहीं।बाबा ने स्पष्ट कहा है —
“सभी आत्माएं, परमपिता परमात्मा के साथ एक साथ घर जाएंगी।”

कोई अकेला पहले नहीं जा सकता।यानी, ब्रह्मा बाबा की आत्मा भी — सभी आत्माओं के साथ ही परमधाम जाएगी।
फिर सतयुग में श्रीकृष्ण रूप में लौटेगी।और जब वह जन्म लेगी,
तो क्या शरीर को छोड़कर जाएगी?उत्तर है — नहीं।यह आत्मा योगनिद्रा में जाएगी।जैसे हम गहरी नींद में होते हैं,
पर शरीर चल रहा होता है।वैसे ही — यह आत्माएं परमात्मा की याद में,योग की शक्ति से अपने शरीर को सुरक्षित स्थिति में छोड़ेंगी।और वह शरीर कहां रहेंगे?बाबा ने कहा —
“प्रकृति उनकी रक्षा करेगी जो परमात्मा की मदद करते हैं।”

आज दुनिया के वैज्ञानिक अंडरग्राउंड सुरक्षित ठिकाने बना रहे हैं।
लेकिन वह आत्माएं जो सतयुग में जन्म लेने वाली हैं —
उनके शरीर प्राकृतिक तौर पर सुरक्षित रखे जाएंगे।जब विनाश होगा —तब वही आत्माएं,अपने शरीरों को फिर से धारण करेंगी।और तब शुरू होगा सतयुग
एक नया संसार, एक ही कॉन्टिनेंट — भारत भूमि।न अमेरिका रहेगा, न अफ्रीका —बस एक ही सुंदर, दिव्य भूमि।वहीं पर ब्रह्मा बाबा की आत्मा —
श्रीकृष्ण रूप में अपने शारीरिक वस्त्र को धारण करेगी।

श्रीकृष्ण को नहीं याद होगा कि वो ब्रह्मा बाबा थे।
जैसे ब्रह्मा बाबा को साक्षात्कार हुआ था —
वैसे ही आत्माएं आएंगी, और खड़ी हो जाएंगी।फिर होगा —
लक्ष्मी और नारायण का स्वाभाविक विवाह,
और एक नया, पावन राज्य।आप सोचते हैं — एक साल कैसे बीतेगा?जैसे जीवन बीत गया —
पल भर में ही तो!एक साल कोई लंबा समय नहीं —और फिर, परमधाम से लौटकर,वही आत्माएं अपना कार्य प्रारंभ करेंगी।आख़िर में, जब सब कुछ शुद्ध और पावन बन जाएगा,
सभी आत्माएं — 123 प्रकार की — शिव बाबा के साथ घर जाएंगी।

फिर सतयुग का आरंभ होगा,जहां श्रीकृष्ण और राधे,लक्ष्मी और नारायण बनकरदिव्य राज्य की स्थापना करेंगे।

तो अब यह रहस्य स्पष्ट हो गया कि आत्माएं किस तरह परमधाम जाएंगी,
और श्रीकृष्ण रूप में वापसी कैसे होगी।आपको यह ज्ञान कैसा लगा?
कमेंट में ज़रूर बताइए।क्या ब्रह्मा बाबा पहले परमधाम जाएंगे? श्रीकृष्ण कैसे जन्म लेंगे? | ब्रह्माकुमारीज़ रहस्य”

आपका प्रश्न था—क्या ब्रह्मा बाबा ही वही आत्मा हैं जो श्रीकृष्ण के रूप में जन्म लेंगी?

आइए इस दिव्य रहस्य को सहज और गहराई से समझें…

प्रश्न 1: क्या ब्रह्मा बाबा की आत्मा ही श्रीकृष्ण के रूप में जन्म लेती है?

उत्तर:हाँ। ब्रह्मा बाबा की आत्मा ही भविष्य में श्रीकृष्ण रूप में जन्म लेती है। वही पावन आत्मा, जिसे परमात्मा शिव ने यज्ञ की स्थापना के लिए चुना।

प्रश्न 2: क्या वह आत्मा पहले अकेले परमधाम जाएगी?

उत्तर:नहीं। बाबा ने स्पष्ट कहा है —
“सभी आत्माएं परमपिता परमात्मा के साथ एक साथ घर जाएंगी।”
कोई आत्मा पहले या अकेले नहीं जाती।

प्रश्न 3: तो ब्रह्मा बाबा की आत्मा कब परमधाम जाएगी?

उत्तर:जब समय आएगा, तब ब्रह्मा बाबा की आत्मा भी अन्य आत्माओं के साथ ही परमधाम जाएगी — न पहले, न बाद में।

प्रश्न 4: फिर आत्माएं श्रीकृष्ण रूप में कैसे लौटेंगी?

उत्तर:विनाश के बाद, जब पृथ्वी पुनः शुद्ध और सुंदर बन जाएगी, तब ये आत्माएं परमधाम से लौटेंगी और अपने पहले से सुरक्षित शरीर को धारण करेंगी।

प्रश्न 5: क्या श्रीकृष्ण की आत्मा शरीर छोड़कर जाएगी?

उत्तर:नहीं। वह आत्मा योगनिद्रा में जाएगी — जैसे नींद में आत्मा शरीर से अलग हो जाती है, पर शरीर जीवित रहता है।
इसी प्रकार, आत्मा परमात्मा की याद में अपने शरीर को सुरक्षित छोड़ देगी।

प्रश्न 6: वह शरीर कहाँ रहेंगे और कैसे सुरक्षित होंगे?

उत्तर:बाबा ने कहा —
“प्रकृति उनकी रक्षा करेगी जो परमात्मा की मदद करते हैं।”
उन आत्माओं के शरीर प्राकृतिक रूप से सुरक्षित स्थानों पर संरक्षित रहेंगे, जहाँ विनाश का कोई प्रभाव नहीं होगा।

प्रश्न 7: सतयुग कब और कैसे शुरू होगा?

उत्तर:जब पृथ्वी एक बार फिर से शुद्ध और दिव्य बन जाएगी — तब परमधाम से आत्माएं आएंगी, शरीर धारण करेंगी और सतयुग की शुरुआत होगी।
तब न कोई अमेरिका होगा, न अफ्रीका — केवल एक भूमि, एक भारत।

प्रश्न 8: क्या श्रीकृष्ण को याद रहेगा कि वह ब्रह्मा बाबा थे?

उत्तर:नहीं। श्रीकृष्ण को यह स्मृति नहीं रहेगी।
जैसे ब्रह्मा बाबा को आत्माओं का साक्षात्कार हुआ था, वैसे ही आत्माएं आएंगी, और स्वाभाविक रूप से उनका राज्याभिषेक होगा।

प्रश्न 9: एक साल योगनिद्रा में कैसे बीतेगा?

उत्तर:एक साल ऐसे बीत जाएगा जैसे आज एक महीना या जीवन बीत गया।
जब आत्मा योगबल से जुड़ी हो, तब समय मानो पलक झपकते बीत जाता है।

प्रश्न 10: फिर अंत में क्या होगा?

उत्तर:जब सब आत्माएं पावन बन जाएंगी — 123 प्रकार की आत्माएं शिव बाबा के साथ एक साथ घर जाएंगी।
फिर सतयुग की शुरुआत होगी, और वही आत्माएं लक्ष्मी-नारायण बनकर दिव्य राज्य स्थापित करेंगी।

आपको यह ज्ञान कैसा लगा? कमेंट करें, शेयर करें और इस दिव्य रहस्य को औरों तक पहुँचाएं।
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