(18)Why is Brahma not worshipped? A deep spiritual mystery

(18)ब्रह्मा की पूजा क्यों नहीं होती? गूढ आध्यात्मिक रहस्य

YouTube player

ब्रह्मा की पूजा क्यों नहीं होती? |सच्चा आध्यात्मिक रहस्य


प्रस्तावना

ओम शांति।
आज हम एक बहुत गहरे और प्राचीन प्रश्न पर चर्चा करेंगे –
“सभी देवी-देवताओं की पूजा होती है, लेकिन ब्रह्मा की पूजा क्यों नहीं होती?”
क्या इसका कारण कोई श्राप है या इसके पीछे कोई आध्यात्मिक रहस्य छिपा है?


ब्रह्मा का वास्तविक परिचय

ब्रह्मा को सृष्टि का रचयिता कहा जाता है।
परमपिता परमात्मा शिव उनके माध्यम से ज्ञान की स्थापना करते हैं।
उनका मुख्य कार्य है – आत्माओं को दिव्य गुणों से भरना और नए स्वर्णिम युग की नींव रखना।


ब्रह्मा – एक विद्यार्थी की भूमिका

ब्रह्मा स्वयं भी परमात्मा का स्टूडेंट है।
जैसे कोई मेडिकल छात्र जब तक पढ़ाई पूरी नहीं करता, तब तक उसे “डॉक्टर” नहीं कहा जाता,
ठीक वैसे ही ब्रह्मा भी एक पुरुषार्थी आत्मा हैं।
इसलिए उनकी पूजा नहीं होती।


ब्रह्मा से विष्णु की यात्रा

जब ब्रह्मा पूर्णता प्राप्त करते हैं,
तभी उन्हें विष्णु कहा जाता है।
इसीलिए कहा गया है – “ब्रह्मा सो विष्णु, विष्णु सो ब्रह्मा।”
पूजा विष्णु के रूप में होती है, ब्रह्मा के रूप में नहीं।


भक्ति मार्ग की भ्रांतियां

भक्ति मार्ग में अनेक कथाएं प्रचलित हैं –
जैसे सरस्वती द्वारा ब्रह्मा को श्राप देना।
लेकिन यह केवल पौराणिक कहानियां हैं,
सच्चाई यह है कि ब्रह्मा की पूजा न होने का कारण उनकी पुरुषार्थी अवस्था है।


असली महत्व

यद्यपि ब्रह्मा की पूजा नहीं होती,
लेकिन उनका महत्व अति महान है।
वे परमात्मा शिव के ज्ञान के पहले माध्यम हैं।
उनका गुणगान किया जाता है क्योंकि उन्होंने
ईश्वर का कार्य पूरा किया।


निष्कर्ष

तो, ब्रह्मा की पूजा इसलिए नहीं होती क्योंकि वे स्वयं एक विद्यार्थी और पुरुषार्थी आत्मा हैं।
जब आत्मा संपूर्ण बनती है,
वही आत्मा विष्णु कहलाती है और पूजा पाती है।
यह गहरा रहस्य केवल परमात्मा शिव ही आकर समझाते हैं।

ब्रह्मा की पूजा क्यों नहीं होती? | प्रश्न–उत्तर शैली में गहन आध्यात्मिक रहस्य | 


प्रश्न और उत्तर

Q1: सभी देवी–देवताओं की पूजा होती है, लेकिन ब्रह्मा की पूजा क्यों नहीं होती?

 क्योंकि ब्रह्मा अभी भी पुरुषार्थी अवस्था में हैं। वे स्वयं भी परमात्मा शिव से पढ़ाई कर रहे हैं और परिपूर्ण बनने की यात्रा पर हैं।


Q2: क्या ब्रह्मा, विष्णु से कम महान हैं?

 नहीं। ब्रह्मा विष्णु से कम नहीं हैं। जब ब्रह्मा परिपूर्ण बनते हैं, तभी वे विष्णु कहलाते हैं। इसीलिए कहा गया है –
“ब्रह्मा सो विष्णु, विष्णु सो ब्रह्मा।”


Q3: भक्ति मार्ग में क्यों कहा जाता है कि ब्रह्मा को सरस्वती ने श्राप दिया?

 यह केवल पौराणिक कथा है।
सच्चाई यह नहीं है। वास्तविक कारण यह है कि ब्रह्मा एक विद्यार्थी और पुरुषार्थी आत्मा हैं। विद्यार्थी की पूजा नहीं होती।


Q4: क्या ब्रह्मा का महत्व पूजा से कम हो जाता है?

 बिल्कुल नहीं। ब्रह्मा का महत्व बहुत बड़ा है। वे परमात्मा शिव के ज्ञान के पहले माध्यम हैं।
उनका गुणगान होता है क्योंकि उन्होंने ईश्वर का कार्य पूरा किया।


Q5: पूजा विष्णु की क्यों होती है?

 क्योंकि विष्णु का रूप संपूर्णता और सिद्धि का प्रतीक है। जब आत्मा परिपूर्ण बन जाती है, तब वह पूजा योग्य हो जाती है।


Q6: यह रहस्य हमें कौन समझाता है?

 यह गहरा रहस्य केवल परमपिता परमात्मा शिव ही आकर साकार और अव्यक्त मुरली में समझाते हैं।

Disclaimer

यह वीडियो केवल आध्यात्मिक शिक्षा और ज्ञान के उद्देश्य से बनाया गया है।
इसका उद्देश्य किसी भी धर्म, संप्रदाय या व्यक्ति की भावनाओं को आहत करना नहीं है।
वीडियो में व्यक्त विचार ब्रह्माकुमारी मुरली और आध्यात्मिक दृष्टिकोण पर आधारित हैं।
कृपया इसे सकारात्मकता, आत्म-विकास और प्रेरणा के रूप में ग्रहण करें।

Why is Brahma not worshipped, the secret of Brahma, Brahma Kumaris speech, spiritual knowledge in hindi, gyan murli, bk murli points, brahma kumaris pravachan, brahma kumaris spiritual speech, hindi spiritual video, spiritual knowledge, difference between devotion and knowledge, brahma so vishnu, vishnu so brahma, shiv baba murli points, om shanti video,

ब्रह्मा की पूजा क्यों नहीं होती, ब्रह्मा का रहस्य, ब्रह्मा कुमारी भाषण, आध्यात्मिक ज्ञान हिंदी में, ज्ञान मुरली, बीके मुरली अंक, ब्रह्मा कुमारी प्रवचन, ब्रह्मा कुमारी आध्यात्मिक भाषण, हिंदी आध्यात्मिक वीडियो, आध्यात्मिक ज्ञान, भक्ति और ज्ञान का अंतर, ब्रह्मा सो विष्णु, विष्णु सो ब्रह्मा, शिव बाबा मुरली अंक, ओम शांति वीडियो,