(34) श्री कृष्ण प्रत्यक्ष तब होगा जब कंस (आसुरी दुनियां) के विनाश का नगाड़ा बजेगा।
( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)
बहुत सुंदर और गहराई से जुड़ा हुआ विषय है — श्रीकृष्ण की वास्तविक प्रत्यक्षता और एडवांस पार्टी की भूमिका। नीचे मैंने इसे के रूप में रूपांतरित किया है — जिसमें भाव, लय और सरलता बनी रहे, ताकि हर स्तर का दर्शक इसे सहजता से समझ सके और आकर्षित हो।
“ओम् शांति। आज हम एक अद्भुत और बेहद रहस्यमय विषय पर बात करेंगे — श्रीकृष्ण की प्रत्यक्षता कब होती है? कंस की मृत्यु क्या दर्शाती है? और एडवांस पार्टी का इसमें क्या महान योगदान है?”
1 – श्रीकृष्ण का रहस्य और कंस की कहानी का आध्यात्मिक अर्थ]
🎙️
“धारणा में हम बचपन से सुनते आए हैं कि जब कंस मारा गया, तभी श्रीकृष्ण की प्रत्यक्षता हुई। परन्तु, गहराई से समझें तो कंस का अंत कोई मनुष्य नहीं, असुरी संस्कारों का अंत है।”
“जब तक यह आसुरी वासनाएं, अहंकार, और तमोगुणी प्रवृत्तियाँ नहीं मिटतीं, तब तक श्रीकृष्ण जैसे दिव्य आत्मा का प्रकटन संभव नहीं होता।“
“यहाँ तक कि नंद और यशोदा, जो कृष्ण के माँ-बाप हैं, उन्हें भी यह भान नहीं होता कि उनके पुत्र का कार्य क्या होगा — क्योंकि यह जन्म सामान्य जन्म नहीं, बल्कि योगबल से हुआ अलौकिक जन्म होता है।”
🌍 2 – एडवांस पार्टी का रहस्य और दिव्य कार्य]
“अब हम समझेंगे कि एडवांस पार्टी क्या है, और वह कैसे संगम युग की सबसे गुप्त और शक्तिशाली आत्माओं का समूह है।”
“बाबा ने 2392 के संदेश में कहा — एडवांस पार्टी वह आत्माएं हैं जो तपस्या करते हुए, श्रेष्ठ वायुमंडल बनाकर, भविष्य के राजा-रानी, सचिव आत्माओं की पालना के लिए भूमि तैयार करती हैं।“
“वे स्वयं दिव्यता और पवित्रता में स्थित हैं, पर उनका मुख्य कार्य है — आपको तैयार करना।”
“उनकी स्मृति में यह भाव है — ‘हमारा जन्म महान था और महान रहेगा।'”
✨ 3 – श्रीकृष्ण का पुनर्जन्म और ड्रामा की प्लानिंग]
“बाबा ने 2002 के आसपास श्रीकृष्ण की आत्मा के पुनर्जन्म की बात कही। दादी ने 2007 में गर्भधारण किया — यह कोई साधारण जन्म नहीं।”
“यह आत्मा पहले से तैयार थी, अब योगबल से पुनः इस सृष्टि पर आ रही है।”
“बाबा कहते हैं — श्रीकृष्ण का जन्म एक महान ड्रामा है, जिसमें जन्म लेने वाला तो दिव्य होता है, लेकिन उसके माँ-बाप सामान्य प्रतीत होते हैं।”
“कृष्ण का जन्म प्रसिद्ध है — माँ-बाप नहीं। क्यों? क्योंकि आत्मा प्रधान है, शरीर नहीं।”
4 – जन्म कैसे होगा और भविष्य का वायुमंडल]
“बापदादा ने कहा है — दो आत्माएं गर्भ में प्रवेश कर चुकी हैं। तीसरी आत्मा भी समयानुसार आएगी। और जैसे ही श्रीकृष्ण की आत्मा पूर्ण रूप से अपनी शरीर रचना पूरी कर लेगी, एक दिव्य उद्घोष होगा —”
📢 ‘श्रीकृष्ण जन्मा है!’
“विनाश की आहट और कृष्ण जन्म की प्रत्यक्षता साथ-साथ होगी। यह वह समय होगा जब योगबल की शक्ति अपने चरम पर होगी।”
“दादी ने सूक्ष्मवतन में आकर बताया — अब ऐसी विज्ञान की खोज होनी चाहिए जिससे शरीर छोड़ने में कोई पीड़ा न हो। वायुमंडल शुद्ध हो, शांत हो, दिव्य हो।”
👑 5 – ब्रह्मा से विष्णु तक की यात्रा]
“ब्रह्मा को ही बाबा ने कहा — कृष्ण की तमोप्रधान आत्मा। अब वही आत्मा फिर से श्रीकृष्ण बनेगी — लेकिन उसके लिए ब्रह्मा से विष्णु बनने का संगम काल जरूरी है।”
“ब्रह्मा से विष्णु बनने में थोड़ा समय लगता है, परन्तु विष्णु से ब्रह्मा बनने में 5000 वर्ष।”
“यही संगम युग वह मंच है, जहां यह अलौकिक परिवर्तन होता है।”
🎙️”तो प्यारे आत्माओं, श्रीकृष्ण कोई काल्पनिक चरित्र नहीं है — वह दिव्य आत्मा है जो संगम युग में योगबल से पुनः जन्म लेती है।”
“कंस की मृत्यु हमारे भीतर के असुरों की समाप्ति है। और एडवांस पार्टी वो शक्ति है जो इस दिव्य रचना की नींव रख रही है।”
🕊️ “अब समय है — स्वयं को तैयार करने का, श्रीकृष्ण के स्वागत के लिए!”
🌟 बहुत सुंदर और गहराई से जुड़ा हुआ विषय है — श्रीकृष्ण की वास्तविक प्रत्यक्षता और एडवांस पार्टी की भूमिका
❓प्रश्न 1: श्रीकृष्ण की प्रत्यक्षता वास्तव में कब होती है?
उत्तर:श्रीकृष्ण की प्रत्यक्षता तब होती है जब मनुष्य आत्मा अपने अंदर की असुरी वासनाओं, अहंकार, और तमोगुणी संस्कारों का अंत करती है। कंस का मरना किसी व्यक्ति की मृत्यु नहीं, बल्कि आंतरिक कंस रूपी दोषों का अंत है। जब आत्मा पवित्र और दिव्य बनती है, तभी श्रीकृष्ण जैसी आत्मा का प्रकटन संभव होता है।
❓प्रश्न 2: श्रीकृष्ण का जन्म अलौकिक क्यों कहा जाता है?
उत्तर:क्योंकि यह सामान्य शारीरिक जन्म नहीं होता, बल्कि योगबल से हुआ दिव्य जन्म होता है। यहाँ तक कि नंद-यशोदा को भी नहीं पता होता कि उनका पुत्र कौन-सा महान कार्य करने वाला है, क्योंकि आत्मा दिव्य है और ड्रामा अनुसार रहस्यपूर्ण रूप में आती है।
❓प्रश्न 3: एडवांस पार्टी कौन है और उनका कार्य क्या है?
उत्तर:एडवांस पार्टी संगम युग की उन आत्माओं का समूह है जो तपस्या द्वारा वायुमंडल को शक्तिशाली और दिव्य बनाती हैं। वे आने वाले भविष्य के राजा-रानी और सचिव आत्माओं की पालना हेतु भूमि तैयार करती हैं। वे आत्माएं स्वयं दिव्यता और योगबल में स्थित हैं, और उनका मुख्य कार्य है—आपको तैयार करना।
❓प्रश्न 4: बाबा ने श्रीकृष्ण के पुनर्जन्म के बारे में क्या कहा?
उत्तर:बाबा ने 2002 के आसपास संकेत दिया कि श्रीकृष्ण की आत्मा पुनः सृष्टि पर आ रही है। दादी ने 2007 में गर्भधारण किया, और यह कोई साधारण गर्भ नहीं, बल्कि पुनर्जन्म की प्रक्रिया योगबल से हुई। यह आत्मा ड्रामा अनुसार पहले से तैयार है और दिव्यता लिए हुए है।
❓प्रश्न 5: श्रीकृष्ण का जन्म प्रसिद्ध है, पर माँ-बाप क्यों नहीं?
उत्तर:क्योंकि यह आत्मा प्रधान ड्रामा है। श्रीकृष्ण की आत्मा ही कार्यकर्ता है, माँ-बाप केवल निमित्त हैं। शरीर नहीं, आत्मा महत्वपूर्ण है, और यही कारण है कि श्रीकृष्ण का नाम विश्व प्रसिद्ध होता है, जबकि उनके जन्मदाता गुमनाम रहते हैं।
❓प्रश्न 6: बाबा ने भविष्य में होने वाले वायुमंडल और विज्ञान के बारे में क्या बताया?
उत्तर:बाबा और दादी ने कहा है कि ऐसा समय आएगा जब ऐसी विज्ञान की खोज होगी जिससे शरीर त्यागना सहज और पीड़ारहित होगा। वातावरण शांत, शुद्ध और दिव्यता से भरपूर होगा — ताकि श्रीकृष्ण जैसी आत्मा बिना किसी बाधा के अवतरित हो सके।
❓प्रश्न 7: ब्रह्मा से विष्णु बनने की यात्रा का क्या रहस्य है?
उत्तर:ब्रह्मा को बाबा ने श्रीकृष्ण की तमोप्रधान आत्मा कहा। वही आत्मा संगम युग में ब्रह्मा से विष्णु बनने की यात्रा करती है। यह परिवर्तन समय और तपस्या के साथ होता है। जबकि विष्णु से ब्रह्मा बनने में पूरे 5000 वर्ष लगते हैं, ब्रह्मा से विष्णु बनने का मंच केवल संगम युग में ही उपलब्ध होता है।
❓प्रश्न 8: ‘श्रीकृष्ण जन्मा है’ यह उद्घोष कब होगा?
उत्तर:जब श्रीकृष्ण की आत्मा पूरी तरह से अपने दिव्य शरीर में आ जाएगी, तब दुनिया में दिव्य उद्घोष होगा — ‘श्रीकृष्ण जन्मा है!’ यह वह समय होगा जब विनाश की आहट और पुनर्निर्माण साथ-साथ चलेंगे और योगबल अपनी चरम सीमा पर होगा।
❓प्रश्न 9: आज हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर:हमें अपने भीतर के कंस रूपी दोषों को समाप्त कर, आत्मा को दिव्य और पावन बनाना चाहिए। एडवांस पार्टी की पालना को स्वीकार करना चाहिए और श्रीकृष्ण के स्वागत हेतु स्वयं को तैयार करना चाहिए — यही सच्ची आध्यात्मिक सेवा है।
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