प्रत्यक्षता-पदम(151)”अब मिलेगा रॉयल हल और दिव्या सत्संग
( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

🌟 अब मिलेगा रॉयल हाल और दिव्य सत्संग! 🌟
“समय समीप है – अब महाविनाश के दृश्य भी दिखेंगे और जीवनमुक्ति का द्वार भी खुलेगा!”
🏰 भविष्य के भव्य रॉयल हाल और दिव्य सभा 🏰
➡️ आगे चलकर बड़े-बड़े रॉयल हाल मिलेंगे।
➡️ बड़े-बड़े लोग भी आयेंगे, एक साथ बैठकर सत्य सुनेंगे।
➡️ समय समीप आते ही महाविनाश के दृश्य भी प्रत्यक्ष होंगे।
🔥 जब ये दृश्य आँखों से देखेंगे तो वैराग्य स्वतः आ जाएगा।
एक ओर वैराग्य, दूसरी ओर स्वर्णिम भविष्य बनाने का उमंग होगा।
💡 जैसे कहा जाता है –
“एक आँख में मुक्ति, एक आँख में जीवनमुक्ति!”
तो यही स्थिति होगी –
विनाश = मुक्ति का द्वार
स्थापना = जीवनमुक्ति का द्वार
जब आपके नयनों से ये द्वार खुलते हुए दिखेंगे, तब चारों ओर जय-जयकार होगी!
🌍 सर्व आत्माओं के बीज डालना अनिवार्य 🌍
🔹 स्थापना का कार्य तभी पूर्ण होगा जब सब प्रकार की आत्माएँ इसमें सहयोग देंगी।
🔹 क्योंकि सतयुग में हर कार्य के लिए आत्माएँ चाहिए –
✅ सेवाधारी बनकर सेवा करेंगे।
✅ साइंस वाले वहाँ के सुख-साधनों की व्यवस्था करेंगे।
✅ आज यहाँ जो बीज बो रहे हैं, वही सतयुग में फल देंगे।
इसलिए अब विदेशों में सेवा तीव्रगति से करनी होगी।
👑 राजधानी तैयार करो – हर वर्ग तक सन्देश पहुँचाओ! 👑
✅ राजधानी तैयार करो!
✅ प्रजा तैयार करो!
✅ रॉयल फैमिली तैयार करो!
✅ सेवाधारी तैयार करो!
🎯 ऐसा कोई भी वर्ग न रहे जो यह न कहे – ‘हमें सन्देश नहीं मिला!’
🔔 समय समीपता की घण्टियाँ बज रही हैं! 🔔
अब आप सभी को जोर-शोर से
🌟 बाप के परिचय का प्रत्यक्ष प्रमाण देना होगा।
🌟 जो पालना ली है, उसका फल दिखाना होगा।
🚀 तो तैयार हो जाओ! अब वह समय दूर नहीं जब सम्पूर्णता और प्रत्यक्षता साथ-साथ होगी!
🌟 अब मिलेगा रॉयल हाल और दिव्य सत्संग! 🌟
❓ प्रश्न: भविष्य में किस प्रकार के रॉयल हाल मिलने वाले हैं?
✅ उत्तर: आगे चलकर बड़े-बड़े भव्य रॉयल हाल मिलेंगे, जहाँ उच्च पदाधिकारी और दिव्य आत्माएँ एक साथ बैठकर सत्य को सुनेंगे।
❓ प्रश्न: महाविनाश के दृश्य कब और कैसे प्रत्यक्ष होंगे?
✅ उत्तर: समय समीप आते ही महाविनाश के दृश्य प्रत्यक्ष होंगे, जिन्हें देखकर लोगों में वैराग्य जागेगा और वे स्वर्णिम भविष्य बनाने की ओर प्रेरित होंगे।
❓ प्रश्न: “एक आँख में मुक्ति, एक आँख में जीवनमुक्ति” का क्या अर्थ है?
✅ उत्तर: इसका अर्थ है कि विनाश मुक्ति का द्वार है और स्थापना जीवनमुक्ति का द्वार। जब ये द्वार खुलते दिखेंगे, तब चारों ओर दिव्यता और जय-जयकार होगी।
❓ प्रश्न: सतयुग की स्थापना के लिए किस प्रकार की आत्माओं की आवश्यकता है?
✅ उत्तर: सतयुग की स्थापना के लिए सभी प्रकार की आत्माएँ आवश्यक हैं—सेवाधारी, विज्ञान से जुड़े लोग, और वे सभी जो सत्य को धारण कर सकें।
❓ प्रश्न: विदेशों में सेवा तीव्र गति से करने की आवश्यकता क्यों है?
✅ उत्तर: क्योंकि सर्व आत्माओं तक सत्य का बीज डालना अनिवार्य है, जिससे हर वर्ग यह कह सके कि उन्हें सन्देश मिला है और वे सत्य की ओर बढ़ सकें।
❓ प्रश्न: राजधानी तैयार करने का क्या अर्थ है?
✅ उत्तर: राजधानी तैयार करने का अर्थ है हर वर्ग तक सन्देश पहुँचाना, रॉयल फैमिली, प्रजा और सेवाधारी आत्माओं को तैयार करना।
❓ प्रश्न: समय समीपता का मुख्य संकेत क्या है?
✅ उत्तर: समय समीपता की घंटियाँ बज रही हैं—अब सम्पूर्णता और प्रत्यक्षता साथ-साथ होगी, जिससे सत्य का प्रत्यक्ष प्रमाण सभी को मिलेगा।
🚀 तो तैयार हो जाओ! दिव्यता की इस लहर में अपनी भूमिका निभाने का समय आ गया है! 🚀