Atma-padam(51) Does the soul have any weight or shape?

A-P”51 क्या आत्मा का कोई वज़न व आकार होता है?

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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ओम शांति।कौन बनेगा पद्म पद्मपति?

हमारे पद्म कर्म कैसे बनें, इसी के लिए हम मुरली मंथन करते हैं। आज हमारे मुरली मंथन का विषय है—क्या आत्मा का कोई वजन और आकार होता है?

आत्मा का स्वरूप

आत्मा का कोई भौतिक वजन और आकार नहीं होता है। आत्मा एक सूक्ष्म, अदृश्य और अमूर्त शक्ति है। अमूर्त का अर्थ है कि जिसकी कोई मूर्ति नहीं बनाई जा सकती। आत्मा को भौतिक इंद्रियों से देखा या मापा नहीं जा सकता, लेकिन इसके अस्तित्व पर गहन अध्यात्मिक चर्चाएँ होती रहती हैं।

आत्मा को समझने का आध्यात्मिक दृष्टिकोण

आत्मा को समझने के लिए हमें भौतिकता से ऊपर उठकर आध्यात्मिक दृष्टि अपनानी होगी। आत्मा एक ऊर्जा स्वरूप है, जो चेतना, प्रेम और शांति का स्रोत है। जब आत्मा अपने वास्तविक स्वरूप में स्थित होती है, तो वह पूर्ण शांति और आनंद का अनुभव करती है।

निष्कर्ष:आत्मा का कोई भौतिक आकार या वजन नहीं होता, लेकिन इसका अस्तित्व अटूट और शाश्वत है। आत्मा का ज्ञान प्राप्त करके हम अपने जीवन को शांति, प्रेम औरन पवित्रता से भर सकते हैं।

ओम शांति। कौन बनेगा पद्म पद्मपति?

हमारे पद्म कर्म कैसे बनें, इसी के लिए हम मुरली मंथन करते हैं। आज के मंथन का विषय है—क्या आत्मा का कोई वजन और आकार होता है?

प्रश्न एवं उत्तर:

प्रश्न 1: आत्मा का स्वरूप क्या है?
उत्तर: आत्मा एक सूक्ष्म, अदृश्य और अमूर्त शक्ति है। इसका कोई भौतिक आकार या वजन नहीं होता। इसे इंद्रियों से देखा या मापा नहीं जा सकता, लेकिन इसका अस्तित्व शाश्वत और अटूट है।

प्रश्न 2: आत्मा को किस प्रकार समझा जा सकता है?
उत्तर: आत्मा को समझने के लिए हमें भौतिक दृष्टि से ऊपर उठकर आध्यात्मिक दृष्टिकोण अपनाना होगा। आत्मा चेतना, प्रेम और शांति का स्रोत है।

प्रश्न 3: आत्मा का वास्तविक अनुभव कैसे किया जा सकता है?
उत्तर: जब आत्मा अपने शुद्ध और मूल स्वरूप में स्थित होती है, तो वह शांति और आनंद का अनुभव करती है। राजयोग के अभ्यास से आत्मा का यह अनुभव संभव होता है।

प्रश्न 4: आत्मा और शरीर में क्या अंतर है?
उत्तर: शरीर नश्वर है, जबकि आत्मा शाश्वत है। शरीर का आकार और वजन होता है, लेकिन आत्मा एक सूक्ष्म ज्योति बिंदु के समान है, जिसका कोई भौतिक माप नहीं है।

प्रश्न 5: आत्मा का ज्ञान हमारे जीवन में क्या परिवर्तन लाता है?
उत्तर: आत्मा का सही ज्ञान प्राप्त करने से हम अपने जीवन को शांति, प्रेम और पवित्रता से भर सकते हैं। यह ज्ञान हमें आत्म-साक्षात्कार और ईश्वरीय अनुभूति की ओर ले जाता है।

निष्कर्ष: आत्मा का कोई भौतिक आकार या वजन नहीं होता, लेकिन उसका अस्तित्व शाश्वत और दिव्य है। जब हम इस सत्य को समझते हैं, तो हम आत्मा के वास्तविक स्वरूप में स्थित होकर पद्म पद्मपति बनने की योग्यता प्राप्त कर सकते हैं।

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