(01)Celebrate The Real Diwali

Short Questions & Answers Are given below (लघु प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

YouTube player

आओ, सच्ची दीवाली मनायें (Celebrate The Real Diwali)

पाँच हजार वर्ष पूर्व एक अति श्रेष्ठ समय था जबकि इस सृष्टि पर, धरा को जगमग करने के लिए परम ज्योति निराकार परमात्मा का अवतरण हुआ था। वह समय कलियुग के अन्त का था। जब परमात्मा ने सत्य ज्ञान देकर सभी मनुष्यों की बुझी आत्म-ज्योति जगाई थी। तब मनुष्यात्माओं का अपने परमपिता से मिलन हुआ था। वह इस सृष्टि-चक्र की सबसे शुभ-वेला थी। वही सच्ची दीवाली थी। बाद में तो मात्र उसकी यादगार ही है।
अब हर वर्ष यादगार रूप में दीवाली मनाते युग बीत गये। न लक्ष्मी आई, न ज्योति जगी। अब समय है- जबकि परमपिता परमात्मा स्वयं ज्ञान-घृत द्वारा मनुष्यात्माओं की ज्योति जगा रहे हैं तो हम सभी का आह्वान करते हैं कि आओ, हम सभी मनुष्य सत्य परमात्मा से सत्य ज्ञान लेकर अपने जीवन को पावन बनायें अर्थात् ज्योति जगायें और ईश्वरीय मिलन का वास्तविक सुख प्राप्त करें, तब ही यहां पृथ्वी पर स्वर्ग आयेगा, जहाँ श्री लक्ष्मी व श्री नारायण का राज्य होगा। जो ऐसी सच्ची दीवाली मनायेंगे, वही स्वर्ग के अधिकारी बनेंगे, जहाँ रोज़ ही दीवाली होगी –

दीवाली आई दीप जलाओ परमपिता से मिलन मनाओ संगम के इस पावन युग में ज्ञान से आत्म-ज्योति जगाओ।

  1. सच्ची दीवाली का क्या अर्थ है?
    सच्ची दीवाली का अर्थ है आत्म-ज्योति का जागरण और परमात्मा से मिलन का वास्तविक सुख प्राप्त करना।
  2. सच्ची दीवाली कब मानी जाती है?
    सच्ची दीवाली तब मानी जाती है जब परमात्मा ने ज्ञान देकर आत्म-ज्योति जगाई और मनुष्य आत्माओं का परमपिता से मिलन हुआ।
  3. वर्तमान समय में सच्ची दीवाली मनाने का क्या महत्व है?
    वर्तमान में सच्ची दीवाली का महत्व है कि हम परमात्मा से सत्य ज्ञान लेकर अपने जीवन को पावन बनाएं और आत्म-ज्योति जगाएं।
  4. सत्य ज्ञान से क्या लाभ होता है?
    सत्य ज्ञान से आत्मा में प्रकाश आता है और मनुष्य का जीवन पवित्र होता है, जिससे स्वर्गीय सुख का अनुभव होता है।
  5. आत्म-ज्योति कैसे जगाई जा सकती है?
    आत्म-ज्योति परमात्मा से सत्य ज्ञान प्राप्त कर और दिव्य गुणों को जीवन में धारण कर जगाई जा सकती है।
  6. स्वर्ग का राज्य कैसे स्थापित होगा?
    जब सभी आत्माएं सच्चे ज्ञान और पवित्रता को अपनाती हैं, तब पृथ्वी पर श्री लक्ष्मी और श्री नारायण का राज्य, यानी स्वर्ग का राज्य, स्थापित होगा।
  7. हर वर्ष दीवाली मनाने का उद्देश्य क्या है?
    हर वर्ष दीवाली मनाने का उद्देश्य उस समय की याद को बनाए रखना है, जब परमात्मा ने आत्म-ज्योति जगाई थी।
  8. संगम युग में आत्म-ज्योति जागरण का क्या महत्व है?
    संगम युग में आत्म-ज्योति का जागरण हमें सच्चे ईश्वरीय मिलन का अनुभव कराता है, जो स्वर्ग की पुनर्स्थापना का मार्ग प्रशस्त करता है।
  9. सच्ची दीवाली मनाने से क्या लाभ होगा?
    सच्ची दीवाली मनाने से आत्मा पवित्र बनती है, जिससे मनुष्य स्वर्ग का अधिकारी बन सकता है, जहाँ हर दिन दीवाली होती है।
  10. ज्ञान से आत्म-ज्योति कैसे जगाई जा सकती है?
    परमपिता परमात्मा द्वारा दिए गए सत्य ज्ञान से आत्म-ज्योति जाग्रत होती है, जो हमें सच्चे मिलन और पावन जीवन की ओर ले जाती है।