Element of the soul

                 Short Questions & Answers Are given below (लघु प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

                   
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                                                  आत्मा शरीर में कहां रहती है?

आत्मा का तत्व(Element of the soul)

आत्मा को छठा तत्व माना जाता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि आत्मा शरीर में कहां स्थित है। गीता में बताया गया है कि शरीर और आत्मा का संबंध कैसे है। जब आत्मा सक्रिय नहीं होती, तब इसे “आर्थी” कहा जाता है। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि शरीर एक गाड़ी है और आत्मा उसका ड्राइवर।

आत्मा की स्थिति

ड्राइवर को अपनी सीट पर बैठना पड़ता है, उसी प्रकार आत्मा को भी शरीर को चलाने के लिए अपनी सीट (मस्तिष्क) पर बैठना पड़ता है। जहां तिलक लगाया जाता है, वहीं आत्मा का स्थान होता है।

शरीर और आत्मा का भेद

शरीर विनाशी है, जबकि आत्मा अजर, अमर, और अविनाशी है। युद्ध में जाने वाले सैनिकों को तिलक लगाने का अर्थ यह है कि उन्हें याद दिलाया जाए कि वे अजर अमर आत्मा हैं। एक शरीर छोड़ने पर दूसरा शरीर प्राप्त होगा।

आत्मा की सही स्थिति

आत्मा भृकुटी के बाहर नहीं है, बल्कि वह मस्तिष्क में, जहां रीढ़ की हड्डी मस्तिष्क से जुड़ती है, वहां स्थित है। इस स्थान पर तीन ग्रंथियां (हाइपोथैलेमस, पीनियल, और पिट्यूटरी) हैं। इन तीनों ग्रंथियों के बीच आत्मा की सीट है।

संदेशों का आदान-प्रदान

आत्मा इस स्थान पर बैठकर पूरे शरीर से आने वाले संदेशों को रिसीव करती है। रीढ़ की हड्डी से जो संदेश मस्तिष्क में पहुंचते हैं, उससे पहले आत्मा उन सभी संदेशों को ग्रहण करती है और पूरे शरीर में संदेश का आदान-प्रदान करती है।

आज्ञा चक्र

इस स्थान को भृकुटी कहा जाता है, जहां आत्मा का एक अद्भुत सितारा चमकता है। इसे आज्ञा चक्र भी कहा जाता है, जो आत्मा की उपस्थिति का प्रतीक है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, आत्मा का स्थान शरीर में एक विशेष स्थान पर है, जो हमारे जीवन के सभी अनुभवों और संदेशों का केंद्र है। आत्मा की अजरता और अमरता की समझ हमें जीवन के गहरे अर्थ को समझने में मदद करती है।

 

आत्मा शरीर में कहां रहती है?: प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: आत्मा को किस तत्व के रूप में माना जाता है?

उत्तर: आत्मा को छठा तत्व माना जाता है।

प्रश्न 2: आत्मा और शरीर के संबंध को कैसे समझा सकते हैं?

उत्तर: आत्मा को शरीर का ड्राइवर और शरीर को गाड़ी के रूप में समझा सकते हैं।

प्रश्न 3: आत्मा को शरीर में कहां स्थित माना जाता है?

उत्तर: आत्मा मस्तिष्क में, विशेष रूप से भृकुटी के क्षेत्र में स्थित है।

प्रश्न 4: आत्मा का स्थान क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: आत्मा का स्थान संदेशों के आदान-प्रदान का केंद्र है, जो शरीर के अनुभवों को नियंत्रित करता है।

प्रश्न 5: आत्मा की स्थिति का क्या अर्थ है?

उत्तर: जब आत्मा सक्रिय नहीं होती, तब इसे “आर्थी” कहा जाता है, जो दर्शाता है कि आत्मा अपने कार्य में नहीं है।

प्रश्न 6: शरीर और आत्मा में क्या भेद है?

उत्तर: शरीर विनाशी है, जबकि आत्मा अजर, अमर, और अविनाशी है।

प्रश्न 7: आत्मा की सही स्थिति का क्या महत्व है?

उत्तर: आत्मा की सही स्थिति हमें यह समझने में मदद करती है कि जीवन में एक शरीर छोड़ने पर दूसरा शरीर प्राप्त होता है।

प्रश्न 8: आत्मा कैसे संदेशों का आदान-प्रदान करती है?

उत्तर: आत्मा मस्तिष्क में बैठकर पूरे शरीर से आने वाले संदेशों को रिसीव करती है और उनके बीच आदान-प्रदान करती है।

प्रश्न 9: भृकुटी का क्या अर्थ है?

उत्तर: भृकुटी उस स्थान को कहा जाता है, जहां आत्मा का अद्भुत सितारा चमकता है, जिसे आज्ञा चक्र भी कहते हैं।

प्रश्न 10: आत्मा की अजरता और अमरता की समझ का क्या महत्व है?

उत्तर: आत्मा की अजरता और अमरता की समझ हमें जीवन के गहरे अर्थ को समझने में मदद करती है।