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(P-2) Separate recording of each soul

April 27, 2025June 23, 2025omshantibk07@gmail.com

(P-2) हर आत्मा की अलग रिकॉर्डिंग

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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आत्मा और ड्रामा का अनोखा संबंध

भाइयों और बहनों,
आज हम एक बहुत ही गूढ़, परंतु बेहद आवश्यक आध्यात्मिक विषय पर चर्चा करेंगे—
“हर आत्मा की अलग रिकॉर्डिंग और 5000 साल की परफेक्ट टाइमिंग!”

क्या आपने कभी विचार किया है कि
हमारे जीवन की घटनाएं इतनी सटीकता से क्यों घटती हैं?
हर आत्मा का रोल अलग क्यों होता है?
और क्यों कोई भी चीज़—एक नैनो सेकंड तक भी—आगे-पीछे नहीं होती?

यह कोई साधारण बात नहीं है,
बल्कि यह परमात्मा द्वारा रचा गया पूर्व-निर्धारित ड्रामा है।
आज हम इसी के रहस्य को गहराई से समझेंगे।

1. आत्मा का अद्वितीय रोल: हर आत्मा एक विशेष अभिनेता

हर आत्मा इस विशाल विश्व-रूप मंच पर एक अलग अभिनेता है।

🧩 उदाहरण के रूप में सोचिए:
जैसे एक फिल्म में अलग-अलग किरदार होते हैं—हीरो, खलनायक, कॉमेडियन, सहायक पात्र—
वैसे ही इस ब्रह्मांडीय ड्रामा में हर आत्मा की भिन्न-भिन्न भूमिका है।

  • कोई आत्मा 84 जन्म लेकर पूरा पार्ट बजाती है,

  • कोई 63 जन्म,

  • कोई 8 जन्म…

हर आत्मा की एक यूनिक रिकॉर्डिंग होती है।
कोई भी दो आत्माएं कभी भी एक जैसे रोल नहीं निभा सकतीं।
यह आत्मा की पहचान, कर्म, और पूर्व संस्कारों पर आधारित है।

Murli Point:
“यह ड्रामा बेहद सटीक है। हर एक आत्मा का रोल फिक्स्ड है।”
—साकार मुरली

2. 5000 वर्षों की सटीकता: समय की परफेक्ट रिकॉर्डिंग

क्या आप जानते हैं,
हर आत्मा की रिकॉर्डिंग 5000 साल में एक बार सटीक रूप से रिपीट होती है?

और वह भी ±0 नैनो सेकंड की भी चूक नहीं होती!

  • जो अभी हो रहा है, वही 5000 साल पहले हुआ था।

  • और वही आगे 5000 साल बाद फिर से होगा—बिलकुल वैसा ही।

यह ड्रामा एडिटेबल नहीं है।
जैसे एक CD में गाना पहले से रिकॉर्ड होता है, वैसा ही आत्मा की रिकॉर्डिंग भी पक्की होती है।

Murli Point:
“बच्चे, यह ड्रामा बहुत वंडरफुल है। इसमें कुछ भी जोड़ा या घटाया नहीं जा सकता।”
—साकार मुरली

3. परमात्मा का पूर्व-निर्धारित ड्रामा: अलौकिक नियम

यह ड्रामा कोई मानव नहीं बना सकता।
यह परमात्मा की रचना है, और परमात्मा स्वयं भी इसे बदल नहीं सकते।

 परमात्मा का कार्य क्या है?

  • केवल ज्ञान देना,

  • पुनः याद दिलाना,

  • सृष्टि चक्र को समझाना,
    लेकिन ड्रामा को बदलना नहीं।

उदाहरण:
जैसे एक निर्देशक फिल्म रिलीज़ होने के बाद उसमें कुछ नहीं बदल सकता,
वैसे ही यह विश्व रूपी ड्रामा भी फिक्स है।

Murli Point:
“यह ड्रामा तो पहले से बना हुआ है। बाप भी इसमें कुछ नहीं कर सकते।”
—साकार मुरली

4. आत्मा की यात्रा और समय का रहस्य

आत्मा की यह यात्रा 5000 वर्षों में बार-बार दोहराई जाती है।

  • जन्म, मृत्यु, सुख-दुख, रिश्ते, उपलब्धियां—सब कुछ समय अनुसार रिपीट होता है।

  • हम हर जन्म में वही पार्ट निभाते हैं जो पहले निभाया था—एकदम सटीक रूप से।

उदाहरण:
जैसे कोई डांसर एक तय स्टेप्स के साथ बार-बार डांस रिहर्सल करता है,
वैसे ही आत्मा 5000 वर्षों के बाद वही रचना फिर से निभाती है।

Murli Point:
“जो कुछ भी हो रहा है, वही पहले भी हुआ था, और वही आगे भी होगा। यही है ड्रामा की सटीकता।”
—साकार मुरली

5. समझदारी: इस ज्ञान से क्या करना चाहिए?

अब प्रश्न यह है:
अगर सबकुछ पहले से तय है, तो हमारा पुरुषार्थ क्या है?

उत्तर:
हम अपने वर्तमान कर्मों से वही रोल फिर से क्लीन और श्रेष्ठ बना सकते हैं।

 जब हम आज अच्छा पुरुषार्थ करेंगे,
तो वही रिकॉर्डिंग अगले चक्र में भी उत्कृष्ट होकर रिपीट होगी।

Murli Point:
“बच्चे, यह सारा पार्ट पहले से बना हुआ है। तुम अपने पार्ट को अब सुंदर बना सकते हो।”
—साकार मुरली

निष्कर्ष: परमात्मा द्वारा रचा गया अद्वितीय और अमूल्य ड्रामा

भाइयों और बहनों,
हम सभी एक पूर्व-निर्धारित और अमूल्य ड्रामा में भागीदार हैं।

  • हर आत्मा की अपनी अलग रिकॉर्डिंग है,

  • हर घटना तय है,

  • हर सेकंड का सीन फिक्स है।

इसलिए हमें:

  • हर पल को सम्मान देना चाहिए,

  • अपने कर्मों को श्रेष्ठ बनाना चाहिए,

  • और इस अद्वितीय ज्ञान को आत्मसात कर परमात्मा के निर्देशन में अपना रोल सुंदर रूप से निभाना चाहिए।

अंत में एक सुंदर संकल्प:
“मैं, आत्मा, परमात्मा द्वारा रचित ड्रामा में अपनी भूमिका को पूरी सटीकता से निभा रहा/रही हूँ।
मेरे हर कर्म की रिकॉर्डिंग अमूल्य है, और मैं इसे श्रेष्ठ बनाकर अगला चक्र सुखमय बनाऊँगा।”

उत्तर:जी हां, हर आत्मा की जीवन यात्रा पूरी तरह से पूर्व-निर्धारित होती है। यह एक अद्वितीय ड्रामा है, जिसे परमात्मा द्वारा रचा गया है। आत्मा का हर कर्म, हर अनुभव और हर घटना पहले से रिकॉर्डेड होती है, जो 5000 वर्षों में एक बार सटीक रूप से घटित होती है।

प्रश्न 2: क्या यह संभव है कि आत्मा अपनी भूमिका में कोई बदलाव कर सके?

उत्तर:नहीं, कोई भी आत्मा अपनी भूमिका में बदलाव नहीं कर सकती। यह ड्रामा पूरी तरह से पूर्व-निर्धारित है और हर आत्मा का रोल, समय और अनुभव पहले से तय है। यह परमात्मा द्वारा रचा गया एक अलौकिक और नॉन-एडिटेबल ड्रामा है, जिसे कोई भी बदल नहीं सकता।

प्रश्न 3: 5000 वर्षों का समय और सटीकता कैसे काम करती है?

उत्तर:हर आत्मा का कर्म 5000 वर्षों तक सटीक रूप से रिकॉर्ड होता है। यह समय ±0 नैनो सेकंड के भीतर सटीक होता है, यानी कोई भी परिवर्तन संभव नहीं होता। यह ड्रामा पूरी तरह से तय किया गया है और इसमें किसी भी प्रकार की गलती या बदलाव नहीं होता।

प्रश्न 4: परमात्मा इस ड्रामा को बदल सकते हैं?

उत्तर:नहीं, परमात्मा भी इस ड्रामा में हस्तक्षेप नहीं कर सकते। यह पूर्ण रूप से पूर्व-निर्धारित है और हर आत्मा अपनी भूमिका निभाती है, जो उसके कर्मों और समय से जुड़ी होती है। परमात्मा ने इसे रचने के बाद, इसमें कोई परिवर्तन नहीं हो सकता।

प्रश्न 5: आत्मा और समय का क्या संबंध है?

उत्तर:आत्मा की यात्रा और समय गहरे रूप से जुड़े हुए हैं। जैसे एक अभिनेता अपनी फिल्म में समय के अनुसार अभिनय करता है, वैसे ही हर आत्मा अपने पूर्व निर्धारित रोल में सटीकता से कार्य करती है। समय का यह रहस्य 5000 वर्षों तक लगातार घटित होता है और फिर दोहराया जाता है।

प्रश्न 6: क्या हम इस ड्रामा को समझ सकते हैं?

उत्तर:हां, हम इस ड्रामा को समझ सकते हैं। हमारा जीवन भी एक बड़ा और सटीक ड्रामा है, जिसमें हर आत्मा अपनी भूमिका निभा रही है। हमें इस प्रक्रिया को समझना चाहिए और हर पल का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि हर घटना, हर कर्म और हर अनुभव एक विशेष समय पर घटित होता है, जो परमात्मा द्वारा निर्धारित होता है।

निष्कर्ष:हमारा जीवन परमात्मा द्वारा रचित एक पूर्व-निर्धारित ड्रामा है, जिसमें हर आत्मा अपनी भूमिका निभाती है। इस ड्रामा की सटीकता और समय की प्रक्रिया को समझते हुए, हमें अपने कर्मों और जीवन के अनुभवों का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि सब कुछ एक विशेष और सटीक समय पर घटित होता है।

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(P-1) Every soul, while doing every task, is equalling the previous one and creating something new.
(P-3) The connected role of all souls supernatural coordination and divine connection

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