प्रत्यक्षता-पदम(144)गुप्त आत्माएँ अब प्रख्यात होंगी?
( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)
गुप्त आत्माएं अब प्रख्यात होंगी
गुप्त आत्माएं और अंतिम समय
अंतिम समय आ गया है। गुप्त आत्माएं प्रख्यात होंगी। लेकिन वे कैसे होंगी?
स्थापना के कार्य में यूरोप की भूमिका
यूरोप बनेगा स्थापना के कार्य का माध्यम। जैसे द्वितीय विश्व युद्ध में विनाश के साधन यूरोप से निकले, वैसे ही इस महायज्ञ में स्थापना की विशेष आत्माएं भी यूरोप से प्रख्यात होने वाली हैं। यह ड्रामा का गुप्त राज है।
गुप्त आत्माओं का रहस्य
जैसे पहले बम अंडरग्राउंड तैयार हुए और बाद में कार्य में लाए गए। जो पहला बम बनाया गया था, किसी को पता नहीं था। आइंस्टाइन ने बनाया और अमेरिका के अंदर किसी को मालूम नहीं था। फिर नागासाकी और हिरोशिमा पर चलाया गया। वैसे ही कुछ विशेष आत्माएं अभी गुप्त हैं, लेकिन समय आने पर वे विश्व सेवा में प्रख्यात होंगी।
आत्माओं की सेवाएं और उभरना
गुप्त आत्माएं प्रख्यात होने वाली हैं। जो गुप्त आत्माएं हैं, वे अभी गुप्त रूप से सेवाएं कर रही हैं, लेकिन वे प्रख्यात होंगी। कुछ विशेष आत्माएं अभी तक गुप्त रूप से तैयार हो रही हैं। जैसे विनाश के पहले बम बनाए गए और बाद में उनका उपयोग किया गया, वैसे ही अब आत्माएं तैयार हो रही हैं, जो भविष्य में सेवा में उभरेंगी।
यूरोप की विशेष भूमिका
यूरोप इस कार्य में विशेष भूमिका निभाएगा। वहां की आत्माएं नाम रोशन करेंगी। यूरोप के साधन और विज्ञान का सहयोग प्राप्त होगा। जैसे साइंस के यंत्र विनाश के लिए उपयोग हुए, वैसे ही अब वही साधन सत्य की आवाज बुलंद करने में सहयोग देंगे।
यूरोप के वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग
यूरोप के शक्तिशाली यंत्र इस समय परमात्मा के संदेश को विश्व भर में पहुंचाने का माध्यम बनेंगे। यह जो सारा एडवांस इंटेलिजेंस और तकनीकी है, वह सत्य की स्थापना के कार्य में उपयोग होगी।
नया विश्व और यूरोप का सहयोग
नया विश्व तैयार करने के लिए यूरोप आपकी मदद करेगा, क्योंकि वहां से विशेष आत्माएं सहयोगी बनेंगी। वे ज्ञान लेंगी और ज्ञान लेकर सहयोगी बनेंगी। साथ में वैज्ञानिक भी होंगे और ज्ञान भी लेंगे। अब नाम बोलने का समय आ गया है कि कौन-कौन प्रत्यक्ष होंगे।
परिवर्तन की लहर
समय आ रहा है जब यूरोप से ऐसी आत्माएं आगे आएंगी, जो परिवर्तन की गूंज को बढ़ावा देंगी। जैसे विनाश के लिए यूरोप एक केंद्र बना, वैसे ही अब स्थापना के लिए भी वहां विशेष हलचल होगी। आधुनिक तकनीकी और मीडिया के माध्यम से सत्य की आवाज तेजी से चारों ओर गूंज उठेगी।
समाप्ति का संदेश
अब समय आ गया है कि गुप्त आत्माएं प्रकट होंगी और विशेष आत्माएं सेवा में प्रसिद्ध होंगी। यूरोप केवल साइंस और तकनीकी का केंद्र नहीं रहेगा, बल्कि सत्य की स्थापना का माध्यम भी बनेगा। नया विश्व बनाने में यूरोप आपकी मदद करेगा। अब स्थापना का कार्य यूरोप से प्रख्यात होगा।