When and how will the flame of destruction occur (12)- Stop worrying about dates- make yourself new

विनाश ज्वाला कबऔर कैसे होगी(12)-तिथि तारीख की चिंता छोड़ो-स्वयं को नवीन बनाओ

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

YouTube player

12- तिथि-तारीख की चिंता छोड़ो स्वयं को नवीन बनाओ!

नई दुनिया कब आएगी? स्वयं में नवीनता लाओ तिथि स्वयं स्पष्ट हो जाएगी!”भविष्य को जानने का आधार  वर्तमान!

🌟 सभी के मन में यह प्रश्न है – नई दुनिया कब आएगी?

⚡ तिथि-तारीख कब मालूम होगी?

 याद रखो, जब आप तीनों कालों (भूत, वर्तमान, भविष्य) को जानने वाले हो, तो भविष्य भी ऐसे ही स्पष्ट होगा जैसे वर्तमान।

लेकिन भविष्य को जानने का आधार वर्तमान होगा!

 👉 नई दुनिया उन्हीं आत्माओं के लिए आएगी जो स्वयं को उस योग्य बनाएंगी!

नई दुनिया के अधिकारी आत्माओं में हो नयापन!

✅ यदि नई दुनिया में प्रवेश पाना है, तो हर आत्मा को स्वयं को नवीन बनाना होगा!

🚫 कोई भी पुराना संस्कार, संकल्प, बोल या गतिविधि नहीं होनी चाहिए।

🔥 नवीनता ही नई दुनिया की पात्रता का प्रमाण बनेगी!

 ❗ जब प्रमुख और बहुसंख्यक आत्माओं में नवीनता स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगेगी, तब पुरानी दुनिया के विनाश और नई दुनिया के

आने की तिथि अपने-आपसिद्ध हो जाएगी।अभी का संकल्प – स्वयं को नवीन बनाओ!

🌿 अब यह संकल्प लो कि हमारे संकल्प, संस्कार, बोल और कर्म पूर्ण रूप से नवीन हों!

⏳ तब तिथि-तारीख को खोजने की आवश्यकता नहीं होगी – वह स्वयं स्पष्ट हो जाएगी!

 🚀 स्वयं को नया बनाओ – नई दुनिया का अधिकारी बनो!

तिथि-तारीख की चिंता छोड़ो – स्वयं को नवीन बनाओ!

1.प्रश्न नई दुनिया कब आएगी?

👉उत्तर: जब हम स्वयं को नवीन बना लेंगे, तब नई दुनिया का समय स्वतः स्पष्ट हो जाएगा। परिवर्तन अंदर से शुरू होता है, और जब बहुसंख्यक आत्माओं में नवीनता प्रकट होगी, तब नई दुनिया का समय भी प्रकट होगा।

2.प्रश्न क्या हमें नई दुनिया की तिथि-तारीख जानने की आवश्यकता है?

🚫उत्तर: नहीं! हमें तिथि जानने की आवश्यकता नहीं, बल्कि स्वयं को परिवर्तनशील बनाने की आवश्यकता है। जब आत्मा नवीन हो जाएगी, तब भविष्य स्वयं स्पष्ट हो जाएगा।

3.प्रश्न भविष्य को जानने का सही आधार क्या है?

🌟उत्तर: भविष्य को जानने का आधार वर्तमान है। यदि हम अपने वर्तमान को श्रेष्ठ बनाएंगे, तो भविष्य स्वर्णिम और स्पष्ट हो जाएगा।

4.प्रश्न कौन-सी आत्माएं नई दुनिया में प्रवेश कर सकेंगी?

✅उत्तर: वही आत्माएं जो अपने संकल्प, संस्कार, बोल, और कर्मों में नवीनता लाएंगी। कोई भी पुरानी आदत, विचार, या व्यवहार वहाँ स्वीकार्य नहीं होगा।

5.प्रश्न नवीनता का प्रमाण क्या है?

🔥उत्तर: नवीनता का प्रमाण यह है कि आत्मा के हर कर्म, संकल्प, और व्यवहार में दिव्यता और श्रेष्ठता झलके। जब हम स्वयं को पूर्ण रूप से नया बना लेंगे, तब नई दुनिया का अधिकार स्वतः मिल जाएगा।

6.प्रश्न हमें अभी क्या संकल्प लेना चाहिए?

⏳उत्तर: हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने संकल्प, संस्कार, बोल और कर्मों में नवीनता लाएँगे। जब यह परिवर्तन पूर्ण होगा, तब हमें तिथि-तारीख खोजने की आवश्यकता नहीं रहेगी—वह स्वयं स्पष्ट हो जाएगी!

🚀 स्वयं को नया बनाओ – नई दुनिया का अधिकारी बनो! 🌍✨

तिथि-तारीख, नई दुनिया, स्वयं में नवीनता, भविष्य का आधार वर्तमान, आत्मा की योग्यता, नवीनता का प्रमाण, पुरानी दुनिया का विनाश, संकल्प और संस्कार, नई दुनिया की पात्रता, आध्यात्मिक परिवर्तन, ब्रह्माकुमारीज ज्ञान, आत्मा का नयापन, नई सृष्टि, दिव्य गुण, स्व परिवर्तन, आध्यात्मिक जागृति, स्व परिवर्तन का संकल्प, आत्मा की नवीनता, भविष्य की स्पष्टता, आध्यात्मिक मार्गदर्शन, ईश्वरीय ज्ञान, आत्मा का उत्थान, सत्य युग, स्वर्णिम संसार, दिव्य चेतना, आत्म साक्षात्कार, परमात्मा का संदेश, आध्यात्मिक यात्रा, स्वच्छ और निर्मल मन, ब्रह्मा बाबा के संदेश, संगम युग की पहचान, योग और साधना, मन का परिवर्तन, आत्मिक शुद्धता, दिव्य दुनिया का आधार, नई दुनिया की विशेषताएँ, वर्तमान का महत्व, कलियुग से सत्ययुग, योग और पुरानी दुनिया, परिवर्तन और नवीनता, आध्यात्मिक शक्ति, आत्म कल्याण, दिव्य संकल्प, पवित्रता और शक्ति, परमात्म शक्ति का अनुभव, नवयुग का आरंभ।

Dates, New World, Newness in self, Present is the basis of the future, Ability of the soul, Evidence of newness, Destruction of the old world, Resolution and Sanskar, Eligibility for the new world, Spiritual transformation, Brahma Kumaris knowledge, Newness of the soul, New creation, Divine qualities, Self transformation, Spiritual awakening, Resolution of self transformation, Newness of the soul, Clarity of the future, Spiritual guidance, Divine knowledge, Upliftment of the soul, Satya Yuga, Golden world, Divine consciousness, Self realization, Message of God, Spiritual journey, Clean and pure mind, Message of Brahma Baba, Identity of Confluence Age, Yoga and Sadhna, Transformation of mind, Spiritual purity, Basis of the divine world, Characteristics of the new world, Importance of the present, From Kali Yuga to Satya Yuga, Yoga and the old world, Change and newness, Spiritual power, Self welfare, Divine resolution, Purity and power, Experience of the divine power, Beginning of the new age.