When and how will the flame of destruction occur (16)- Mahavinash: Change in one second. Are you ready?

विनाश ज्वाला कबऔर कैसे होगी(16)-महाविनाश: एक सेकंड में परिवर्तन| क्या आप तैयार हैं?

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

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 महाविनाश: एक सेकंड में परिवर्तन! क्या आप तैयार हैं?

महाविनाश और रिहर्सल का विनाश क्या अंतर है?

महाविनाश एक महान परिवर्तन!

महाविनाश का अर्थ है संपूर्ण परिवर्तन!

🔹 यह कोई साधारण विनाश नहीं, बल्कि सतयुगी सृष्टि की स्थापना का अंतिम चरण है।

🔹 शंकर के लिए कहा जाता है एक सेकंड में आँख खोली और विनाश हुआ!

🔹 यह संहारीमूर्त का कर्तव्य है, जो अब हमें भी निभाना है।अब लास्ट समय संहारीमूर्त बनो!

अभी केवल सामना करने का समय नहीं, बल्कि संहार करने का समय है!

🔹 व्यर्थ संकल्पों को सहने की जरूरत नहीं उन्हें समाप्त करना है!

🔹 विकर्मों और विकर्मियों की विकारी वृत्तियों को समाप्त करना है!

🔹 जब हम स्वयं संहारीमूर्त बनेंगे, तभी इस पुरानी सृष्टि का संहार होगा!

 क्या आप विकराल रूपधारी बन चुके हैं?

🛑 यदि अभी तक हमने संहारक स्वरूप नहीं अपनाया,

तो ना अपने विकर्मों का अंत कर पाएंगे, ना विकारी शक्तियों का!

🔥 इसलिए अब लाइट और माइट हाउस बनकर संकल्प लो

“अब इस पुरानी दुनिया को समाप्त कर नई दुनिया का द्वार खोलना है!” “महाविनाश और रिहर्सल का विनाश, फर्क है। महाविनाश अर्थात् महान् परिवर्तन। शंकर के लिए कहते हैं. एक सेकण्ड में ऑख खोली और विनाश हुआ। यह संहारीमूर्त के कर्तव्य की निशानी है। अब लास्ट समय है। अब तक अगर विकराल रूपधारी नहीं बनेंगे तो अपने विकर्मों और विकर्मियों का सामना नहीं कर सकेंगे। अभी समाने की बात नहीं। विकर्मों को, व्यर्थ संकल्पों को वा विकर्मियों के विकर्मी चलन को अब समाना नहीं है लेकिन संहार करना है। जब आप ऐसे संहारीमूर्त बनो तब इस पुरानी सृष्टि का संहार हो।

🚀 अब तैयार हो जाओ एक सेकंड में परिवर्तन के लिए!

महाविनाश: एक सेकंड में परिवर्तन! क्या आप तैयार हैं?

❓.प्रश्न महाविनाश और रिहर्सल का विनाश – इनमें क्या अंतर है?

✅ उत्तर:महाविनाश कोई साधारण घटना नहीं, बल्कि संपूर्ण परिवर्तन की घड़ी है।
✅ रिहर्सल का विनाश अभ्यास है, जबकि महाविनाश अंतिम सत्य है।

❓.प्रश्न  महाविनाश का अर्थ क्या है?

⚡उत्तर: महाविनाश केवल विध्वंस नहीं, बल्कि सतयुगी सृष्टि की स्थापना का अंतिम चरण है।
⚡ यह पुरानी दुनिया के अंत और नई दुनिया के आरंभ की घड़ी है।

❓.प्रश्न महाविनाश कब और कैसे होगा?

🔹उत्तर: यह एक सेकंड में हो सकता है—जिस प्रकार शंकर की आँख खुली और विनाश हुआ!
🔹 यह परमात्म योजना का वह क्षण है जब पुरानी दुनिया समाप्त हो जाएगी और सतयुग की नई सृष्टि का आरंभ होगा।

❓.प्रश्न संहारीमूर्त बनने का अर्थ क्या है?

🔥उत्तर: अभी केवल सामना करने का समय नहीं, बल्कि संहार करने का समय है।
🔥 विकारी वृत्तियों, विकर्मों और व्यर्थ संकल्पों को समाप्त करना ही संहारीमूर्त की पहचान है।

❓.प्रश्न क्या हम तैयार हैं संहारीमूर्त बनने के लिए?

🛑उत्तर: यदि हम संहारक स्वरूप नहीं अपनाते, तो न विकर्मों का अंत कर पाएंगे और न ही विकारी शक्तियों का।
🛑 इसलिए अब लाइट और माइट हाउस बनकर संकल्प लें –
👉 “अब इस पुरानी दुनिया को समाप्त कर नई दुनिया का द्वार खोलना है!”

🚀 अब तैयार हो जाओ – एक सेकंड में परिवर्तन के लिए!

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