Advanced Party and Divine Birth

एडवांस्ड पार्टी और दिव्य जन्म {05}

( प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं)

YouTube player

आज का यह पांचवां विषय है — एडवांस पार्टी और दिव्य जनों का दिव्य कार्य।


 1. विदाई नहीं, बधाई: दादी जानकी का विशेष दृश्य

18 जनवरी 1980, जब दादी जानकी लंदन सेवा के लिए रवाना हो रही थीं, तो बापदादा ने उन्हें तख़्त पर अपने पास बैठाया।

बाबा ने स्पष्ट कहा — “बच्चे की विदाई नहीं, बधाई है।”

यह एक मस्त फकीर की सेवा-परिक्रमा थी — साकार रूप में विश्व सेवा का दौरा।


2. चक्रवर्ती भाव और साथ-साथ सेवा

इस वर्ष की विशेषता थी — चक्रवर्ती भाव
बाप आगे, बच्चे पीछे नहीं — साथ-साथ सेवा यात्रा।

दादी जानकी का संकल्प था — बाप की परिक्रमा लगवाना, और बाप स्वयं साथ में परिक्रमा करवाना।


 3. दिव्य आत्माओं का विशेष संगठन

आज बापदादा के सामने मीठी दीदी की उपस्थिति विशेष थी।

वतन में पहुँची आत्माएं, और जो विशेष सेवा पर बाहर थीं — दोनों की उपस्थिति ने दिव्य वातावरण बनाया।

गुप्त सेवाएं — सरस्वती रूप में अदृश्य, परंतु शक्तिशाली सेवा।
संगीत की सेवा के साथ-साथ सूक्ष्म सत्ता की कार्य प्रणाली भी गुप्त।


 4. जहां जीत, वहां जन्म

यह विशेष ज्ञान है:
“राज्य की जीत नहीं, परंतु विकारों पर जीत से दिव्य जन्म की प्राप्ति होती है।”

इसलिए कहा गया —
“जहां जीत, वहां जन्म”, और
“जहां जन्म, वहां जीत।”


 5. एडवांस पार्टी का विशेष कार्य: गर्भ महल की रचना

एडवांस पार्टी का कार्य केवल टचिंग देना नहीं है,
बल्कि वे “गर्भ महल” तैयार कर रही हैं —
एक पवित्र जन्म स्थान, जहां अष्ट रत्नों का दिव्य जन्म होगा।

जिस प्रकार मम्मा 1944 में चली गईं और बाद में बाबा,
वैसे ही आज भी श्रेष्ठ आत्माएं पहले जाकर स्थापना का आधार बना रही हैं।


 6. विश्व किशोर: गर्भ महल निर्माता

विश्व किशोर भाऊ — बाबा के दायें हाथ —
हर सेवा का आधार बने।

“मेरी एप्लीकेशन एडवांस पार्टी में जा चुकी है,” — कहकर वे भी एडवांस सेवा में चले गए।

वह कार्य जो बाहर से सामान्य लगे,
वह वास्तव में गर्भ महल निर्माण जैसा दिव्य और शक्तिशाली कार्य है।


 7. पहले कृष्ण, फिर राधा: दिव्य जन्म की लाइनिंग

बाबा ने स्पष्ट किया —
पहले कृष्ण का जन्म होगा, फिर राधा का।

इसलिए कृष्ण बड़ा कहलाएगा, और राधा छोटी।
यह स्थापना की सूक्ष्म यथार्थ योजना है।


 8. दिव्य महल की तैयारी: अपवित्र सृष्टि में पवित्र निर्माण

एडवांस पार्टी पूछ रही है —
“बताओ, तुम कब आओगे? हम गर्भ महल तैयार रखें?”

अपवित्र सृष्टि में पवित्र महल का निर्माण —
यह कोई सामान्य कार्य नहीं।

इसके लिए चाहिए —
“पावरफुल आत्माएं, जो अडोल, अचल, वायब्रेशन द्वारा निर्माण करें।”


 9. निष्कर्ष: गुप्त सेवा की गहराई और दिव्यता

आज की स्पष्टीकरण हमें बताती है —
एडवांस पार्टी कोई कल्पना नहीं,
बल्कि बापदादा की स्थापित गुप्त संस्था है,
जो संपूर्ण योजना अनुसार यथार्थ स्थापना के बीज बो रही है।

गर्भ महल, अष्ट रत्न, दिव्य जन्म —
यह सब बाबा के दिव्य ड्रामा के अनमोल अंश हैं।


अंत में…

तो याद रहे:
सेवा केवल बोलने से नहीं —
वायब्रेशन, संकल्प और शक्तिशाली संकल्पों द्वारा होता है।

एडवांस पार्टी के दिव्य कार्य हमें प्रेरणा देते हैं —
हम भी ऐसी शक्तिशाली स्थिति बनाएँ कि बाबा हमें किसी गर्भ महल की सेवा में लगा दे।


 Suggested Outro Line:

“जो पवित्र बनते हैं, वही पवित्र सृष्टि की स्थापना के पात्र बनते हैं।”

ओम शांति।

आज के विषय पर आधारित प्रश्नोत्तर श्रृंखला
“आज का यह पांचवां विषय है — एडवांस पार्टी और दिव्य जनों का दिव्य कार्य”


प्रश्न 1: दादी जानकी की 18 जनवरी 1980 की यात्रा को ‘विदाई’ की बजाय ‘बधाई’ क्यों कहा गया?

उत्तर:बापदादा ने स्पष्ट कहा कि यह दादी जानकी की “विदाई” नहीं, बल्कि “बधाई” है, क्योंकि वे एक मस्त फकीर की तरह विश्व सेवा की परिक्रमा के लिए जा रही थीं। यह बधाई उनके सेवा-यात्रा के संकल्प की स्वीकार्यता थी।


प्रश्न 2: ‘चक्रवर्ती भाव’ का क्या तात्पर्य है और इसका दादी जानकी से क्या संबंध था?

उत्तर:‘चक्रवर्ती भाव’ का अर्थ है: सेवा में बाप और बच्चे साथ-साथ आगे बढ़ना। दादी जानकी का संकल्प था कि बाप उनकी परिक्रमा लगवाएं और वे स्वयं भी बाप के साथ सेवा की परिक्रमा करें।


प्रश्न 3: सरस्वती का गुप्त सेवा रूप क्या है?

उत्तर:सरस्वती, यानी मम्मा, ने गुप्त रूप से संगीत व ज्ञान के द्वारा सूक्ष्म सत्ता में महान सेवा की। उनकी सेवा अदृश्य रूप से प्रवाहित होती है — जैसे सरस्वती नदी गुप्त होती है, वैसे ही उनकी सेवा भी।


प्रश्न 4: “जहां जीत, वहां जन्म” का अर्थ क्या है?

उत्तर:यह मुक्ति और जीवनमुक्ति का सूक्ष्म ज्ञान है। विकारों पर जो आत्मा जीत प्राप्त करती है, वही दिव्य जन्म की पात्र बनती है। अत: आध्यात्मिक विजय से ही श्रेष्ठ जन्म प्राप्त होता है।


प्रश्न 5: एडवांस पार्टी का मुख्य कार्य क्या है?

उत्तर:एडवांस पार्टी केवल टचिंग या सूचनाएं नहीं देती, बल्कि वे “गर्भ महल” जैसे पवित्र जन्म स्थान तैयार कर रही हैं — जहाँ पर अष्ट रत्नों जैसे दिव्य आत्माओं का पुनर्जन्म होगा।


प्रश्न 6: ‘गर्भ महल’ का आध्यात्मिक अर्थ क्या है?

उत्तर:गर्भ महल एक पवित्र, शक्तिशाली वायब्रेशन वाला स्थान है, जहाँ दिव्य आत्माएं जन्म लेंगी। यह कोई भौतिक भवन नहीं, बल्कि पवित्र संकल्पों द्वारा निर्मित एक सूक्ष्म संरचना है।


प्रश्न 7: विश्व किशोर भाऊ का एडवांस पार्टी में क्या योगदान था?

उत्तर:विश्व किशोर भाऊ, ब्रह्मा बाबा के राइट हैंड, हर सेवा का केंद्र थे। उन्होंने स्वयं कहा — “मेरी एप्लिकेशन एडवांस पार्टी में जा चुकी है”, और वे गर्भ महल निर्माण जैसे दिव्य कार्य के निमित्त एडवांस सेवा में चले गए।


प्रश्न 8: कृष्ण पहले और राधा बाद में क्यों जन्म लेंगे?

उत्तर:बाबा ने स्पष्ट किया — पहले कृष्ण का जन्म होगा, फिर राधा का। इसलिए कृष्ण बड़ा कहलाएगा और राधा छोटी। यह स्थापना की सूक्ष्म, यथार्थ योजना है।


प्रश्न 9: एडवांस पार्टी किससे पूछ रही है — “बताओ, तुम कब आओगे?”

उत्तर:एडवांस पार्टी की आत्माएं यह सूक्ष्म रूप से पूछ रही हैं उन आत्माओं से जो नीचे आने वाली हैं — ताकि वे उनके लिए गर्भ महल जैसे दिव्य स्थान तैयार करके रखें। यह गहन तैयारी वायब्रेशन व संकल्पों से हो रही है।


प्रश्न 10: आज की मुरली से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

उत्तर:हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हम भी अपने संकल्पों, वायब्रेशन और पवित्रता से ऐसे शक्तिशाली बनें कि बापदादा हमें भी गर्भ महल निर्माण जैसी सूक्ष्म सेवा के योग्य बना दें।


 प्रेरणा वाक्य:
“जो पवित्र बनते हैं, वही पवित्र सृष्टि की स्थापना के पात्र बनते हैं।”

🕊️ ओम शांति।

एडवांस पार्टी, ब्रह्माकुमारी एडवांस पार्टी, दिव्य कार्य, गर्भ महल, बदादा की सेवा, मुरली ज्ञान, दादी जानकी, विश्व सेवा, ब्रह्मा बाबा, मला सरस्वती, सूक्ष्म सेवा, आत्मा का पुनर्जन्म, राधा कृष्ण जन्म रहस्य, जीवनमुक्ति का रहस्य, ब्रह्माकुमारियों का गुप्त ज्ञान, एडवांस पार्टी इन बीके, बीके एडवांस ज्ञान, बीके गर्भ महल, बीके दिव्य सेवा, बीके आध्यात्मिक रहस्य, बीके क्यूएनए श्रृंखला, ब्रह्माकुमारी प्रश्न उत्तर, राजयोग सेवा, आध्यात्मिक जन्म रहस्य, आध्यात्मिक प्रेरणा, बीके गहन ज्ञान, ओम शांति,

Advance Party, Brahma Kumaris Advance Party, Divine Work, Garbha Mahal, Service of Badda, Murli Gyan, Dadi Janki, World Service, Brahma Baba, Mala Saraswati, Subtle Service, Reincarnation of Soul, Radha Krishna Birth Secret, Secret of Jeevan Mukti, Secret Knowledge of Brahma Kumaris, Advance Party in BK, BK Advance Gyan, BK Garbha Mahal, BK Divine Service, BK Spiritual Secrets, BK QNA Series, Brahma Kumaris Question Answer, Rajayoga Service, Spiritual Birth Secrets, Spiritual Inspiration, BK Profound Knowledge, Om Shanti,