(33) The adornment of a Brahmin’s life is purity of mind, attitude and vision.
अव्यक्त मुरली-(33)ब्राह्मण जीवन का श्रृंगार-स्मृति,वृत्ति,और दृष्टि की स्वच्छता(पवित्रता) प्रस्तावना आज की मुरली (09 मई 1983) में बापदादा ने सभी ब्राह्मण…
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अव्यक्त मुरली-(33)ब्राह्मण जीवन का श्रृंगार-स्मृति,वृत्ति,और दृष्टि की स्वच्छता(पवित्रता) प्रस्तावना आज की मुरली (09 मई 1983) में बापदादा ने सभी ब्राह्मण…
(08)अध्याय: रक्षाबंधन का बंधन निभाओ और जीवन मुक्ति पाओ भूमिका: रक्षाबंधन — एक आध्यात्मिक बंधन रक्षाबंधन का बंधन निभाओ। जीवन…
(06) आत्म-संयम और पाँच विकारों पर विजय “रक्षाबंधन का असली अर्थ क्या है? | आत्म-संयम और पवित्रता की विजय | …