⏳ समय के साथ ब्रह्मा की आत्मा का गहरा कनेक्शन ⏳
❓ प्रश्न: विनाश का सही अर्थ क्या है?
✅ उत्तर: विनाश केवल समाप्ति नहीं, बल्कि एक कल्याणकारी परिवर्तन है, जिसमें तमोगुण का अंत होता है और सतोगुण की स्थापना होती है।
❓ प्रश्न: परमात्मा के तीन मुख्य कर्तव्य कौन-कौन से हैं?
✅ उत्तर: परमात्मा के तीन मुख्य कर्तव्य हैं – नई सृष्टि की स्थापना, पुरानी सृष्टि का महाविनाश और नई दुनिया की पालना।
❓ प्रश्न: संगमयुग में विनाश का क्या महत्व है?
✅ उत्तर: संगमयुग में विनाश का महत्व यह है कि यह नई सृष्टि के द्वार खोलने वाला एक आवश्यक परिवर्तन है, जिसमें अज्ञान का अंधकार मिटाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाया जाता है।
❓ प्रश्न: ब्रह्मा की आत्मा और संगमयुग का क्या सम्बन्ध है?
✅ उत्तर: ब्रह्मा का जन्म और संगमयुग का आरंभ एक दिव्य योजना के दो पहलू हैं। ब्रह्मा बाबा के बिना संगमयुग की शुरुआत संभव नहीं होती।
❓ प्रश्न: ब्रह्मा बाबा की साकार यात्रा का अंत किस बात का संकेत देता है?
✅ उत्तर: ब्रह्मा बाबा की साकार यात्रा का समाप्त होना संगमयुग की समाप्ति का संकेत देता है, क्योंकि उनका समय से गहरा संबंध है।
❓ प्रश्न: ब्रह्मा बाबा के अनुयायियों का समय से क्या संबंध है?
✅ उत्तर: ब्रह्मा बाबा के अनुयायियों का समय से विशेष संबंध है, क्योंकि उन्होंने बाबा की स्थिति को देखकर समय की समीपता को अनुभव किया और वे भी संगमयुग के परिवर्तन में योगदान दे रहे हैं।
❓ प्रश्न: “समय की घड़ी” बनने का क्या अर्थ है?
✅ उत्तर: “समय की घड़ी” बनने का अर्थ है – अपने संकल्प, स्थिति और सम्पन्नता द्वारा इस सृष्टि की परिवर्तन प्रक्रिया को गति देना और हर कार्य को दिव्यता और सटीकता से पूर्ण करना।
🔔 अब संकल्प करें – निमित्त बनें, समय की घड़ी बनें, और विश्व परिवर्तन की प्रक्रिया में अपनी भूमिका निभाएँ! 🔔