आज का शुभ विचार
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आज का शुभ विचार140:-विचार ही सभी कर्मों के बीज है इसलिए मुझे सिर्फ अच्छे, शुद्ध बीज ही बोने चाहिए,
आज का शुभ विचार139:-असत्यता पर आधारित संबंध रेत की नींव पर बने भवन के समान है।
आज का शुभ विचार138:-अगर हम सत्य से छिपते हैं तो इसका अर्थ है कि हम अवश्य ही असत्य का संग कर रहे हैं
आज का शुभ विचार137:-अगर आपको देखना ही है तो हर एक की विशेषतायें देखिए। अगर आपको कुछ छोड़ना ही है तो
आज का शुभ विचार136:-अगर आंखें आत्मा की खिड़कियां है तो क्या आप अपनी आंखें स्वच्छ रखते हैं? गंदी खिड़
आज का शुभ विचार135:-बुराई का चिंतन करने या बुराई से डरने से बुराई मन में घर कर जाती है।
आज का शुभ विचार134:-जहां प्रेम नहीं. वहाँ शान्ति नहीं हो सकती। जहां पवित्रता नहीं. वहाँ प्रेम नहीं
आज का शुभ विचार133:-जिस व्यक्ति ने प्रशंसा करना तो सीखा है परंतु ईर्ष्या करना नहीं, वह अत्यंत भाग्य
आज का शुभ विचार132:-जिस व्यक्ति ने प्रशंसा करना तो सीखा है परंतु ईर्ष्या करना नहीं, वह अत्यंत भाग्य
आज का शुभ विचार131:-जैसे अहंभाव से घमंड पैदा होता है वैसे ही विभ्रम [संदेह] मोह का परिणाम है।
आज का शुभ विचार130:-दिव्य गुण मानव को ईश्वर के समीप ले आते हैं जबकि विकार उसे ईश्वर से दूर ले जाते ह
आज का शुभ विचार129:-अधैर्यता व नर्मता नामक दो गुणों से व्यक्ति की ईश्वर से समीपता बनी रहती है।
आज का शुभ विचार128:-अहंभाव से मानव में वे सारे लक्षण आ जाते हैं, जिनसे वह अप्रिय बन जाता है।
यदि सत्यता व ईमानदारी मुझे सहज लगती है तो परमात्मा से प्रेम भी सहज प्राप्त हो सकता है।
यदि व्यक्ति अपने नैतिक मूल्य खो देता है तो मानो अपना सब कुछ खो देता है।
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