God himself teaches Sahaja Raja Yoga

God himself teaches Sahaja Raja Yoga

स्वयं ईश्वर सिखाते हैं सहज राज योग
01-योग का मूल अर्थः
02- योग केअन्य नाम
03- वर्तमान युग में राजयोग
04- आनंद में अवशोषण
05- योग क्यों
06- राजयोगः आत्मा की आवाज, जीवन का मार्ग|
07-भ्रम से परेः संवेदी बंधन से जागृति
08-सौन्दर्य, माधुर्य और सांसारिक चीजों का भाग्य
09- मन की छह अवस्थाओं की श्रृंखला
10- राजयोग क्या है
11-योग के माध्यम से मन का उत्थान
12-चेतना की उपमाएँ: ईश्वर के साथ संबंध को समझना
13-योग अभ्यास में चेतना का विकास
14-चेतना का स्पेक्ट्रमः चार प्रकारों को समझना
16-आत्म-चेतनाः शरीर और आत्मा के बीच संबंध को समझना
17-शारीरिक चेतना से परे;शांति और भाई-चारे का मार्ग
18-सभी बुराइयों की जड़
19-स्वयं को ईश्वर जोड़ने के साधन के रूप में सहज राजयोग
20-सहज राज योग और प्रेम के माध्यम से भौतिक ऊर्जा से आध्यात्मिक जुड़ाव